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Sonbhadra News: ओबरा सी में बकाए भुगतान को लेकर मजदूरों का घंटों हंगामा-प्रदर्शन, कोरियन कंपनी दूसान से जुड़ा मामला
Sonbhadra News: फरवरी माह से अब तक का भुगतान नहीं मिलने से, मजदूरों सहित कंपनी के अन्य कर्मचारियों को उनके मानदेय/मेहनताने का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
Sonbhadra News: राज्य सरकार के स्वामित्व वाली ओबरा सी के निर्माण का कार्य करा रही कोरियन कंपनी के यहां बकाया पड़े भुगतान के मामले को लेकर महज 48 घंटे बाद मजदूरों ने दूसरी बार घंटों हंगामा-प्रदर्शन किया। तपती दोपहरी में प्रदर्शन-हंगामे की जानकारी ने प्रशासनिक-पुलिस अफसरों की भी नींद उड़ा दी। एडीएम सहदेव मिश्रा और एएसपी कालू सिंह के हस्तक्षेप पर, मजदूरों के प्रतिनिधियों और दूसान कंपनी प्रबंधन के बीच देर तक वार्ता हुई। सप्ताह भर के भीतर बकाए भुगतान का भरोसा दिया गया, तब जाकर नाराजगी जता रहे मजदूर शांत रहे। इसके चलते शनिवार को लगभग पूरे दिन ओबरा सी का निर्माण कार्य ठप पड़ा रहा।
बकाया भुगतान की मांग को लेकर हंगामा
बताते हैं कि दुसान कंपनी के अधीन कार्य कर रही मेसर्स साहिल कुमार के लगभग 20 कर्मचारी और लगभग 200 मजदूर शनिवार को बकाया भुगतान की मांग को लेकर दूसान कंपनी के दफ्तर पहुंचे, वहां बकाया भुगतान को लेकर बात की। कोई भरोसेमंद जवाब न मिलने पर दफ्तर गेट के बाहर नारेबाजी-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसकी जानकारी जब दूसान कंपनी के अफसरों को हुई तो दो दिन पूर्व की स्थिति को देखते हुए वह कार्यस्थल पर पहुंचे ही नहीं, उधर, मेसर्स साहिल कुमार के साइड इंचार्ज जगन्नाथ का कहना था कि दुसान कंपनी की जिम्मेदारों की ओर से पिछले चार महीने से भुगतान लटकाए रखा गया है।
फरवरी माह से अब तक का भुगतान नहीं मिलने से, मजदूरों सहित कंपनी के अन्य कर्मचारियों को उनके मानदेय/मेहनताने का भुगतान नहीं हो पा रहा है। बताया गया कि पिछले एक सप्ताह से मजदूर इसको लेकर नाराजगी जता रहे हैं। गत छह जून को दूसान कंपनी के दफ्तर और कैंटीन में तालाबंदी भी की थी। बावजूद महज आज-कल का आश्वासन देकर टाला जा रहा है। शुक्रवार रात तक भुगतान का आश्वासन मिला था। बावजूद भुगतान नहीं हुआ, इससे खफा होकर मजदूरों-कर्मियों ने शनिवार को प्रदर्शन शुरू कर दिया। बीच-बीच में हंगामे, जमकर नारेबाजी की स्थिति बनती रही।
उधर, मजदूरों के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिली तो सीओ ओबरा डॉ चारू द्विवेदी और क्राइम इंस्पेक्टर माधव सिंह मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराने का प्रयास करने लगे। सूचना पाकरएडीएम सहदेव मिश्रा, और अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह और ओबरा परियोजना के जीएम एडमिन इं. तुलसीदास, फैक्ट्री मैनेजर दिलीप सिंह, दिलीप ठाकुर, रणविजय आदि भी मौके पर पहुंच गए । एडीएम-एएसपी के हस्तक्षेप पर मजदूरों और दुसान कंपनी प्रबंधन के बीच देर तक वार्ता चली।
सहमति बनी
सहमति बनी कि एक सप्ताह के भीतर मजदूरों का बकाया भुगतान कर दिया जाएगा। तब जाकर धरना-प्रदर्शन कर रहे मजदूर, वहां से हटने को तैयार रहे। प्रदर्शन करने वालों में दीपक सिंह, जितेंद्र कुमार केसरी, जिंदलाल, विंध्याचल, मनोज यादव, लाल व्रत, अजय कुमार, हीरालाल, गुड्डू,जगन्नाथ, कमलेश, कृपा शंकर, राघवेंद्र, मनोहर, सुनीता, शिव कुमारी, गवरी देवी, राधा देवी, लायची देवी सहित अन्य मजदूर शामिल रहे।