Sonbhadra: बिहार पुलिस में दारोगा की नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ी ठगी, दो को बनाया शिकार, धोखाधड़ी का केस दर्ज

Sonbhadra News: नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला एक बड़ा सिंडीकेट सामने आया है। ठगों के फूलप्रूफ प्लान में फंसकर पटना तक दौड़ लगाने वाले दो युवकों की तहरीर पर चोपन पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 13 Feb 2024 12:36 PM GMT
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Sonbhadra News (Pic:Social Media)

Sonbhadra News: बिहार पुलिस में दारोगा की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला एक बड़ा सिंडीकेट सामने आया है। ठगों के फूलप्रूफ प्लान में फंसकर पटना तक दौड़ लगाने वाले दो युवकों की तहरीर पर चोपन पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। फिलहाल जौनपुर के रहने वाले एक व्यक्ति पर केस दर्ज किया गया है लेकिन जिस तरह से यूपी से बिहार की राजधानी पटना तक गिरोह का सिंडीकेट फैले होने और उनकी पहुंच पटना पुलिस मुख्यालय तक होने की बात, पीड़ितों की तरफ से सामने आए हैं, उसने लोगों को होश उड़ा दिए हैं। फिलहाल प्रकरण में डा. यशवीर सिंह के निर्देश पर चोपन पुलिस ने धारा 419, 420 और 406 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

इस तरह बनाया ठगी का शिकार

सत्यांशु यादव पुत्र राधेश्याम यादव निवासी 11/331 फारेस्ट कालोनी ओबरा, थाना ओबरा और निखिल सोनी पुत्र विरेंद्र कुमार निवासी प्राइमरी रकूल के पास, बिल्ली गांव, बिल्ली-मारकुण्डी थाना ओबरा ने तीन-चार दिन पूर्व एसपी से मुलाकात कर धोखाधड़ी की जानकारी दी थी और उनसे कार्रवाई की गुहार लगाई थी। बताया कि शुभम श्रीवास्तव नाम का व्यक्ति जो कादनपुर, पोस्ट कोटवा, मछलीशहर जौनपुर का रहनावाला है, की मुलाकात निखिल सोनी से डाला स्थित होटल सत्यम शिवम सुंदरम में मुलाकात हुई थी। इसी होटल में निखिल सोनी काम करता था। शुभम में यहां कर्मचारी के रूप में काम करने आया था।

पहले बढ़ाई नजदीकी, फिर दिया नौकरी दिलाने का झांसा

गत 21-22 नवम्बर को उाला कर्मचारी के रूप में आए शुभम ने पहले तीन-चार दिन तक निखिल सोनी से नजदीकी बढ़ाई। इसके बाद बिहार पुलिस में एसआई की नौकरी दिलाने का झांसा दिया। कहा कि उसके चाचा रणधीर श्रीवास्तव बिहार पुलिस में डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं। वह उसकी सीधी भर्ती करा देंगे। उसके झांसे में आकर निखिल ने सत्यांशु यादव को इसकी जानकारी दी। दोनों उसके झांसे में आकर कथित नौकरी के लिए उसे अपना डाक्यूमेंट भेजे, जिसे आरोपी की तरफ से कथित रणधीर श्रीवास्तव के ह्वाटसअप पर भेजा जाना दिखाते हुए पीड़ितों को भरोसे में लिया और उनकी बात पटना के कथित गंगवार सर से कराई। बताया कि वह उसके चाचा के दोस्त है और बिहार पुलिस में एडीजीपी है। उन्हें वर्दी लगी एक फोटो दिखाई और उन्हें एडीजीपी शुभम गंगवार बताया। उसनें एक ह्वाट्सअप चैट भी दिखाया जिसमें आरोपी और कथित गंगवार के बीच बात भी हुई थी।

बिहार पुलिस हेडक्वार्टर बुलावे का मैसेज दिखा ले गया पटना

आरोपी ने पीड़ितों को 27 नवंबर 2023 का एक मैसेज दिखाया था जिसमें लिखा था कि डाक्यूमेंट देख लिए हैं। दोनों लड़कों को लेकर पटना हेडक्वार्टअर आओ। आज्ञा से -अपर पुलिस महानिदेशक पटना, बिहार पुलिस। इस मैसेज के जरिए दोनों पीड़ित पटना पहुंचे और वहां से ओबरा ले जाया गया। ले जाने के नाम पर ऑनलाइन पैसे लिए गए। पुलिस कार्यालय पटना ले जाकर पीड़ितों में से एक को दूसरे तल पर भेजा। कहा कि जाओ पूछकर आओ कि कि रणधीर श्रीवास्तव सर कब आएंगे। वहां एक व्यक्ति साफ-सफाई कराता मिला, जिसने कहा कि वह देर से आएंगे। उनसे मिलना है तो गेट नंबर 12 के आगे समाहरणालय चले जाइए। वहां जाने के पहले शुभम ने सत्यांशु यादव से 35000 कैश लिया और पैसे को लिफाफे मे डालकर दूसरे तल पर गया और कुछ देर बाद नियुक्ति पत्र जैसा कागजात लेकर चला आया। इसके बाद समाहरणालय ऑफिस पहुंचा, कथित रणधीर श्रीवास्तव को फोन किया तो काल रिसीव करने वाले ने कहा प्रतीक्षा करिए।

रूपये ऐंठन के बाद पत्नी की बीमारी का बहाना बना हो लिया वापस

कुछ देर बाद शुभम को एक काल आई जिसके जरिए कहा गया है कि उसके पत्नी की तबियत खराब है। इसके बाद शुभम कथित रणधीर से बाद में मिलवाने की बात कहते हुए वापस सोनभद्र ले आया। वहीं शुभम पत्नी से मिलने जाने की बात कहकर मुगलसराय से अलग हो गया। जाते समय कथित गंगवार सर का नंबर देकर उनसे संपर्क में रहने को कहा गया। इसके जरिए पीड़ितों को मेडिकल बनवाकर भेजने, उसके बाद जल्द ही ट्रेनिंग के लिए भेजने का झांसा देकर वर्दी के नाम पर 42-42 हजार झटक लिए गए।

बहानेबाजी का चलता रहा दौर, फिर हो गया डिसकनेक्ट

इसी तरह बहानेबाजी का दौर चलता रहा। पीड़ितों को दोबारा पटना भेजकर इधर-उधर घुमाया गया। 15 जनवरी के बाद कॉल रिसीव करना ही बंद कर दिया गया। काफी प्रयास के बाद भी जब आरोपी से संपर्क नहीं हुआ तो पीड़ितों ने एसपी के यहां पहुंचकर धोखाधडी से अवगत कराया। पुलिस के मुताबिक पीड़ितों की तरफ से दी गई तहरीर पर शुभम श्रीवास्तव के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

Durgesh Sharma

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