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Sonbhadra News: कड़ाके की ठंड में बेघर हुए अधिवक्ता समेत चार लोग, दंबगों ने ढहाया आशियाना
Sonbhadra News: मड़रा के रहने वाले दोनों पक्षों के लोगों में जमीन का विवाद है। आरोपी पक्ष की तरफ से गत शनिवार को राबटर्सगंज तहसील में आयोजित समाधान दिवस में जमीन के नापी की गुहार लगाई गई थी।
Sonbhadra News: राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मड़रा में दबंग किस्म के लोगों की तरफ से अचानक धावा बोलकर फावड़ा-कुदाल से अधिवक्ता सहित चार का आशियाना ढहाए जाने का मामला सामने आया है। प्रकरण को लेकर पीड़ित की तरफ से राबटर्सगंज कोतवाली में तहरीर दे दी गई है। 112 नबर डायल कर भी पुलिस को सूचना दी गई। मामले में पुलिस की तरफ से आरोपी पक्ष को बुलावा भी भेजा गया लेकिन उनके न पहुंचने से इस मामले का कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया। इसके चलते प्रभावी परिवार के लोग, कड़ाके की ठंड में या तो घर के बच्चे हिस्से में या फिर किसी दूसरे के घर में शरण लेने के लिए मजबूर हैं।
जमीन की नापी ने दी विवाद का हवा, अगले दिन बोल दिया गया हवा
बताते हैं कि मड़रा के रहने वाले दोनों पक्षों के लोगों में जमीन का विवाद है। आरोपी पक्ष की तरफ से गत शनिवार को राबटर्सगंज तहसील में आयोजित समाधान दिवस में जमीन के नापी की गुहार लगाई गई थी। इसके क्रम में लेखपाल और कुछ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे हुए थे। घर ढहाए जाने से बेघर हुए पीड़ित पक्ष का कहना था कि जिस जमीन को लेकर विवाद है, उसकी नापी न कर दूसरा नंबर नाप दिया गया। इसको लेकर वह लोग सोमवार को तहसील पहुंचकर आपत्ति करने वाले थे। आपत्ति कर पाते, इससे पहले सोमवार की सुबह आरोपी पक्ष के आठ-10 लोगों ने एक साथ फावड़ा कुदाल लेकर घरों पर धावा बोल दिया। जिस वक्त धावा बोला गया उस वक्त पुरूष सदस्य खेत पर गए हुए थे। घर पर सिर्फ पत्नी और बच्चे मौजूद थे।
महिला-बच्चे करते रहे मिन्नत, ढहा दिए गए आशियाने
आरोप है कि महिलाएं-बच्चे जब तक समझ पाते, तब तक नापी कराने वाले पक्ष ने मकान को ढहाना शुरू कर दिया। कच्चा मकान होने के कारण कुछ देर में ही दिवाल और छाजन ध्वस्त कर दिए गए। परेशान हाल महिला-बच्चे आरोपियों से घर न गिराने की मिन्नत करते रहे, लेकिन किसी ने एक न सुनी। गांव के लोगों से मिली सूचना के आधार पर जब तक पुरूष सदस्य पहुंचे। तब तक अधिवक्ता जगमोहन, अजीत कुमार, रामराजी, राजाराम का आशियाना ढहाया जा चुका है। ग्रामीणों के मुताबिक इसमें अधिवक्ता जगमोहन, अजीत कुमार और राजाराम घर के दूसरे हिस्से में किसी तरह शरण लिए हुए हैं। वहीं, रामराजी को बेटे सहित पूरी तरह से बेघर होना पडा है। अधिवक्ता जगमोहन ने बताया कि 112 नंबर डायल कर तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी गई। वहीं, कोतवाली पहुंचकर भी तहरीर पुलिस को सौंप दी गई है।
मामला संज्ञान में, लिया जा रहा एक्शनः प्रभारी निरीक्षक
प्रभारी निरीक्षक शिव प्रताप वर्मा ने फोन पर बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इसको लेकर दोनों पक्षों को बुलाया भी गया था लेकिन शाम तक वह लोग नहीं पहुंचे हैं। सोमवार को इस मामले की पूरी जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी।