Sonbhadra News: कबाड़ियों से जुड़े गिरोह ने उड़ाया था 92 लाख का अल्युमिनियम, तीन गिरफ्तार

Sonbhadra News: बरामद किए गए अल्युमिनियम की कीमत जहां लगभग 31 लाख बताई जा रही है। वहीं पूछताछ में यह भी सामने आया है कि माल को गायब करने में कबाड़ के धंधे से जुड़े लोगों की भी अहम भूमिका थी।

Kaushlendra Pandey
Published on: 1 Oct 2024 1:57 PM GMT
A gang of scrap dealers had stolen aluminium worth 92 lakhs, three arrested
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कबाड़ियों से जुड़े गिरोह ने चोरी किया था 92 लाख का अल्युमिनियम, तीन गिरफ्तार: Photo- Newstrack

Sonbhadra News: हिण्डाल्को रेणुकूट से जेएसडब्लू स्टील लिमिटेड डोल्वी, महाराष्ट्र के लिए ले जाए जा रहे अल्युमिनियम को बीच रास्ते गायब कर दिए जाने के मामले का खुलासा करते हुए पिपरी पुलिस ने तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके कब्जे से कबाड़ियों के यहां बिक्री के लिए ले जाए जा रहे अल्युमिनियम की बची तीसरी खेप (दो ट्रक) के साथ ही, एक कार को बरामद किया गया है। बरामद किए गए अल्युमिनियम की कीमत जहां लगभग 31 लाख बताई जा रही है। वहीं पूछताछ में यह भी सामने आया है कि माल को गायब करने में कबाड़ के धंधे से जुड़े लोगों की भी अहम भूमिका थी। पकडे़ गए व्यक्तियों से पूछताछ में तीन और नाम सामने आए हैं, जिनकी तलाश जारी है। साथ ही जिस ट्रक से पूरा माल ले जाया गया था, उसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

यह था पूरा मामला

गत 20 अगस्त को पिपरी पुलिस को एक ट्रांसपोर्ट कंपनी की तरफ से तहरीर दी गई कि हिण्डाल्को रेणुकूट 29.825 मिट्रिक टन अल्युमिनियम, जिसकी कीमत 91 लाख 75 हजार इक्यावन रुपया है, को 31 जुलाई 2024 को ट्रक पर लोड कर जेएसडब्ल्यूस्टील लिमिटेड डोल्वी महाराष्ट्र भेजा गया था। जिस ट्रक पर माल लोड किया गया था, उसको युनुस अंसारी पुत्र अब्दुल रसीद निवासी पोस्ट जरवा, थाना जरही, जिला हजारीबाग (झारखंड) के नाम पंजीकृत है लेकिन अबतक माल नहीं पहुंचा है। इस पर पिपरी पुलिस ने धारा 316(3), 318(4), 61(2), 319(2), 338, 336(3), 340(2) बीएनएस के तहत मामला पंजीकृत कर प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी।


कुछ इस तरह पुलिस को मिली कामयाबी

मामले में मिली कामयाबी का मंगलवार की दोपहर बाद अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने पुलिस लाइन में खुलासा किया। बताया कि मामले में एसपी की तरफ से अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय और क्षेत्राधिकारी पिपरी के निर्देशन में थाना पिपरी की टीम गठित कर मामले के जल्द खुलासे के निर्देश दिए इसी कड़ी में मंगलवार की पूर्वान्ह 11.00 बजे के करीब सूचना मिली कि माल गायब करने वाले गिरोह से जुड़े कुछ लोग पिपरी थाना क्षेत्र के खाड़पाथर जंगल में मौजूद हैं।

पहुंची टीम तो कबाड़ियों के यहां माल पहुंचाने की चले रही थी तैयारी

सूचना के आधार पर टीम ने बताई गई जगह पद दबिश दी तो देखा कि मौके पर दो ट्रकें मौजूद थी, जिसमें एक ट्रक पर लाए गए अल्युमिनियम को दूसरे ट्रक पर लादा जा रहा था। पास ही एक कार भी खड़ी थी। अल्युमिनियम सहित तीनों वाहनों को कब्जे में लेने के साथ ही, मौके पर मौजूद मिले इस्माइल पीर मोहम्मद शेख 65 वर्ष पुत्र स्व. पीर मोहम्मद निवासी अन्नासाम नगर चिचंवड 18, थाना पिपरी, जिला पुणे, महाराष्ट्र, अजमत अली उर्फ अमजद खान 36 वर्ष पुत्र आशरफ उल्लाह खान निवासी जींसी खास गेट, थाना जींसी, जिला औरंगाबाद, महाराष्ट्र और सैय्यद फजल 37 वर्ष पुत्र सैय्यद बादशाह निवासी भरत नगर बालूज, थाना बालूज, जिला औरंगाबाद, महाराष्ट्र को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी- वरामदगी के आधार पर मामले में धारा 317(2) बीएनएस की बढोत्तरी भी की गई।

पूछताछ में 61 लाख का माल बेच देने का हुआ खुलासा

एएसपी कालू सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान इस्माइल पीर मोहम्मद शेख ने बताया कि ट्रक संख्या एमएच-12-एनएक्स-3068 उसके नाम से पंजीकृत है । उसके सहयोगी अजमत अली, सैय्यद फजल व वारिस अली सहित अन्य ट्रक ट्रांसपोटिंग के काम के साथ ही भंगार यानी कबाड़ का कार्य करते हैं।

वारिस ने बनाई थी माल को खपाने की पूरी प्लानिंग

पूछताछ में पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक वारिस अली ने फोन के जरिए इस्माइल सहित अन्य को सूचना दी थी कि वह अपने साथी विद्यासागर मिश्रा और राजा मियां के माध्यम से हिन्डालको कंपनी रेनुकूट सोनभद्र से एल्युमिनियम की सिल्ली लेकर ट्रक संख्या जेएच-02-एजेड-5761 से निकल रहा है। तय प्लानिंग के मुताबिक फर्जी कागजात, फर्जी एग्रीमेंट और फर्जी नंबर प्लेट लगाकर औरंगाबाद और पुणे में एल्युमिनियम की सिल्लियों का दो हिस्सा बेच दिया। बचे हुए एक हिस्से को झारखंड और बिहार ले जाकर छोटे कबाडियों को बेचने की योजना बनाई गई थी और इसी सिलसिले में इसे दो ट्रकों पर लोड किया जा रहा था।

चौकी प्रभारी की अगुवाई वाली टीम ने पाई कामयाबी

बताया गया कि मामले के खुलासे में एसआई राजेश जी चौबे चौकी प्रभारी रेनूकूट, हेड कांस्टेबल प्रकाश सिंह सर्विलांस टीम, कांस्टेबल प्रदीप कुमार, सिकंदर सरोज थाना पिपरी ने अहम भूमिका निभाई।

Shashi kant gautam

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