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Sonbhadra: निष्पक्षता से करें मूल्यांकन कार्य, डीएम ने जांची यूपी बोर्ड कापियों के मूल्यांकन की स्थिति
Sonbhadra News: डीएम ने जहां कपियों को निष्पक्ष तरीके से जांचने की हिदायत दी। वहीं, परीक्षकों से वार्ता कर, उनकी समस्याएं जानी। केंद्र पर उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं पर संतोष जताते हुए, सभी जरूरी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने का निर्देश दिया।
Sonbhadra News: डीएम चंद्र विजय सिंह ने शनिवार को मुख्यालय स्थित केंद्रों पर जांची जा रही यूपी बोर्ड के कापियों के मूल्यांकन कार्य का औचक निरीक्षण किया। इससे हड़कंप की स्थिति बनी रही। डीएम ने जहां कपियों को निष्पक्ष तरीके से जांचने की हिदायत दी। वहीं, परीक्षकों से वार्ता कर, उनकी समस्याएं जानी। केंद्र पर उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं पर संतोष जताते हुए, सभी जरूरी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने का निर्देश दिया। साथ ही, कापियों के मूल्यांकन कार्य की निष्पक्षता किसी हाल में प्रभावित न होने पाए, इसके लिए परीक्षकों और केंद्र इंचार्जों को जरूरी हिदायतें दी।
डीएम अचानक से दोपहर में राजकीय बालिका इंटर कालेज राबर्ट्सगंज पहुंचे तो यहां मौजूद लोगों में एकबारगी हड़कप की स्थिति बन गई। उन्होंने यूपी बोर्ड (हाई स्कूल) के उत्तर पुस्तिकाएं का अध्यापकों द्वारा किये जा रहे मूल्याकन कार्य का आकस्मिक निरीक्षण किया। विभिन्न कक्षों में किए जा रहे मूल्यांकन का बारी-बारी से जायजा लिया। अध्यापक/अध्यापिकाओं से मूल्यांकन कार्य में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही, इसके बारे में जानकारी लेने के साथ ही, उन्हें पुस्तिकाओं की जांच में पूरी तरह से निष्पक्षता रखने की हिदायत दी ताकि कहीं से मूल्यांकन कार्य पर कोई सवाल न उठने पाए।
इस दौरान डीएम ने जॉची गई कुछ कापियों का गंभीरतापूर्वक देखा और इस पर संतोष जताते हुए, केंद्र इंचार्जों को मूल्यांकन कार्य निष्पक्ष तरीके से और निर्धारित समयावधि के अंदर हो, इसके लिए सभी जरूरी व्यवस्था दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। डीआईओएस आरपी यादव से भी राजकीय कन्या इंटर कालेज और आरएसएम इंटर कालेज में चल रहे मूल्यांकन कार्य की जानकारी ली। डीआईओएस ने बताया कि कापियों के मूल्यांकन कार्य की निगरानी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर बने कंट्रोल रूम से भी कराई जा रही है ताकि कहीं से भी कोई दिक्कत की स्थिति न बनने पाए।
शिथिलता न बरतने की दी हिदायत
डीएम चंद्रविजय सिंह ने राजकीय बालिका इंटर कालेज परिसर में निर्माणाधीन भवन और भवन के मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। कार्य को जल्द बेहतर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस कार्य में किसी तरह की शिथिलता बर्दाश्त न करने की हिदायत दी। डीएम ने हिदायत दी कि परिसर में जो भी निर्माण कार्य कराया जाए, उस कार्य की कार्ययोजना बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि भविष्य में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न होने पाए और खाली पड़ी भूमि को सही तरीके से उपयोग में लाया जा सके।