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Sonbhadra News: केवीके नामकरण समारोह में बड़ी चूक, शिलापट से क्षेत्रीय विधायक का नाम-निमंत्रण गायब
Sonbhadra News: आयोजकों का कहना है कि आनन-फानन में कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस कारण अचानक से ऐसी परिस्थितियां बन गई।
Sonbhadra News: घोरावल विधानसभा क्षेत्र के मंगुराही में कृषि विज्ञान केंद्र के लोकार्पण-नामकरण समारोह के आयोजन में बड़ी चूक सामने आई है। समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड़ को जहां कार्यक्रम में पहुंचने के बाद भी मंच पर कुर्सी नहीं उपलब्ध हो पाई। वहीं, क्षेत्रीय विधायक का नाम शिलापट से गायब रहने के साथ ही, उन्हें कार्यक्रम का निमंत्रण तक नहीं पहुंच पाया। बृहस्पतिवार को जब यह बात सामने आई तो तरह-तरह की चर्चा शुरू हुो गई। वहीं, आयोजकों का कहना है कि आनन-फानन में कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस कारण अचानक से ऐसी परिस्थितियां बन गई। जानबूझकर किसी भी जनप्रतिनिधि की उपेक्षा या कोई चूक नहीं की गई है। इस मामले में जल्द ही संबंधितों से मुलाकात कर, उन्हें परिस्थितियों से अवगत कराया जाएगा।
बताते चलें कि प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के मुख्य आतिथ्य में बुधवार को मंगुराही में केवीके के लोकार्पण और नामकरण समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान कृषि मंत्री ने भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे सोनभद्र के आमडीह निवासी ठाकुर संकठा प्रसाद सिंह के नाम पर नामकरण की घोषणा की थी। बताया कि इसको लेकर भी अध्यादेश जारी दिया गया था। कृषि मंत्री की मौजूदगी के बावजूद जिले के ओबरा विधायक एवं समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव गोंड़ की गैरमौजूदगी और शिलापट पर क्षेत्रीय विधायक अनिल मौर्या का नाम न आने को लेकर, कार्यक्रम के समय ही चर्चाएं शुरू हो गई थीं, बाद में सामने आया कि आयोजन की शुरूआत में ही मंच पर अव्यवस्था की स्थिति बन गई थी। मंच पर नेम प्लेट के साथ कुर्सी की व्यवस्था उपलब्ध न होने के कारण मंत्री, वापस चले गए थे। वहीं पूरे कार्यक्रम में घोरावल विधायक अनिल मौर्या की मौजूदगी नजर न आने को लेकर भी चर्चा बनी हुई थी।
तीर बार लगाई गई राज्यमंत्री की नेम प्लेट, लोगों ने हटवा दिया
इस बारे में उप कृषि निदेशक से बात की गई तो उनका कहा था कि कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रम में उन्होंने राज्यमंत्री की तीन बार नेम प्लेट लगवाई थी। दोनों सांसद, सभी विधायक और डीएम-सीडीओ की नेम प्लेट लगाई गई थी लेकिन आयोजन से ही जुड़े कुछ लोगों ने नेम प्लेट को इधर-उधर कर दिया। राज्यमंत्री का नेम प्लेट न लगे होने के सवाल पर कहा कि उन्होंने इसे तीन बार लगवाया था लेकिन आयोजन से ही जुड़े कुछ लोगों ने उसे हटवा दिया। वहीं, कार्यक्रम को बीच में छोड़कर जाने के मसले पर राज्यमंत्री संजीव गोंड़ से संपर्क साधा गया तो वह स्थानीय स्तर का मामला बताते हुए सवाल को टाल गए।
मुझे मंत्री के प्रोटोकाल के जरिए मिली सूचना, नहीं था कोई निमंत्रण
कार्यक्रम स्थल पर मौजूद शिलापट से क्षेत्रीय विधायक का नाम गायब होने, कार्यक्रम स्थल पर उनकी मौजूदगी न होने के मसले पर घोरावल विधायक अनिल मौर्या ने फोन पर कहा कि शिलापट पर नाम न होने का निर्णय कृषि विज्ञान केंद्र का है। कार्यक्रम में मौजूदगी न रहने के सवाल पर कहा कि उन्हें इस बाबत कोई निमंत्रण नहीं मिला था। कार्यक्रम की जानकारी भी उन्हें मंत्री के प्रोटोकाल के जरिए हुई।
जानबूझकर नहीं हुई लापरवाही, आनन-फानन में कार्यक्रम से हुई चूक
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डा. पीके सिंह ने फोन पर बताया कि कार्यक्रम में जो भी चूक हुई, उसमें उन्होंने जानबूझकर कोई लापरवाही नहीं की। वह यहां के लिए नए हैं, उन्हें पहले नामकरण कार्यक्रम के बारे में व्यवस्था के निर्देश मिले थे। अचानक से बड़ा समारोह आयोजित करना पड़ा। सोनभद्र के लिए नए होने और आनन-फानन में कार्यक्रम के चलते पूरी चीज समझ नहीं आए और क्षेत्रीय विधायक के नंबर और उनके निवास के बारे में भी जानकारी नहीं मिल पाई, इस कारण उन्हे निमंत्रण नहीं भेज पाए। अन्य भी जो चूक हुई, वह उनकी न जानकारी में हुई। कहा कि वह इस मसले पर राज्यमंत्री और क्षेत्रीय विधायक दोनों से मिलकर, अपनी परिस्थितियों से अवगत कराएंगे। अगर किसी भी रूप में उनके सम्मान को किसी तरह की ठेस पहुंची है, तो वह इसके लिए क्षमायाचना भी करेंगे।