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Sonbhadra: UP से MP के लिए हो रही थी डीजल की तस्करी, पंप संचालक, ट्रांसपोर्टर सहित चार पर केस
Sonbhadra News: अनपरा स्थित एक पेट्रोल पंप से, सीमावर्ती मध्यप्रदेश के सिंगरौली में टैंकर के जरिए डीजल तस्करी किए जाने का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने चार पर केस दर्ज किया है।
Sonbhadra News: जिले के अनपरा स्थित एक पेट्रोल पंप से, सीमावर्ती मध्यप्रदेश के सिंगरौली में टैंकर के जरिए डीजल तस्करी किए जाने का बड़ा मामला सामने आया है। एसडीएम दुद्धी सुरेश राय की छापेमारी में 2300 लीटर डीजल की तस्करी पकड़े जाने के बाद, पूर्ति विभाग की तरफ से तस्करी की पुष्टि करते हुए, एक पंप संचालक, एक ट्रांसपोटर सहित चार के खिलाफ अनपरा थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। अनपरा पुलिस के मुताबिक मामला दर्ज कर प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी गई है।
एसडीएम दुद्धी को मिली थी तस्करी की सूचना
बताया गया है कि गत 18 मार्च की सुबह एसडीएम दुद्धी को किसी ने सूचना दी कि अनपरा में सिंगरौली रोड स्थित मां दुर्गा फिलिंग स्टेशन से एक ट्रांसपोर्टर के जरिए एनसीएल की सिंगरौली स्थित कोल खदानों में काम करने वाली ओबी कंपनियों को डीजल की आपूर्ति पहुंचाई जा रही है। इस सूचना पर मौके पर पहुंचे एसडीएम ने पाया कि वहां दो वाहन (टाटा-407 वाहन संख्या यूपी 64 एटी-3694 एवं वाहन संख्या यूपी 64 बीटी-1595) खड़े हैं। दोनों वाहनों के चालकों से टैंकर में मौजूद डीजल के बाबत कागजात की मांग की गई तो वह प्रस्तुत नहीं कर पाए। इसके बाद एसडीएम ने पूर्ति निरीक्षक, म्योरपुर को जांच कर आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
जांच में सामने आए तथ्यों ने उड़ा दिए जांचकर्ताओं के होश
पूर्ति निरीक्षक म्योरपुर की तरफ से संजय कुमार शर्मा आपूर्ति लिपिक दुद्धी के साथ मौके पर जाकर जांच की और दोनों वाहनों के चालकों से पूछताछ कर जरूरी जानकारी जुटाई। पहले वाहन के चालक विजय शंकर यादव निवासी रेणुकूट, थाना पिपरी ने बताया कि वाहन ओम ट्रांसपोर्ट तुर्रा/पिपरी का है, जिसके मैनेजर मैनेजर मुन्ना मिश्रा हैं। उन्होंने दुर्गा फिलिंग स्टेशन, अनपरा जाकर वाहन में 1200 लीटर डीजल लदवाकर के एनसीएल के दुद्धीचुआ खदान में पहुंचाने के लिए कहा। डीजल भरवाने के बाद वह टैंकर को किनारे लगाकर नित्यक्रिया के लिए गया हुआ था। उसी दौरान एसडीएम ने पहुंचकर डीजल लदे टैंकर को पकड़ लिया। दूसरे वाहन चालक रमाशंकर यादव निवासी तलबरा, थाना मदनपुर जनपद देवरिया ने बताया कि उन्हें भी ओम ट्रांसपोर्ट के मैनेजर मुन्ना मिश्रा ने दुर्गा फिलिंग स्टेशन से 1100 लीटर डीजल लोड कर दुद्धीचुआ स्थित कोल खदान में पहुंचाने के लिए कहा था। डीजल का मूल्य के संबंध में उन्होंने फिलिंग स्टेशन के मैनेजर गनेश यादव से पहले से ही वार्ता कर ली थी।
लंबे समय से टैंकर के जरिए एमपी पहुंचाया जा रहा था डीजल
टीम की रिपोर्ट के मुताबिक दुर्गा फिलिंग स्टेशन के मैनेजर गनेश यादव निवासी चकिया, थाना चकिया, चंदौली ने भी पूछताछ में इस बात को स्वीकार किया कि ओम ट्रांसपोर्ट की तरफ से उनके यहां से पिछले कई माह से एक साथ 500 से 800 लीटर डीजल की आपूर्ति ली जा रही है। डीजल का मूल्य कभी चेक के माध्यम से तो कभी ऑनलाईन भुगतान किया जाता है। गत 18 मार्च को पकड़े गए डीजल के लिए ओम ट्रांसपोर्ट के मैनेजर मुन्ना मिश्रा ने उससे बात की थी और दोनों टैंकरों में क्रमशःं 1200 और 1100 लीटर डीजल देने के लिए कहा था। टैंकर के जांच के दौरान भी बताई गई मात्रा का डीजल भरा पाया गया।
डीएम की अनुमति के बाद इन-इन पर दर्ज कराया गया केस
रिपोर्ट के आधार पर जिला पूर्ति अधिकारी गौरीशंकर शुक्ल की तरफ से रिपोर्ट डीएम चंद्रविजय सिंह के यहां प्रस्तुत की गई। बताया गया कि ओम ट्रांसपोर्ट के मैनेजर मुन्ना मिश्रा और मेसर्स दुर्गा फिलिंग स्टेशन अनपरा के मैनेजर गनेश यादव द्वारा अवैध ढंग से डीजल की खरीद -बिक्री की जा रही है। उक्त दोनों और दोनों वाहन चालकों की मिलीभगत से हो रहा यह कृत्य यूपी हाई स्पीड डीजल आयल एंड लाईट डीजल आयल (मेंटेनेंस आफ सप्लाईज एंड डिस्ट्रीब्यूशन) आर्डर 1981 और मोटर स्प्रिट एंड हाई स्पीड डीजल ऑयल (रेग्युलेशन आफ सप्लाई डिस्ट्रीब्यूशन एंड प्रिवेंसन आफ माल प्रैक्टिसेस) एक्ट 2005 के विभिन्न प्राविधानों का स्पष्ट उल्लंघन है। उनका यह कृत्य आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत दंडनीय अपराध है। मामले में डीएम की अनुमति के बाद डीजल भरे दोनों टैंकरों को अनपरा पुलिस की सुपुर्दगी में देने के साथ ही, पूर्ति निरीक्षक, म्योरपुर संदीप कुमार श्रीवास्तव की तरफ से तहरीर भी पुलिस को सौंप दी गई। मामले में दोनों वाहन चालकों, पंप और ट्रांसपोर्ट कंपनी के मैनेजर सहित चार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 व 7 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। प्रभारी निरीक्षक अनपरा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले की छानबीन जारी है।