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Sonbhadra News: तय अवधि व्यतीत होने के बावजूद धारा 116 के मुकदमे मिले लंबित, मंडलायुक्त ने जताई नाराजगी
Sonbhadra News: मंडलायुक्त ने जैसे ही शिकायतों की सुनवाई शुरू की। कुछ देर बाद ही तहसील ओबरा के खरौंधी गांव से पहुंचे एक व्यक्ति ने उन्हें शिकायती पत्र सौंपा, अवगत कराया कि एक वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो गया है लेकिन अभी तक मामला पेंडिंग है।
Sonbhadra News: जिले की तहसीलों में सोमवार को आयोजित समाधान दिवस के दौरान ओबरा में मंडलायुक्त डॉ. मुथुकुमार स्वामी बी ने शिकायतों-समस्याओं की सुनवाई की। इस दौरान तय अवधि व्यतीत होने के बावजूद ओबरा तहसील में धारा 116 के मुकदमे लंबित होने पर नाराजगी जताई और संबंधित के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उधर, डीएम बद्रीनाथ सिंह ने घोरावल में फरियादी सुनी और संबंधितों को शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही-शिथिलता बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
मंडलायुक्त ने जैसे ही शिकायतों की सुनवाई शुरू की। कुछ देर बाद ही तहसील ओबरा के खरौंधी गांव से पहुंचे एक व्यक्ति ने उन्हें शिकायती पत्र सौंपा। अवगत कराया कि एक वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो गया है लेकिन अभी तक मामला पेंडिंग है। इसका संज्ञान लेते हुए मंडलायुक्त ने मामले की जानकारी ली तो पता चला कि न्यायालय उप जिलाधिकारी ओबरा से धारा-116 के इस मामले का निस्तारण इसलिए नहीं हो पाया, क्योंकि क्षेत्रीय लेखपाल की तरफ से न्यायालय में रिपोर्ट प्राप्त नहीं कराई गई। इस पर नाराजगी जताते हुए मंडलायुक्त ने एसडीएम को तत्काल संबंधित के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पांच वर्ष से अधिक लंबित मुकदमें के शीघ्र निस्तारण का निर्देश
प्रकरण संज्ञान में आने के बाद मंडलायुक्त ने ओबरा तहसील के न्यायालय एवं राजस्व कार्याे की समीक्षा। धारा-116 के संबंध में निर्देश दिया कि प्राथमिक डिक्री के उपरांत प्राप्त पत्रावलियों में संबंधित रिपोर्ट ससमय न्यायालय में प्रेषित किया जाए। इसी तरह, धारा-24 में राजस्व निरीक्षकों को निर्देश दिए गए कि मौके पर पैमाईश करके पत्रावलियों में अपनी रिपोर्ट अविलंब प्रेषित करें। पांच वर्ष से अधिक लंबित मुकदमें के भी शीघ्र निस्तारण का निर्देश दिया। अंश निर्धारण, मिनजुमला गाटों आदि में प्रगति की ताकीद करते हुए कहा कि तहसील समाधान दिवस में जो भी शिकायतें प्राप्त हुई हैं, एक से दो दिन के अंदर मौके पर टीमों को भेजकर निस्तारण सुनिश्चित कराएं। टीम भेजने पर भी जो मामले निस्तारित नहीं हो पा रहा है, उनका निस्तारण उच्च स्तरीय अधिकारी मौके पर जाकर करें।
यहां इतने मामलों का हुआ निस्तारण
ओबरा में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में हुई सुनवाई में 89 शिकायतों में 12 का तत्काल निस्तारण किया गया। सीडीओ सौरभ गंगवार, एडीएम सहदेव कुमार मिश्र, एसडीएम ओबरा नवीन कुमार, तहसीलदार ओबरा सुशील कुमार, नायब तहसीलदार सहित अन्य उपस्थित रहे।
घोरावल में डीएम-एसपी ने सुनी फरियाद
घोरावल तहसील में जिलाधिकारी बीएन सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने फरियाद सुनी। ़आई 173 शिकायतों में 10 का मौके पर, पांच का टीम भेजकर निस्तारण कराया गया। तहसील राबर्ट्सगंज में अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) सुभाषचंद्र यादव-अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह, तहसीलदार अमित कुमार ने फरियाद सुनी। 183 शिकायतों में 11 का तत्काल निस्तारण कराया गया।तहसील दुद्धी में उप जिलाधिकारी दुद्धी सुरेश राय तहसीलदार दुद्धी ज्ञानेंद्र कुमार ने सुनवाई की। 71 शिकायतों में यहां तीन का ही निस्तारण हो पाया। चारों तहसीलों में जो मामले शेष बचे, उसके अविलंब निस्तारण की हिदायत दी गई।