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Sonbhadra: आदिवासी किसान के साथ फर्जीवाड़ा, लोन माफी के नाम पर ऐंठे 1.61 लाख, लिखवा ली कई बीघे जमीन

Sonbhadra: आदिवासी किसान को उसकी जमीन पर कम ब्याज वाला लोन दिलाने और बाद में उसे पूरा माफ करा देने का झांसा दिलाकर, 1.61 लाख का चूना लगा दिया गया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 25 Dec 2023 4:19 PM IST
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सोनभद्र में आदिवासी किसान के साथ फर्जीवाड़ा (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: सरकार की तरफ से आदिवासी समाज के लाभ के लिए कई योजनाएं चलाए जाने के बावजूद, दलालों का गिरोह, आदिवासी किसानों के भोलेपन का फायदा उठाकर उनकी जमा-पूंजी हथियाने में लगा हुआ है। एक ऐसा ही मामला दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के कटौंधी गांव से सामने आया है। यहां एक आदिवासी किसान को उसकी जमीन पर कम ब्याज वाला लोन दिलाने और बाद में उसे पूरा माफ करा देने का झांसा दिलाकर, 1.61 लाख का चूना लगा दिया गया। बैंक से लोन के वसूली की नोटिस पहुंची तो उसे जेल जाने का डर दिखाकर सड़क किनारे स्थित पांच बीघे से अधिक जमीन लिखवा ली गई। लोन और वसूली नोटिस दोनों के नाम पर जब उसे ठगे की जानकारी हुई तो दो साल तक अधिकारियों को यहां चक्कर लगाया। मदद नहीं मिल पाई, तब पिछले वर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया। अब इस मामले में न्यायालय सिविल जज जूनियर डिवीजन की तरफ से दुद्धी कोतवाली का मामला दर्ज कर विवेचना करने के निर्देश दिए गए हैं।

यह बताया जा रहा पूरा मामला

कटौंधी निवासी महावीर गोंड़ पुत्र राजाराम ने न्यायालय सिविल जज जूनियर डिवीजन में अधिवक्ता प्रभु सिंह कुशवाहा और आशीष गुप्ता के जरिए धारा 156 (3) सीआरपीसी के तहत प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। इसके जरिए अदालत को अवगत कराया था कि पीड़ित को कोई पुत्र नहीं है। केवल तीन तीन पुत्रियां है जिनकी भी शादी हो चुकी है। कुछ वर्ष पूर्व गांव के ही लक्षुमन और उसके साथियों ने किसानों के लिए काफी कम ब्याज पर लोन मिलने और बाद में पूरा लोन माफ हो जाने की बात कहते हुए, इलाहाबाद बैंक की शाखा अमवार से किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर डेढ़ लाख और आर्यावर्त बैंक की झारोकला शाखा से 1.11 लाख का लोन करवाया। लोन के उपरांत विथड्राल के जरिए खाते से धन की निकासी कराकर पीड़ित को एक लाख थमाए गए। शेष रकम, लोन दिलाने में व्यय होने की बात कहते हुए डकार लिया गया। लोन कितने का हुआ, इसके बारे में भी पूरी जानकारी नहीं दी गई।

पहुंची वसूली नोटिस तब 2.61 लाख के लोन की हुई जानकारी

पीडित को बैंक से वसूली नोटिस पहुंची तब जाकर उसे पता चला कि उसके नाम पर डेढ़ लाख नहीं बल्कि 2.61 लाख का लोन निकाल लिया गया है। इस पर वह घबड़ाकर संबंधित व्यक्तियों के पास पहुंचा तो वहां से जेल का डर दिखाते हुए कहा गया कि जल्दी से लोन चुकता कर दो नहीं तो जेल चले जाओगे। इससे घबड़ाए पीड़ित ने आरोपियों से कोई रास्ता निकालने की गुहार लगाई तो उन्होंने उसे छह लाख में छह विश्वा जमीन बेचने के लिए कहा। लोन रिकवरी की नोटिस सिर पर लटकती देख किसान ने इसके लिए हामी भर दी ।

रजिस्ट्री दफ्तर ले जाकर लिखवा ली पांच बीघे आठ कट्ठा जमीन

बातचीत तय होने केबाद उसे जमीन की बिक्री के लिए सब रजिस्ट्रार कार्यालय दुद्धी ले जाया गया जहां उसके अनपढ़ होने और भोलेपन का फायदा उठाकर, उससे छह विश्वा की जगह पांच बीघा आठ कट्ठा जमीन शिवबालक पुत्र जगेश्वर के नाम, 10 सितंबर 2021 को लिखवा ली गई और उसे पेशगी के नाम पर महज एक लाख थमाकर गायब हो गए। जब लोन और जमीन बिक्री, दोनों में ठगी की जानकारी हुई तो पीड़ित और उसकी पुत्रियों ने पहले अधिकारियों के दफ्तर और तहसील दिवस का चक्कर लगाया। कोई हल निकलता देख न्यायालय की शरण ली। वहां से पुलिस से आख्या तलब करने के बाद, प्रथमदृष्ट्या संज्ञेय अपराध पाते हुए, दुद्धी कोतवाली पुलिस को मामले की एफआईआर दर्ज कर विवेचना का आदेश पारित कर दिया।



Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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