TRENDING TAGS :
Sonbhadra : एमसीएच विंग के चर्चित प्रकरण में नया मोड़, आशा कार्यकर्ती ने कहा-हुई छेड़खानी, शिकायतकर्ता का दावाः दूसरी जगह था मौजूद
Sonbhadra News: एमसीएच विंग में सितंबर 2024 में प्रसव को लेकर बरती गई लापरवाही और इसको लेकर प्रसूता के ससुर द्वारा लगाए गए आरोप और की गई शिकायत के मसले ने नया मोड़ ले लिया है।
Sonbhadra News: मेडिकल कॉलेज की एमसीएच विंग में सितंबर 2024 में प्रसव को लेकर बरती गई लापरवाही और इसको लेकर प्रसूता के ससुर द्वारा लगाए गए आरोप और की गई शिकायत के मसले ने नया मोड़ ले लिया है। शिकायत के दौरान एमसीएच विंग में जिस आशा कार्यकर्ती की मौजूदगी बताई गई थी, अब उसकी तरफ से शिकायतकर्ता पर छेड़खानी का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी गई है। महज 24 घंटे बाद इस मामले ने भी एक नया टर्न ले लिया है। आरोपी बनाए गए शिकायतकर्ता का दावा है कि जिस स्थल पर छेड़खानी का जो समय बताया गया है, उस समय पर वह वहां थे ही नहीं, बल्कि वह उस समय ही नहीं बल्कि उसके एक घंटे पहले से जिला मुख्यालय पर मौजूद थे। समर्थन में उनकी तरफ से एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। सच्चाई क्या है? यह तो पुलिस जांच के बाद पता चलेगा लेकिन जिस तरह की चीजें सामने आई हैं, उसने पूरी थ्योरी उलझा कर रख दी है।
जानिए किस बात को लेकर की गई थी शिकायत
राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के लखनपुरवा गांव के रहने वाले कमलेश तिवारी ने आईजीआरएस पोर्टल के जरिए शिकायत दर्ज कराई थी कि वह पांच सितंबर की रात लगभग 12 बजे अपनी पुत्रवधू को प्रसव के लिए लेकर एमसीएच विंग पहुंचे हुए थे। जिस वक्त वह पहुंचे, उस समय वहां कोई डॉक्टर-नर्स मौजूद नहीं मिले। सीएमएस के सीयूजी नंबर पर कॉल करने के बाद, वहां एक आशा कार्यकर्ती और नर्स पहुंुची और प्रसूता को लेबर रूम में ले गई। डॉक्टर के बारे में पूछे जाने पर कहा गया कि वह तीज का व्रत किए हुए हैं, इसलिए डिलवरी कल कराई जाएगी। आरोप है कि पैसे की मांग भी की गई। मांगी गई रकम न दिए जाने पर अगले दिन दोपहर बाद साढ़े तीन बजे बगैर डिलवरी कराए डिस्चार्ज कर दिया गया। मजबूरन निजी अस्पताल में प्रसव कराना पड़ा। उनका दावा था कि डॉक्टर को तीज व्रत पर होने की बात कही गई थी जबकि वह, एमसीएच विंग में ही मौजूद रहकर मेंहदी लगवाने में जुटी हुई थी। इस पर सीएचसी की तरफ से एमसीएच विंग के अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी गई थी।
कार्रवाई की नहीं मिली जानकारी, दर्ज हो गया छेड़खानी का केस
की गई शिकायत पर रिपोर्ट मांगने की बात कहकर जहां, आईजीआरएस का निस्तारण कर दिया गया। वहीं, प्रकरण में अचानक से नया मोड़ तब आया, जब प्रसव प्रकरण को लेकर एमसीएच विंग में मौजूद बताई गई आशा कार्यकर्ती की तरफ से शिकायतकर्ता पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए गत 25 दिसंबर को प्रभारी निरीक्षक राबटर्सगंज को तहरीर सौंपी गई। आरोप लगाया गया कि 19 दिसंबर की शाम वह टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर लखनपुरवा क्षेत्र में गई थी। वहां से वापस लौटते वक्त नहर पर शाम पांच बजे उसके साथ छेड़खानी की कोशिश की गई। पुलिस की तरफ से प्रकरण में बीएनएस की धारा 74 के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं, शिकायतकर्ता की तरफ से आरोपों को झूठा बताते हुए दावा किया गया है कि जिस वक्त उन्हें नहर पर मौजूद बताया जा रहा है, उस वक्त, वह राबटर्सगंज मौजूद थे, जिसकी सीसीटीवी फुटेज भी होने का दावा किया गया है। अब सभी की निगाहें पुलिस की जांच पर टिकी हुई हैं।