Sonbhadra News: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 1.44 लाख बच्चों को खिलाई गई एल्बेंडाजोल की गोली

National Deworming Day: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को जिले में एल्बेंडाजोल की गोली खिलाए जाने का अभियान चलाया गया। इसके तहत लगभग एक लाख 44 हजार बच्चे-बच्चियों को सेवन के लिए एल्बेंडाजोल की गोली उपलब्ध कराई गई।

Kaushlendra Pandey
Published on: 10 Aug 2024 2:11 PM GMT
Sonbhadra News
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 Sonbhadra News (Pic:Newstrack) 

Sonbhadra News: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को जिले में एल्बेंडाजोल की गोली खिलाए जाने का अभियान चलाया गया। इसके तहत लगभग एक लाख 44 हजार बच्चे-बच्चियों को सेवन के लिए एल्बेंडाजोल की गोली उपलब्ध कराई गई। बताया गया कि जो बच्चे शनिवार को चलाए गए अभियान से छूट गए हैं या फिर जिन्होंने दवा नहीं खाई हैं, उन्हें 14 अगस्त को मनाए जाने वाले मॉप दिवस पर एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।

डीएम-एसपी ने बच्चों को गोली खिला शुरू किया अभियान

डीएम बीएन सिंह और एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने राबर्ट्सगंज स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल के छात्र-छात्राओं को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। बच्चों को कृमि के दुष्प्रभाव के विषय में बताते हुए कहा कि हम सबको यह दवा न केवल खुद खानी चाहिए बल्कि अपने घर, पास-पड़ोस के बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।

इतने लाख बच्चों, किशोर-किशोरियों को दवा खिलाने का लक्ष्य

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अश्वनी कुमार ने बताया कि 1044055 बच्चों और किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत शनिवार को 2445 स्कूलों और 2079 आंगनबाड़ी केंद्रों में एक से 19 साल तक के पंजीकृत एवं स्कूल न जाने वाले बच्चों, किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने का अभियान चलाया गया। बताया कि अनुपस्थिति या बीमारी के कारण जिन बच्चों को 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर दवा नहीं खिलाई जा सकी, उन्हें 14 अगस्त को मॉप अप दिवस पर एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।


अलग-अलग उम्र के लिए कुछ इस तरह होगी खुराक

1 वर्ष से 2 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली का चूर्ण बनाकर और 2 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों तथा किशोर-किशोरियों को 400 मिलीग्राम एल्बेंडाजोल की पूरी गोली चबाकर खिलाई जाएगी। बताया गया कि कृमि से संक्रमित बच्चों में प्रायः बार-बार उल्टी या मतली होना, जीभ का रंग सफेद होना, पेटदर्द, दस्त, थकान, वजन घटना, पेट में सूजन इत्यादि लक्षण दिखाई देते हैं।


इन चीजों का रखें ख्याल और ऐसे सुधारें स्वास्थ्य

सीएमओ ने बताया कि कृमि मुक्ति से स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। एनीमिया नियंत्रण में रहता है। बच्चों में सीखने की क्षमता में सुधार होता है। बताया गया कि बच्चे अक्सर जमीन में गिरी चीज उठाकर खा लेते हैं, कई बार वह नंगे पैर ही संक्रमित स्थानों पर चले जाते हैं, इससे उनके पेट में कीड़े (कृमि) विकसित हो जाते हैं। इससे बच्चा शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होने लगता है और वह एनीमिया से भी ग्रसित हो जाता है। एल्बेंडाजोल की गोली खाने से यह कीड़े मर कर पेट से बाहर निकल जाते हैं और शरीर में आयरन की पोषक क्षमता बढ़ जाती है जिससे एनीमिया यानि खून की कमी दूर होती है। इसलिए सभी को हर 6 माह में एल्बेंडाजोल की गोली अवश्य खानी चाहिए।

इनकी-इनकी रही प्रमुख मौजूदगी

अपर मुख्य चिकत्साधिकारी डॉ. आरजी यादव, उप मुख्य चिकित्साधिकारी/नोडल डॉ. कीर्ति आज़ाद बिंद, शहरी स्वास्थ्य समन्वयक राकेश कन्नौजिया, जिला समन्वयक (एनडीडी) मनोज कुमार, जिला समन्वयक आईपीई ग्लोबल संजीत सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह, सौरभ सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।

Durgesh Sharma

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