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Sonbhadra News :सोनभद्र में वाराणसी-विंध्य रीजन की सर्वाधिक बारिश, रिहंद के सात, ओबरा के सात फाटक खोले गए
Sonbhadra News: इस बार की बारिश के सीजन में अब तक जहां वाराणसी और विंध्य रीजन में सर्वाधिक बारिश सोनभद्र में रिकॉर्ड की गई है। वहीं लगातार बारिश के चलते, एशिया के विशालतम जलाशयों में एक रिहंद डैम के तेजी से बढ़े जलस्तर के कारण, सात गेट खोलने पड़े हैं।
Sonbhadra News: इस बार की बारिश के सीजन में अब तक जहां वाराणसी और विंध्य रीजन में सर्वाधिक बारिश सोनभद्र में रिकॉर्ड की गई है। वहीं लगातार बारिश के चलते, एशिया के विशालतम जलाशयों में एक रिहंद डैम के तेजी से बढ़े जलस्तर के कारण, सात गेट खोलने पड़े हैं। ओबरा बांध का भी जलस्तर, अधिकतम निशान को पार कर जाने के कारण सात गेटों को खोलकर पानी बहाया जा रहा है। ओबरा डैम और रिहंद डैम स्थित कुल नौ जल विद्युत इकाइयों से पूरी क्षमता से उत्पादन लिए जाने के जरिए पानी छोड़ने के साथ ही, समाचार दिए जाने तक रिहंद और ओबरा जलाशय से कुल 1,43,500 क्यूसेक पानी छोड़ने का क्रम जारी था।
वर्ष 2016 में हुई मजे की बारिश के चलते 6 सितंबर 2016 को रिहंद डैम का जलस्तर, 872.6 फीट रिकॉर्ड किया गया था और इसके चलते रिहंद के सभी 13 गेट खोलने पड़े थे। उसके बाद से अब तक का जलस्तर अधिकतम 868 फीट तक का रिकॉर्ड किया गया था। इस बार बारिश के सीजन में अगस्त माह में हुई अच्छी बारिश के चलते एक बार फिर से रिहंद का जलस्तर अधिकतम जलस्तर के करीब जा पहुंचा है। बुधवार की सुबह बात का जलस्तर 869 फीट को पार करने के साथ ही गेटों के खोलने का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह 8:00 बजे पहला गेट खोला गया। दोपहर होते-होते बांध का जलस्तर 870 फीट पर पहुंच गया। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तरफ से तेजी से पानी की आवक को देखते हुए रिहंद डैम के दो और गेट खोल दिए गए। शाम पांच बजते-बजते तीन और गेट खोल दिए गए। समाचार दिए जाने तक जहां रिहंद स्थित सभी छह जल विद्युत इकाइयों से पूरी क्षमता से विद्युत उत्पादन कर पानी छोड़े जाने का कर्मचारी था। वहीं, 13 में से छह गेटों को 10 फीट ऊंचा खोलकर लगभग 70,000 क्यूसेक पानी बहाए जाने का क्रम जारी था।
ओबरा बांध से भी लगातार बहाया जा रहा है पानी
लगातार बारिश और रिहंद बांध से छोड़े जा रहे पानी के कारण ओबरा बांध का जलस्तर 193.24 मीटर के अधिकतम निशान को पार कर गया है। इसको देखते हुए ओबरा बांध के पांच गेट खोले गए हैं। यहां स्थापित तीन जल विद्युत इकाइयों से भी उत्पादन लेते हुए 51000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने का क्रम बना हुआ है। उधर नगवां-धंधरौल बात से भी नहरों और सिलहट डैम के जरिए, 1500 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ने का क्रम जारी है।
सोन नदी के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट की स्थिति बनाए रखने के निर्देश
हालात को देखते हुए जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह ने सभी संबंधितों को सोन नदी के जलस्तर पर नजर बनाए रखने और तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच अलर्ट की स्थिति बनाए रखने के निर्देश जारी किए हैं। बता दें कि रिहंद और ओबरा बांध से छोड़े जाने वाला पानी, रेणुका नदी से होते हुए सोन में पहुंच रहा है। उधर, सोन नदी पर मध्य प्रदेश स्थित बाणसागर डैम से भी पानी छोड़ने की स्थिति को देखते हुए, सोन नदी के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनने की संभावना जताई जाने लगी है। आपदा राहत विभाग के जिला प्रबंधक पवन कुमार शुक्ला के मुताबिक अधिकारियों के निर्देशन में स्थिति पर लगातार निगरानी बनी हुई है।
यूपी में बारिश को लेकर कुछ यह है अब तक का आंकड़ा
भारतीय मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सोनभद्र में जून से अब तक 716.2 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। यह आंकड़ा सामान्य बारिश से 10% अधिक बताया जा रहा है। यह बारिश वाराणसी और विंध्य दोनों रीजन के जिले में सर्वाधिक है। आंकड़ों के मुताबिक बलिया में अब तक 502.4 एमएम, भदोही में 387.5 एमएम, चंदौली में 262 एमएम, गाजीपुर में अब तक 600.9 एमएम, जौनपुर में 232.9 एमएम, मऊ में 315.4 एमएम, मिर्जापुर में 421.7 एमएम, आजमगढ़ में 457.8 एमएम, वाराणसी में 534.2 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है।