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Sonbhadra News: आदिवासियों-मजदूरों के हक-हकूक के लिए खेमयू का प्रदर्शन खनन कार्यालय का घेराव कर लगाए नारे, मांगी सामाजिक सुरक्षा की गारंटी

Sonbhadra News: मजदूरों से लिए जाने वाले कामों में मशीनों के प्रयोग का विरोध जताते हुए खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट और खनन कार्यालय में घंटों धरना-प्रदर्शन किया। खनन कार्यालय का घेराव कर जहां जमकर नारे लगाए।

Kaushlendra Pandey
Published on: 25 Oct 2024 9:28 PM IST
Farm workers union workers demonstrated at the mining office for their rights
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खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने अपने अधिकारों के लिए किया खनन कार्यालय पर प्रदर्शन: Photo- Newstrack

Sonbhadra News: आदिवासियों के साथ होने वाली वारदातों में कड़ी कार्रवाई की मांग और मजदूरों से लिए जाने वाले कामों में मशीनों के प्रयोग का विरोध जताते हुए खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट और खनन कार्यालय में घंटों धरना-प्रदर्शन किया। खनन कार्यालय का घेराव कर जहां जमकर नारे लगाए। वहीं, मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित करने की मांग की।

उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन के आवाहन पर यूनियन के दर्जनों कार्यकर्ता मजदूरों के साथ जूलुस की शक्ल में दोपहर में खनन कार्यालय पहुंचे। वहां मशीनों की जगह मजदूरों से काम लिए जाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। यहां के बाद प्रदर्शन कर रह लोग जिलाधिकारी कार्यालय पंहुचे और यहां जाति जनगणना कराने, मनरेगा को इमानदारी से लागू करने, दलित अत्याचारों पर रोक लगाने, खेत मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा की गारंटी आदि मांगों को लेकर आवाज उठाई।

इन-इन मुद्दों पर भी प्रदर्शनकारी हुए मुखर

विद्युत संशोधन कानून 2022 को तत्काल वापस लिए जाने, स्मार्ट मीटर व्यवस्था को हटाकर विद्युत उपभोक्ताओं के हित को ध्यान में रखते हुए बैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने, बटाई पर लेकर दूसरे के खेतों पर खेती करने वाले खेत मजदूरों को फसल बीमा का लाभ दिए जाने, फसल का नुकसान होने की स्थिति में उचित मुआवजा दिया जाने, मनरेगा के तहत काम करने वाली महिला खेत मजदूरों के लिए कार्य स्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित किए जाने, मजदूरों को 55 वर्ष की उम्र के बाद 5000 रुपये प्रति माह पेंशन दिए जाने, सभी खेत मजदूरों को मनरेगा के तहत वर्ष में 200 दिन का काम और 700 रुपये प्रतिदिन न्यूनतम मजदूरी की मांग की। इसी तरह कई और मांगें उठाई गई।

इनकी-इनकी रही मौजूदगी

आरके शर्मा, देव कुमार विश्वकर्मा, अमरनाथ सूर्य, हृदयनारायण गुप्ता, तारकेश्वर गुप्ता, बसावन गुप्ता, रामसूरत बैगा, शिव नारायण, अयोध्या प्रसाद खरवार, बीरबल खरवार, जगरनाथ बैगा, बुद्धि राम बैगा, बाबूलाल चेरो, सूरज धरकार, योगेंद्र कुमार, राम लखन, शिव चरण सिंह खरवार, सितवंती देवी, कलावती देवी, मालती, मान कुंवर, फुलपतिया देवी, कला कुमारी, पुष्पा, रामधनी, मुन्ना धरकार, जगरनाथ गोंड, देव नारायण व विजय कुमार आदि की मौजूदगी बनी रही।



Shashi kant gautam

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