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Sonbhadra Exclusive: चार राज्यों के कोलफील्ड्स के बीच रेलवे कारीडोर पर लग सकती है मुहर, दिल्ली में रेलवे-कोल मंत्रालय की अहम बैठक
Sonbhadra Exclusive: वर्ष 2024 की शुरूआत के साथ ही, सोनभद्र के लिए रेलवे महकमे से जुड़ी एक बड़ी सौगात को लेकर खबर सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि जल्द ही यूपी, छत्तीसगढ़ और झारखंड स्थित कोल खदानों के बीच की एरिया में एक बड़े रेलवे कारीडोर को विकसित का निर्णय लिया जा सकता है। इस मसले पर चार जनवरी को दिल्ली में रेलवे और कोल मंत्रालय के शीर्षस्थ अधिकारियों के बीच बैठक आहूत किए जाने की भी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में सोनभद्र को झाारखंड और छत्तीसगढ़ से जुड़ी दो रेलवे लाइनों की सौगात देने का निर्णय लिया जा सकता है।
तीन रेलवे लाइनों के सर्वे ने जगाई रेलवे कारीडोर की उम्मीद
बताते चलें कि रेलवे बोर्ड की तरफ से रेणुकूट-अंबिकापुर, विढमगंज -अंबिकापुर, बरवाडीह-अंबिकापुर के बीच नई रेल लाइन बिछाए जाने का सर्वे कराया गया है। सूत्रों की मानें तो यात्री ट्रेनों के आवागमन के अलावा कोयला ढुलाई के लिहाज से इन रेलवे लाइनों की उपयोगिता खासी महत्वपूर्ण बताई गई है। वर्ष 2022 में कोयला संकट की बनी स्थिति को देखते हुए, कोल सेक्टरों के बीच एक बड़े रेलवे कारीडोर की जरूरत महसूस की जा रही है। प्रस्तावित तीनों रेलवे लाइनों का रूट मैप भी रेलवे की मेन लाइन से यूपी, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड स्थित कोल फील्ड्स को जोड़ रहा है।
हालांकि अधिकृत रूप से अभी रेलवे कारीडोर को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है लेकिन जिस तरह से कोल फील्ड्स से जुड़ी एरिया के बीच तीन नई रेलवे लाइनों का सर्वे कराया गया और इस मसले पर रेल तथा कोल मंत्रालय के बीच बृहस्पतिवार को दिल्ली में अहम बैठक होने जा रही है। उससे यह माना जा रहा है कि जल्द ही केंद्र सरकार और रेलवे बोर्ड की तरफ से प्रस्तावित रेल लाइनों और विभिन्न कोलफील्ड्स के बीच रेलवे कारीडोर के मसले पर बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।
लगातार हो रहा प्रयास, बड़ी सौगात की उम्मीद: एके गौतम
सोनभद्र और सिंगरौली में लंबा कार्यकाल गुजार चुके राष्ट्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य एसके गौतम भी दिल्ली में होने वाली बैठक में सोनभद्र को बड़ी सौगात मिलने को लेकर आशान्वित हैं। बताया कि प्रस्तावित रेललाइन से संबंधित क्षेत्र के सांसदों और सोनभद्र को गोंद्र लेने वाले केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी की तरफ से लगाताार प्रयास जारी है। कहा कि उनका प्रयास है कि जो भी नई रेलवे लाइनें प्रस्तावित की गई हैं, उन्हें मंजूरी मिल सके।
क्योंकि यूपी, झारखंड, मध्यप्रदेश और झारखंड राज्यों के कोलफील्ड्स के लिए यह रेलवे लाइनें आवागमन के साथ ही, कोल ढुलाई का बड़ा माध्यम बनेंगी। साथ ही, रेणुकूट-अंबिकापुर और विंढमगंज-अंबिकापुर और बरवाडीह-अंबिकापुर तीनों रेलवे लाइनें ऐसी हैं, निर्माण से पहली बार एक बड़ी एरिया के लोगों को रेलवे आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।