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Sonbhadra News: आपदा से होने वाली मौतों को रोकने के लिए स्कूली बच्चे बनेंगे एंबेसडर, प्राथमिक से इंटर तक तैयार होगा नया पाठ्यक्रम
Sonbhadra News: यूपी में आपदा से होने वाली मौतों को रोकने के लिए स्कूली बच्चे बनेंगे एंबेसडर, शिक्षक निभाएंगे आपदा गुरू की भूमिका, प्राथमिक से इंटर तक तैयार होगा आपदा का नया पाठ्यक्रम।
Sonbhadra News: यूपी में आपदा से होने वाली मौतों को रोकने के लिए प्रदेश सरकार की बड़ी पहल सामने आई है। वज्रपात से होने वाली मौतों से बचाव के लिए अपनाए जा रहे उपाय और तड़ित चालक संयंत्रों की होती स्थापना का जायजा लेने पहुंचे आपदा सचिव रविंद्र प्रताप शाही (रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल) ने बुधवार को सोनभद्र में इसकी जानकारी दी। बताया कि बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जहां स्कूली बच्चे एंबेसडर की भूमिका निभाएंगे।
वहीं, बचाव के लिए जागरूकता के क्रम की निरंतरता बनी रहे, इसके लिए प्राथमिक से लेकर इंटर तक के लिए अलग पाठ्यक्रम तैयार करने के साथ ही, प्राथमिक से लेकर माध्यमिक कक्षा तक के सभी विद्यालयों में, आपदा गुरू की तैनाती की जाएगी। इसके लिए उसी विद्यालय में तैनात किसी एक शिक्षक को इसके लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित कराया जाएगा।
सचिव आपदा रविंद्र प्रताप शाही ने कहा कि आपदा से होने वाली मौतों में जहां सोनभद्र का स्थान सबसे उपर है। वहीं, पूरे यूपी में यह एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसको लेकर आपदा को लेकर नया पाठ्यक्रम तैयार करने और प्रत्येक विद्यालय में आपदा गुरू की तैनाती का प्रस्ताव तैयार कर, शासन को उपलब्ध कराया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से इस पहले के प्रासेस को मंजूरी दी जा चुकी है। पूरी उम्मीद है कि एक वर्ष के भीतर यह पहल मूर्तरूप लेना शुरू हो जाएगी।
सोनभद्र से शुरू की गई वज्रपात पूर्वानुमान सुरक्षा उपकरण की शुरूआत
सोनभद्र में बारिश के दौरान गिरने वाली बिजली से होने हर साल बडी मौतों पर कहा कि सिर्फ बिजली ही नहीं, स्नैक बाइट सहित अन्य आपदा से बचाव को लेकर हर संभव पहल की जा रही है। विद्यालय स्तर पर नुक्कड़ नाटक के जरिए बच्चों और लोगों को जागरूक करने का प्लान बनाया गया है। चूंकि बिजली की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या सोनभद्र में सबसे ज्यादा है। इसको देखते हुए, यूपी में सबसे पहले सोनभद्र से वज्रपात पूर्वानुमान सुरक्षा उपकरण (तड़ित चालक संयंत्र) स्थापित करने की शुरूआत की गई है। सबसे ज्यादा प्रभावित दुद्धी ब्लाक में इसे सबसे पहले लगाया गया है। दुद्धी में 31 अति संवेदनशील स्थलों पर इसको स्थापित किया जा चुका है, जिसका बेहतर परिणाम सामने आया है। जहां दुद्धी में प्रत्येक बारिश के सीजन में 15 से 25 मौतें होती थीं, वहीं, इस बार का यह आंकड़ा इस वर्ष अब तक शून्य है।
20 मिनट पहले मिल जाएगी बिजली गिरने की चेतावनी
कलेक्ट्रेट में भी बुधवार को वज्रपात पूर्वानुमान सुरक्षा उपकरण की स्थापना की गई। इसके संचालन की स्थिति जानने के बाद आपदा सचिव शाही ने बताया कि बिजली गिरने की स्थिति बनने पर यह उपकरण 15 से 20 मिनट पहले, बिजली गिरने की संभावित स्थल की दो किमी एरिया में चेतावनी संदेश सायरन जारी कर देगा। इसको लेकर उपकरण में ग्रीन, येलो और रेड पट्टी भी लगाई गई है। इस दौरान आपदा सचिव ने कलेक्ट्रेट सभागार में एक बैठक भी ली। दैवीय आपदा से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों के संबंध में बिंदुवार जानकारी प्राप्त करने के साथ ही, पूरे जिले में दैवीय आपदा से बचाव के लिए वज्रपात पूर्वानुमान सुरक्षा उपकरण लगाये जाने के निर्मित्त कार्ययोजना बनाकर शासन को उपलब्ध कराने, अधिक से अधिक लोगों को विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए जागरूक करने पर जोर दिया। इस मौके पर एडीएम सहदेव मिश्रा, एएसपी मुख्यालय कालू सिंह, आपदा प्रबंधक पवन कुमार शुक्ल, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।