Sonbhadra News: यूपी में महज 10 सालों में 19,000 मेगावाट बढ़ी बिजली की खपत, 2024 में भी बना रिकार्ड

Sonbhadra News:मई माह में 29 हजार के इर्द-गिर्द रहने वाली बिजली की अधिकतम मांग, जून माह में पहले दिन ही 29322 मेगावाट पर पहुंच गई। यह रिकार्ड भी महज तीन दिन बाद टूट गया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 9 Jun 2024 2:49 PM GMT
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Sonbhadra News (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: यूपी के पावर हब कहे जाने वाले सोनभद्र में जहां ज्यादातर बिजलीघर 80 और 90 के दशक में स्थापित किए गए। वहीं, महज 14 सालों में बिजली की अधिकतम खपत लगभग 10 हजार से बढ़कर 29 हजार मेगावाट पहुंच गई है। इस बार तपिश का सितम बिजली खपत का हर तीसरे-चौथे दिन नया रिकार्ड बनाने में लगा है। मई माह में 29 हजार के इर्द-गिर्द रहने वाली बिजली की अधिकतम मांग, जून माह में पहले दिन ही 29322 मेगावाट पर पहुंच गई। यह रिकार्ड भी महज तीन दिन बाद टूट गया। चार जून को अब तक की सर्वाधिक मांग 29344 मेगावाट रिकार्ड की गई। मौसम में बदलाव के चलते दो-तीन दिन नरमी रही। शुक्रवार और शनिवार को चढ़े पारे के साथ ही बिजली की मांग एक बार फिर से शनिवार की रात पीक ऑवर में 29263 मेगावाट पर पहुंच गई। रविवार को दिन में भी बिजली की मांग 28 हजार मेगावाट तक पहुंची रही।

बिजली खपत के बदलते ट्रेंड के चलते पीक ऑवर में बदलाव

हालात को देखते हुए, जहां महंगी बिजली खरीद के साथ ही, सोनभद्र के कई हिस्सों मे बिजली की उपलब्धता प्रभावित होने पर आपात कटौती का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं, बिजली खपत के बदलते ट्रेंड को देखते हुए मई माह से यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड की ओर से पीक आवर में भी बदलाव किया गया है। अप्रैल माह तक जहां पीक ऑवर का समय शाम सात बजे से रात 11 बजे तक का समय निर्धारित था। वहीं, मई माह से इसका समय रात आठ से रात 12 बजे कर दिया गया है।


कुछ यह रहा है साल दर साल बिजली की मांग बढ़ने का आंकड़ा

वर्ष 2010 में बिजली की अधिकतम मांग पांच नवंबर को 10,677 मेगावाट रिकार्ड की गई थी। 26 अक्टूबर 2011 को यह बढ़कर 11,616, 22 जून 2012 को 12,048 मेगावाट, तीन नवंबर 2013 को 12,377 मेगावाट, 23 अक्टूबर 2014 13,003 मेगावाट, 11 नवंबर 2015 को 14,503 मेगावाट, अक्टूबर 2016 को 15,398, 23 जून 2017 को 18,061 मेगावाट, 16 जून 2018 को 20,062 मेगावाट, 12 अगस्त 2019 को 21,632 मेगावाट, 16 सितंबर 2020 को 23,867 मेगावाट, 16 जुलाई 2021 को 24,795 मेगावाट, नौ सितंबर 2022 को 26,569 मेगावाट, 24 जुलाई 2023 को 28,284 मेगावाट पहुंच गई। इस वर्ष अब तक अधिकतम मांग 29344 मेगावाट रिकार्ड की जा चुकी है जो यूपी ही नहीं, देश की सर्वाधिक मांग है। अभी रिकार्ड मांग और खपत का समय सितंबर तक बचा हुआ है। जो हालात हैं, उसको देखते हुए इस बार बिजली की अधिकतम मांग 30 हजार मेगावाट को भी पार कर जाने की संभावना जताई जा रहा है।

पिछले वर्ष से ढाई गुना बढ़ी बिजली की खपत: उर्जा मंत्री

तपिश के साथ ही, बढ़ती बिजली की रिकार्ड मांग को लेकर पावर सेक्टर को लोग भी परेशान हैं। उर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा है कि वर्ष 2024 में 29344 मेगावाट तक की आपूर्ति ऐतिहासिक है। यह पूरे देश में सबसे ज्यादा जो पिछले वर्षों के मुकाबले ढाई से तीन गुना अधिक है। अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा है कि हालात को देखते हुए बिजली आपूर्ति निर्बाध रखने के लिए उर्जा परिवार, सुबह, शाम, दोपहर, रात सभी समय कार्यरत है। प्रचंड तपिश में बढ़ती जरूरत की निर्बाध पूर्ति होती रहे, इसके लिए उन्होंने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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