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Sonbhadra News: कड़कड़ाती ठंड में सड़क किनारे पहाड़ी पर कपड़ों में लिपटी मिली नवजात, चाइल्ड लाइन ने दी छांव
Sonbhadra News: चाइल्ड लाइन के जरिए मिली जाकनारी पर, तत्काल जिला बाल संरक्षण इकाई और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम मौके पर पहुंची। नवजात बच्ची को विधिक अभिरक्षा मे लेते हुए जिला संयुक्त चिकित्सालय लोढ़ी लाया गया।
Sonbhadra News: गर्ल चाइल्ड को लेकर जागरूता के ढेरों कार्यक्रमों के बावजूद, मंगलवार को जिला मुख्यालय परिक्षेत्र की चुर्क एरिया में सड़क किनारे पहाड़ी पर लावारिश हाल में नवजात पाए जाने से हड़कंप मच गया। कपड़ों में लपेट कर चंद घंटे पूर्व पहाड़ी पर रख दी गई नवजात पर जब लोगों की नजर पड़ी तो एकबारगी उनकी सांसंे अटक गईं। एक तरफ कड़कड़ाती ठंड, दूसरी तरफ लावारिश हाल में पड़ी मिली बच्ची को लेकर जहां तरह-तरह की चर्चाएं बनी रहीं। वहीं, मिली सूचना के आधार पर बाल संरक्षण इकाई ने पहुंचकर बच्ची को अपनी संरक्षण में ले लिया। उसे देखभाल-पोषण के लिए वन स्टाप सेंटर स्थित दत्तक ग्रहण सेंटर में आवासित कराया गया है। बच्ची के जैविक माता-पिता के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास जारी है।
बताते हैं कि दोपहर बाद कुछ लोगों की नजर चुर्क एरिया के सिलथरी में सड़क किनारे मौजूद पहाड़ी पर कपड़ों में लिपटी नवजात पर पड़ी तो अवाक रह गए। नजदीक जाकर देखा तो नवजात कन्या थी और वह सही सलामत थी। जैसे ही इसकी जानकारी लोगों को लगी मौके पर जमा हो गए। चाइल्ड लाइन के जरिए मिली जाकनारी पर, तत्काल जिला बाल संरक्षण इकाई और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम मौके पर पहुंची। नवजात बच्ची को विधिक अभिरक्षा मे लेते हुए जिला संयुक्त चिकित्सालय लोढ़ी लाया गया और उसे उपचार के लिए भर्ती करा दिया गया। फिलहाल बच्ची को जिला अस्पताल परिसर स्थित वन स्टांप सेंटर स्थित दत्तक ग्रहण सेंटर में रखकर जरूरी चिकित्सा-देखभाल उपलब्ध कराई जा रही है।
जैविक माता-पिता के न मिलने पर अपनाई जाएगी दत्तक की प्रक्रिया
जिला बाल संरक्षण इकाई से सामाजिक कार्यकर्ता वीणा राव, ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे, वन स्टॉप सेंटर से केन्द्र प्रशासक दीपिका सिंह, चाईल्ड हेल्पलाइन से केसवर्कर बजरंग सिंह और पुलिस टीम ने बच्ची को विधिक संरक्षण में लेने से लेकर जिला अस्पताल में भर्ती कराने तक की प्रक्रिया पूरी की। ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे ने बताया कि मामले को लेकर विभागीय स्तर पर जांच पड़ताल के साथ ही जैविक माता-पिता के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। निर्धारित समयावधि के भीतर जैविक माता-पिता के बारे में जानकारी न मिलने पर बच्ची को दत्तक प्रक्रिया के लिए सौंप दिया जाएगा। इसके बाद नियमानुसार इच्छुक व्यक्तियों को दत्तक देने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
लावारिश बच्चों के बारे में मिले जानकारी तो 1098 पर दें सूचना
विभाग की तरफ से लोगों से अपील करते हुए कहा गया है कि अगर लावारिश बच्चे-बच्चियों के बारे में कहीं कोई जानकारी मिलती है तो तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर सूचना दें। नाम-पता गोपनीय रखते हुए, तत्काल बच्चे को विधिक संरक्षण देने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी