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Sonbhadra News: एसएच-5 पर टैक्स वसूली का अजब-गजब खेल, फास्टैग व्यवस्था हुई लागू तो चार जगहों पर कटने लगा टैक्स
Sonbhadra News: हाइवे इन दिनों फास्टैग के जरिए हो रही वसूली की आड़ में कथित लूट को लेकर चर्चा में है। इस हाइवे पर तीन टोल टैक्स वसूले जाने का नियम है लेकिन फास्टैग व्यवस्था लागू होने के बाद, चार जगहों पर टोल टैक्स की रकम, ऑनलाइन उड़ाई जाने लगी है।
Sonbhadra News: कभी टैक्स वसूली तो कभी रास्तों की खराब स्थिति को लेकर चर्चा में रहने वाला 1700 करोड़ का हाइवे इन दिनों फास्टैग के जरिए हो रही वसूली की आड़ में कथित लूट को लेकर चर्चा में है। इस हाइवे पर तीन टोल टैक्स वसूले जाने का नियम है लेकिन फास्टैग व्यवस्था लागू होने के बाद, चार जगहों पर टोल टैक्स की रकम, ऑनलाइन उड़ाई जाने लगी है। गत 12 अक्टूबर से जारी वसूली की इस अबूझ पहेली से जूझरहे वाहन चालकों-संचालकों को राहत कब मिलेगी और गलत तरीके से वसूले गएपैसे की वापसी कब-किस माध्यम से होगी, यह बड़ा सवाल बन गया है।
आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी नहीं दिया जा रहा ध्यान
अनपरा केरहने वाले एक वाहन स्वामी ने बताया कि वह 14 अक्टूबर को वाराणसी गए थे। मालोघाट, लोढ़ी के बाद, जब वह अहरौरा टोल प्लाजा पर सुबह 8.45 पर पहुंचेतो वहां फास्टैग के जरिए 155 रुपये एकाउंट से काट लिए गए। इसके बाद वह 9.11 पर फत्तेपुरटोल प्लाजा पहुंचे। वहां बताया कि पिछले टोल प्लाजा पर उनसे टैक्स वसूला जा चुका हैलेकिन कुछ दूर आगे बढ़ते ही, यहां भी कटौती का मैसेज आ गया। इसको लेकर उन्होंन फोन के जरिए संबंधितों से आपत्ति भी दर्ज कराई लेकिन कोई हल नहींनिकला।
भारी वाहनों से भी लिए जा रहे चार टोल प्लाजा के टैक्स
छोटे चार पहिया वाहन टोल वसूली की आड़ में कभी अहरौरा, फत्तेपुर देानों टोला प्लाजा पर तो कभी एक टोल प्लाजा पर कैश-फास्टैग दोनों व्यवस्था से टैक्स वसूली कीकथित लूट का तो शिकार हो ही रहे हैं, बड़े वाहनों के भी लगातार इस कथित लूटकी चपेट में आने का क्रम जारी है। रेणुकूट के रहने वाले एक वाहन स्वामी के मुताबिक12 अक्टूबर को उनके वाहन से अहरौरा और फत्तेपुर टोल प्लाजा पर एक पर 735 रूपयेटैक्स की कैश में वसूली हुई दूसरी पर फास्टैग से पैसे काट लिए गए। वहीं, 14 अक्टूबरकी सुबह 8.29 बजे अहरौरा टोल प्लाजा पर और 09.08 बजे फत्तेपुर टोल प्लाजा पर735-735 रुपये फास्टैग से काटे गए। तत्काल आपत्ति भी दर्ज कराई गई लेकिन कोईहल नहीं निकला।
बैंक की गलती बताकर झाड़ा जा रहा पल्ला
वाहन चालकों-संचालकोंकी मानें तो इसको लेकर रोजाना विवाद की स्थिति बन रही है लेकिन टोल पर तैनातकर्मी कभी सीनियर मैनेजर से जाकर बात करने तो कभी बैंक की गलती बता पल्ला झाड़ले रहे हैं। आरोपों के मुताबिक कथित बैंक की गड़बड़ी की आड़ में गत 12अक्टूबर से वाहनों से दोहरा टैक्स लिए जाने का क्रम जारी है और हर दिन संबंधित टोल प्लाजा से हजारों वाहनों का आना-जाना है।
अफसरों-जनप्रतिनिधियों की चुप्पी ने उलझाई पहेली
वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर वर्ष 2016 में तीन जगहों पर टोल टैक्स वसूली की अनुमति दी गई थी। राबटर्सगंज से नरायनपुर के बीच फत्तेपुर में टोल प्लाजा की स्थापना की गई थी। कोराना काल के बाद कंपनी की तरफ से हाइवे पर सफर करने वाले वाहनों को चुनार-अहरौरा केरास्ते निकल जाने का हवाला देते हुए अहरौरा में चौथे टोल प्लाजा स्थापना की हरी झंडी ले ली गई लेकिन अनुमति में यह शर्त तय की गई कि वाहनों से टोल टैक्स अहरौरा-फत्तेपुर में किसी एक टोल पर ही वसूला जाएगा।
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की तरफ से भी अहरौरा में स्थापित टोल प्लाजा पर आपत्ति दर्जकराई गई थी लेकिन प्रदेश के मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने दोनों में किसी एक पर ही टोल वसूली की व्यवस्था होने की बात कहकर आपत्ति खारिज कर दी थी। मामले को लेकर टोल मैनेजर संजीत सिंह से फोन पर संपर्क साधा गया लेकिन वह उपलब्ध नहींहुए।
12दिन से दोहरे टैक्स की मार, बनी हुई है गजब की चुप्पी
अब जब अहरौराऔर फत्तेपुर दोनों जगह टैक्स वसूली तथा एक वाहन से कैश और फास्टैग दोनों रूप में टैक्स वसूली की शिकायत लगभग 12 दिन से बनी हुई है तो इस पर अफसरों और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी ने लोगों को हैरान कर दिया है। एसीपी टोलवेज लिमिटेड के भी अफसर, इस मसले पर स्पष्ट रूप से बोलने से कतरा रहे हैं, ऐसे में जनता की गाढ़ी कमाई लूट के इस कथित खेल पर अंकुश लगेगा भी या नहीं? चर्चाएं बनी हुई हैं।
टीमगठित कर की जाए कथित लूट की जांच
सोनभद्र विचार मंच के नेता गिरीश पांडेय ने कहा कि अहरौरा में गलत तरीके से चौथा टोलप्लाजा स्थापित कर, जनता की गाढ़ी कमाई लूटी जा रही है। कहा कि इसको लेकर पहलेभी आवाज उठाई जा चुकी है। कहा कि इस मामले में एक टीम गठित कर जांच कराई जाएऔर गलत तरीके से लिए गए पैसे को वापस कराने के साथ ही, चौथे टोल प्लाजा को हटाया जाए। कहा कि ऐसा नहीं किया गया तो सोनभद्र विचार मंच आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए बाध्य होगा।