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Sonbhadra News: सूर्योपासना का महापर्व: श्रद्धालुओं से पटे छठ घाट, यूपी-झारखंड सीमा पर हुई महाआरती, गीत-संगीत की रही धूम
Sonbhadra News: 36 घंटे कठिन व्रत का संकल्प लेकर पूजा घाटों पर पहुंची व्रती महिलाओं ने अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर छठी मइया के पूजन-आराधना के लिए रात्रि जागरण की शुरूआत की।
Sonbhadra News: सूर्योपासना के महापर्व पर बृहस्पतिवार को छठ पूजा घाटों पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। 36 घंटे कठिन व्रत का संकल्प लेकर पूजा घाटों पर पहुंची व्रती महिलाओं ने अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर छठी मइया के पूजन-आराधना के लिए रात्रि जागरण की शुरूआत की। यूपी-झारखंड सीमा पर सततवाहिनी किनारे स्थित सूर्य मंदिर पर महाआरती का आयोजन किया गया। गंगा की तर्ज पर वाराणसी से आई ब्राह्मणों की टीम के साथ पांच हजार से अधिक भक्तों ने सूर्यदेव की आरती उतारी। इस दौरान सूरज देव और छठी मइया के जयघोष और गीतों से चप्पा-चप्पा गुलजार रहा। पटाखे-आतिशबाजी के जरिए भी पर्व को लेकर उत्साह जताया जाता रहा।
सुबह से ही लोगों में बनी रही उत्साह की स्थिति
छठ पूजा को लेकर सुबह उत्साह की स्थिति बनी रही। प्रसाद-पूजन सामग्री के लिए जहां बाजारों में भारी भीड़ उमड़ी रही। वहीं, शाम चार बजते-बजते गाज-बाजे के साथ, छठ घाटों पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। जिला मुख्यालय पर रामसरोवर, बढ़ौली तालाब, राबटर्सगंज-पन्नूगंज मार्ग स्थित मेहुड़ी नहर क्रासिंग, पुसौली तालाब, अकड़हवा पोखरा आदि जगहों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
औद्योगिक सेक्टर में घर-घर रही छठ पूजा की धूम
जिले के औद्योगिक अंचल में घर-घर छठ पूजा की धूम रही। ओबरा में रेणुका नदी पर, चोपन में सोन नदी घाट, दुद्धी में मराठा तालाब, अनपरा में शिव मंदिर परिसर, कहुआनाला छठ घाट पर श्रद्धा का रेला उमड़ा रहा। मन्नत पूरी होने पर कई व्रतियों ने लेटकर छठ घाटों पर पहुंचने की परंपरा निभाई। क्या बच्चे, क्या बूढ़े, क्या महिला, क्या पुरूष, सभी में छठ पर्व को लेकर उल्लास बना रहा। सुरक्षा के मद्देजनर भी जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में कड़े प्रबंध रखे गए।
यूपी-झारखंड सीमा पर पहुंचे कई राज्यों के श्रद्धालु
यूपी-झारखंड सीमा पर सततवाहिनी तट स्थित सूर्य मंदिर पर छठ पूजन के लिए सिर्फ यूपी-झारख्ंाड के ही नहीं, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और बिहार के भी श्रद्धालु पहुंचे रहे। यहां की आकर्षक सूर्य प्रतिमा, पूजन का अनोखा अंदाज और श्रद्धा के समुद्र में गोते लगाने के विवश कर देने वाली महाआरती, आकर्षक सजावट, भजन गीतों से भरा सांस्कृतिक कार्यक्रम व्रतियों, श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।
घंटा-घड़ियाल बजाकर उतारी सूर्यदेव की आरती, मेले जैसा रहा माहौल
यूपी-झारखंड सीमा पर विंढमगंज मं घंटा-घड़ियाल बजाकर सूर्यदेव की आरती गई। शाम साढ़े बजे अस्त होते सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही, आरती की शुरूआत की गई। लगभग 3000 व्रतियों ने जहां सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। वहीं 5000 से अधिक महिला-पुरुषों ने भगवान भाष्कर की आरती की। भारी भीड़ के चलते मेले जैसा माहौल बना रहा। प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार यादव और उनकी टीम जहां सुरक्षा के मद्देनजर मौजूद रही। वहीं, नदी में उतरकर अर्घ्य देने के दौरान किसी के साथ अप्रिय स्थिति न बनने पाए, इसके लिए वालंटियरों की टीम सक्रिय रखी गई। पूजा परिसर के पास, दो दर्जन व्यंजनों के स्टॉल भी सजे रहे। वहीं, बच्चे झूला, मिकी माउस का लुत्फ उठाते रहे।