Sonbhadra News: भारी बारिश के चलते हर ओर मची तबाही, टूटी बंधियां, ध्वस्त हुई सड़कें

Sonbhadra News: मामला म्योरपुर ब्लाक के 16 टोलों वाले ग्राम पंचायत पड़री का है। ग्रामीणों के मुताबिक बृहस्पविार की रात उनके ग्राम पंचायत की एरिया में बारिश ने ऐसा कहर बरपाया कि एक सरकारी और पांच निजी बंधियां टूट गईं।

Kaushlendra Pandey
Published on: 26 July 2024 4:05 PM GMT
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Sonbhadra News: एक तरफ सोनभद्र सहित पूरे यूपी में जहां, काफी कम बारिश होने के चलते त्राहि-त्राहि की स्थिति बनी हुई है। वहीं, जिले के एक गांव में बृहस्पतिवार की रात चंद घंटे की बारिश ने ऐसा कहर बरपाया गांव की गलियां, सड़कें, क्यारियां जलमग्न हो गईं। आधा दर्जन बंधियां टूट गई। सड़कें ध्वस्त होने से, आस-पास के गांवों से संपर्क टूट गया। शुक्रवार को जब यह जानकारी सामने आई जहां लोग भौंचक रह गए। वहीं, बारिश से प्रभावित गांव के लोग राहत की गुहार लगाते रहे।

मामला म्योरपुर ब्लाक के 16 टोलों वाले ग्राम पंचायत पड़री का है। ग्रामीणों के मुताबिक बृहस्पविार की रात उनके ग्राम पंचायत की एरिया में बारिश ने ऐसा कहर बरपाया कि एक सरकारी और पांच निजी बंधियां टूट गईं। ग्राम पंचायत के चपरा और कमरीडाढ़ टोले में पुलिया के पास सड़क टूटने से आवागमन प्रभावित हो गया। क्यारियों में मिट्टी भर गई। वहीं धान के बीच बंधी टूटने से आई मिट्टी के नीचे दब गए। किसान लुकावन के कुएं के पास रखा पंपिंगसेट मिट्टी दरकने के कारण कुएं में गिर गया।

इन-इन टोलों की टूट गई सड़कें

भारी बारिश के चलते बराईडांड़-चपरा मार्ग स्थित पुलिया के पास पक्की सड़क टूटकर बह गई। म्योरपुर-कमरीडाढ़ मार्ग दो जगह ध्वस्त होने से आवागमन बाधित हो गया। ग्रामीण रामबली के घर से पास मिट्टी धंसने से बड़ा गड्ढा बन गया। इस कारण यहां स्थित मार्ग से भी आवागमन ठप हो गया। इसी तरह अन्य कई टोलों कच्ची-पक्की सड़कें जगह-जगह से टूटकर बह गईं। बोई गई फसल को भी इससे खासा नुकसान पहुंचा।


बंधियों का टूट गया तटबंध

किसान सारनाथ और राजेश यादव के खेत में बनी बंधी टूट गई। मोलागत यादव के खेत में करीब 3 लाख 98 हजार की लागत से बनी बंधी का भी तटबंध टूट कर बह गया। इसके नीचे स्थित किशुनकांती के खेत की भी बंधी टूटकर बह गई। श्रवण के खेत की भी बंधी टूटने से हड़कंप की स्थिति बनी रही।


ग्रामीणों का दावा: लग रहा था जैसे बादल फट गया हो?

रामसुशील यादव, राजेश यादव, राजकुमार यादव, श्रवण, किशुनकांती यादव, दीनदयाल, बैजू यादव, जवाहिर यादव, संतोष, अशोक, जमुना, महेंद्र यादव, सारनाथ, लुकावन आदि ग्रामीणों का कहना था कि पिछले तीन दशक में उन लोगों ने ऐसी बारिश नही ंदेखी थी। ग्रामीणों का कहना था कि बृहस्पतिवार की रात जिस तरह से मूसलाधार बारिश हो रही थी, उससे लग रहा था कि जैसे बादल फट गया हो?



Shalini singh

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