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Sonbhadra News: आईफ्लू (Eye Flu) को लेकर डराने लगे आंकड़ें, हर तीसरा मरीज मिल रहा पीड़ित
Sonbhadra News: सोनभद्र में आई फ्लू से प्रभावित होने वालों की संख्या जहां लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं, इसको लेकर सामने आते आंकड़े लोगों को डराने भी लगे हैं।
Sonbhadra News: सोनभद्र में आई फ्लू से प्रभावित होने वालों की संख्या जहां लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं, इसको लेकर सामने आते आंकड़े लोगों को डराने भी लगे हैं। नेत्र रोग चिकित्सा विभाग की ओपीडी (OPD) में आने वाला हर तीसरा मरीज आईफ्लू से पीड़ित पाया जा रहा है। इसमें सबसे ज्यादा तादाद बच्चों की है। हालात को देखते हुए, जहां स्वास्थ्य महकमे की तरफ से इसको लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। वहीं, सभी चिकित्सा केंद्रों पर इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
एक सप्ताह में 200 से अधिक मरीज उपचार कराने पहुंचे
बताते चलें कि एक तरफ जहां स्कूली बच्चों में इसका प्रकोप तेजी से दिखने लगा है। वहीं, बड़ों में भी इसके प्रभावितों की संख्या बढ़ने लगी है। महज जिला अस्पताल स्थित नेत्र रोग चिकित्सा विभाग की ओपीडी में एक सप्ताह के भीतर दो सौ से अधिक आईफ्लू पीड़ित मरीज उपचार कराने पहुंच चुके हैं। जो स्थिति आ रही है, उसमें हर तीसरा मरीज इस रोग से पीड़ित पाया जा रहा है। स्वास्थ्य महकमे के लोगों की मानें तो इसमें बड़ी तादाद बच्चों की है। बताया जा रहा है कि अगर सौ में 30 आईफ्लू मरीज पाए जा रहे हैं तो उसमें आधे से अधिक संख्या बच्चों की पाई जा रही है। इसको देखते हुए जहां लोगों को जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। वहीं, विद्यालयों में भी बच्चों को लेकर विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। विद्यालयों की तरफ से भी आईफ्लू का लक्षण समझ में आने पर बच्चों को विद्यालय न भेजने की सलाह दी जा रही है।
पूरे जिले से आ रहे मरीज, एहतियात बरतने की जरूरत: सीएमओ
सीएमओ डा. अश्वनी कुमार ने कहा कि पूरे जिले से आई फ्लू के केस आ रहे हैं। जिला अस्पताल स्थित नेत्र चिकित्सा विभाग की ओपीडी में भी पहुंचने वाले मरीजों में 30 से 40 फीसद संख्या आईफ्लू (Eye Flu) के मरीजों को पाई जा रही है। इसको देखते हुए जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी को अलर्ट कर दिया गया है और इसको लेकर पर्याप्त दवाएं उपलब्ध रखने और इलाज के लिए पहुंचने वाले प्रभावितों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। बताया कि विद्यालयों को भी इसको लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। छोटे बच्चों को लेकर विशेष एहतियात बरते जाने की जरूरत है।
ऐसे करें बचाव, इन लक्षणों का रखें ख्याल
सीएमओ डा. अश्वनी कुमार ने बताया कि इससे बचाव के लिए प्रभावितों से संपर्क बनाने से बचे। प्रभावितों से उचित दूरी बनाए रखें। बीच-बीच में आंख धोते रहे। बाहर निकलते वक्त जहां तक संभव हो चश्मे का प्रयोग करें ताकि धूल आदि कणों से आंखों को बचाया जा सके। कहा कि जिसको भी आंख में लालीपन हो। खुजली हो, आंख में दर्द हो, आंख से पानी आ रहा हो, वह आंख को मले नहीं। उसमें किसी प्रकार की देशी दवा न डालें। आंसू पोंछने के लिए इस्तेमाल होने वाले रूमाल, आईड्राप को दूसरे को इस्तेमाल कर न दें। किसी तरह का स्ट्रायड न डालें। एंटीबायोटिक आईड्राप का ही प्रयोग करें। किसी भी तरह की दिक्कत समझ में आने पर नजदीकी अस्पताल पर संपर्क करें। स्कूलों में बच्चों के बचाव को लेकर कहा कि विद्यालयों को किसी बच्चे में इसके लक्षण पाए जाने पर, बच्चे को घर भेज देने की हिदायत दी गई है। साथ ही, अभिभावकों को इससे प्रभावित होने वाले बच्चों को एक सप्ताह तक विद्यालय न भेजने की हिदायत दी जा रही है।