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Sonbhadra News: सामने आया गिट्टी परिवहन के फर्जी परमिट का रैकेट, क्रशर प्लांट संचालक सहित चार पर धोखाधड़ी का केस
Sonbhadra News: मामले की पूछताछ और संबंधित प्रपत्र की जांच के दौरान सामने आया कि पकड़ी गई गिट्टी बारी डाला क्षेत्र स्थित एक क्रशर प्लांट से जुड़े, संतोष कुमार पुत्र रामखेलावन निवासी चोपन रोड, ओबरा ने गिट्टी लोड कराई थी।
Sonbhadra News: जिले में गिट्टी लदे वाहनों की जांच के दौरान फर्जी परमिट से जुड़ा एक नया रैकेट सामने आया है। मामले में ओबरा क्षेत्र स्थित एक क्रशर प्लांट के प्रोपराइट सहित चार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। खनन विभाग की तरफ से दी गई तहरीर के क्रम में राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस ने बीएनएस की धारा धारा 6(2)बी, 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2), 303(2), 317(2) तथा यूपी उपखनिज परिहार नियमावली तथा खान एवं खनिज अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
खान निरीक्षक मनोज कुमार की तरफ से राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में बताया गया है कि चेकिंग के दौरान वाहन संख्या यूपी65-डीटी-3991 के चालक की तरफ से पेश किए गए कागजात की जांच की गई तो पता चला कि फर्जी है। जब इस बारे में चालक को पकड़कर पूछताछ की गई तो सामने आया कि ओबरा के कथित गायत्री स्टोन क्रशर प्लांट को जारी सिक्योरिटी पेपर के जरिए, फर्जी परमिट का रैकेट चलाया जा रहा है।
इनको-इनको पाया गया रैकेट में शामिल
तहरीर के मुताबिक मामले की पूछताछ और संबंधित प्रपत्र की जांच के दौरान सामने आया कि पकड़ी गई गिट्टी बारी डाला क्षेत्र स्थित एक क्रशर प्लांट से जुड़े, संतोष कुमार पुत्र रामखेलावन निवासी चोपन रोड, ओबरा ने गिट्टी लोड कराई थी। इस गिट्टी के एवज में फर्जी प्रपत्र ओबरा के बिल्ली मारकुंडी में संचालित कथित मेसर्स गायत्री स्टोन वर्क्स की लाइसेंस आईडी का इस्तेमाल कर जारी किया गया था। इस प्रपत्र को राकेश पाठक की तरफ से उपलब्ध कराया गया था। इस फर्जीवाड़े में गायत्री स्टोन वर्क्स के प्रोपराइटर अमित सिन्हा उर्फ आशुतोष श्रीवास्तव के यहां से ई-फार्म सी तथा फर्म का टैक्स इनवायस जारी होना पाया गया लेकिन एम चेक की चेकिंग में संबंधित वाहन के नाम किसी तरह का वैध प्रपत्र जारी न किए जाने की बात सामने आई।
फर्जीवाड़ा कर राजस्व को क्षति पहुंचाने का आरोप
खनन विभाग की तरफ से राबटर्सगंज पुलिस को दी गई तहरीर में कहा गया है कि उक्त लोगों के अलावा अन्य अज्ञात लोग भी इस फर्जीवाड़े के रैकेट में शामिल है। खनिज परिवहन परमिट फर्जीवाड़े के जरिए सरकारी राजस्व को खासा नुकसान पहुंचाया जा रहा है। राबटर्सगंज पुलिस के मुताबिक, प्रकरण में खनन विभाग की तरफ से मिली तहरीर पर संबंधित धारा और एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रकरण की छानबीन कराई जा रही है।