Sonbhadra : 872 फीट पहुंचा रिहंद का जलस्तर, खोले गए तीन फाटक, महज 21 दिन में दूसरी बार गेट खोलने की आई नौबत

Sonbhadra News: इसको देखते हुए रिहंद स्थित जल विद्युत गृह इकाइयों से पूरी क्षमता से उत्पादन लिए जाने के साथ ही, 10-10 फीट तक तीन गेट खोलकर लगभग 45000 क्यूसेक पानी बहाए जाने का क्रम जारी है

Kaushlendra Pandey
Published on: 18 Sep 2024 6:09 AM GMT
Sonbhadra News ( Pic- Newstrack)
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Sonbhadra News ( Pic- Newstrack)

Sonbhadra News: सोमवार और मंगलवार को हुई मजे की बारिश के चलते एशिया के विशालतम जलाशयों में एक रिहंद डैम का जलस्तर अधिकतम निशान 872 फीट पर पहंुच गया है। इसको देखते हुए रिहंद स्थित जल विद्युत गृह इकाइयों से पूरी क्षमता से उत्पादन लिए जाने के साथ ही, 10-10 फीट तक तीन गेट खोलकर लगभग 45000 क्यूसेक पानी बहाए जाने का क्रम जारी है। उधर, धंधरौल और नगवां बांध का जलस्तर नियंत्रित होने के बाद, धंधैराल के खोले गए 22 और नगवां के खोले गए नौ गेट बंद कर दिए गए हैं। हालांकि नहरों के जरिए दोनों बांधों से लगभग 1500 क्यूसेक पानी छोड़े जाने का क्रम जारी है। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की तरफ से हो रही पानी के आवक को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि शाम तक रिहंद के दौ और गेट खोले जा सकते हैं।


24 घंटे के भीतर 115 मिमी बारिश की गई रिकार्ड:

जिले में सोमवार और मंगलवार को किस कदर तेज बारिश हुई, इसका आंकड़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज 24 घंटे के भीतर यहां लगभग 115 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। सोमवार को जहां जिले में 65 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। वहीं, मंगलवार को यह आंकड़ा 50 मिमी रिकार्ड किया गया। सबसे अधिक बारिश राबटर्सगंज तहसील में 126 मिमी रिकार्ड हुई। वहीं, दुद्धी तहसील में 24 घंटे के भीतर 106 मिमी वर्षा रिकार्ड किया गया। घोरावल तहसील में 105 मिमी, ओबरा तहसील में 109 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है।उधर, आपदा राहत विभाग के जिला प्रबंधक पवन कुमार शुक्ला ने बताया कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। बारिश थमने के बाद स्थिति तेजी से नियंत्रित होने लगी है। फिर भी अलर्ट की स्थिति बनी हुई है।


मुख्यालय पर लाइलाज बना जल भराव:

एक तरफ जहां पूरे जिले में बारिश आफत बनकर बरसी। वहीं, जिला मुख्यालय पर फ्लाईओवर के दोनों छोर के साथ ही, साइड लेन की स्थिति नारकीय हो गई है। महज घंटे भर की बारिश फ्लाईओवर के दक्षिणी छोर और साइड लेन को नहर में तब्दील करके रख दिया है। वहीं, गड्ढों में तब्दील साइड लेन आवागमन करने वालों के लिए बड़ी मुसीबत बना हुआ है।

Shalini Rai

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