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Sonbhadra News: धान खरीद की गड़बड़ी पर जेल भेजवाने की धमकी देने वाले भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष गिरफ्तार
Sonbhadra News: घोरावल थाना क्षेत्र के रामफल नामक एक व्यक्ति ने स्वयं को किसान बताते हुए एसपी के यहां दरख्वास्त देकर कार्रवाई की गुहार लगाई थी। आरोप लगाया था कि देवेंद्र सिंह एंटी करप्शन ब्यूरो ऑफ इंडिया का फर्जी नोटिस थमाकर जेल भेजवाने की धमकी दे रहे हैं।
Sonbhadra News: धान खरीद में कथित गड़बड़ी पर किसानों को जेल भेजवाने की धमकी देने, कथित तौर पर जेल जाने से बचाने के नाम पर पैसे मांगने के आरोप. में, भारतीय किसान यूनियन जनशक्ति के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। उन पर पिछले महीने एक कथित किसान की तरफ से आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था। प्रकरण में उनके खिलाफ बीएनएस की धारा 308(2), 336(3) और 340(2) के तहत कार्रवाई की गई है। पूछताछ कर, दोपहर बाद उनका चालान कर दिया गया।
जानिए क्या है आरोप? जिसको लेकर हुई गिरफ्तारी:
घोरावल थाना क्षेत्र के रामफल नामक एक व्यक्ति ने स्वयं को किसान बताते हुए एसपी के यहां दरख्वास्त देकर कार्रवाई की गुहार लगाई थी। आरोप लगाया था कि देवेंद्र सिंह एंटी करप्शन ब्यूरो ऑफ इंडिया का फर्जी नोटिस थमाकर जेल भेजवाने की धमकी दे रहे हैं। इससे बचाने के नाम पर पैसे की मांग कर रही थी। प्रकरण पर एसपी ने प्रभारी निरीक्षक घोरावल को जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया था जिसके क्रम में घोरावल थाने में बीएनएस की धारा 308(2), 336(3) और 340(2) आईपीसी के तहत केस दर्ज कर छानबीन की जा रही थी। इसी कड़ी में बुधवार की सुबह प्रभारी निरीक्षक कमलेश पाल, घोरावल चौकी प्रभारी अजय कुमार श्रीवास्तव ने घोरावल नगर के मेन तिराहे के पास से देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद चालान कर दिया गया।
भाकियू नेता ने फर्जीवाडा करने वालों पर साजिश रचने का लगाया आरोप:
उधर, भाकियू नेता देवेंद्र सिंह की तरफ से आरोपों को झूठा बताया गया है। उनका कहना है कि जब उन्हें फर्जी अभिलेखों पर सरकारी धान खरीद की जानकारी हुई तो उन्होंने खाद्य के पोर्टल से जानकारी प्राप्त की। पता चला कि सर्वे गांव की फर्जी जमीन पंजीकरण में दर्शा कर धान बेचा गया था। सर्वे गांव की जमीन की जानकारी आनलाईन भूलेख पोर्टल पर उपलब्ध नहीं होने के कारण सत्यापन करने वाले अधिकारी इस गड़बड़ी को पकड़ नहीं आए।
किया दावाः कई अधिकारियों से लगाई गुहार नहीं हुई सुनवाई:
देवेंद्र सिंह के हवाले से उपलब्ध कराई गई जानकारी में दावा किया गया है कि उन्होंने इस प्रकरण को लेकर जिले के आला अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई। जांच के निर्देश भी जारी किए गए लेकिन वर्ष 2023-2024 का पूरा सत्र समाप्त हो गया कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। कहा गया है कि प्रकरण को लेकर थानाध्यक्ष से भी मुलाकात की गई थी पर कोई नतीजा सामने नहीं आया। आरोप लगाया गया है कि फर्जीवाडा करने वाले द्वारा दबाव बनाने के लिए फर्जी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, ताकि वह फर्जी जमीन लगाकर बेचे गए धान के प्रकरण की जांच का मांग करना बंद कर दें।
बड़ा दावा - किसी रामफल से कभी नहीं हुई मुलाकात:
एफआईआर दर्ज होने के बाद, देवेंद्र सिंह की तरफ से जिला खाद्य विपणन अधिकारी को भेजा गया एक पत्र सामने आया है जिसमें उनकी तरफ से दावा किया गया है कि वह किसी रामकेश नामक व्यक्ति से कभी नहीं मिले हैं। आरोप लगाया है कि उभ्भा गाव की फर्जी जमीन दर्ज कर मंडी घोरावल के क्रय केंद्र (मंडीयार्ड घोरावल घोरावल नगर पंचायत) पर 21 फरवरी 2024 को 99 कुंतल 20 किलो धान की बिक्री की गई। इसका विवरण विभागीय पोर्टल पर होने का दावा किया गया है। फिलहाल देवेंद्र की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों में सच्चाई कितनी है यह तो पुलिस या विभागीय जांच के बाद ही सामने आएगा फिलहाल पिछले माह दर्ज किए गए केस में, उनकी गिरफ्तारी को लेकर चर्चाएं बनी हुई हैं।