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Sonbhadra News : रिहंद-ओबरा बांध के खुले रहे सात-सात फाटक, बारिश थमने के बाद स्थिति नियंत्रण

Sonbhadra News: बढ़े जलस्तर के बाद खोले गए रिहंद और ओबरा बांध के सात-सात फाटकों से दूसरे दिन बृहस्पतिवार को भी पानी छोड़ने का क्रम जारी रहा।

Kaushlendra Pandey
Published on: 29 Aug 2024 7:31 PM IST (Updated on: 29 Aug 2024 7:33 PM IST)
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Sonbhadra News ( Video- Newstrack)

Sonbhadra News: लगातार बारिश के चलते तेजी से बढ़े जलस्तर के बाद खोले गए रिहंद और ओबरा बांध के सात-सात फाटकों से दूसरे दिन बृहस्पतिवार को भी पानी छोड़ने का क्रम जारी रहा। हालांकि जलाशय पर बढ़े रहा पानी का दबाव कुछ कम होने के बाद छोड़े जा रहे पानी की मात्रा कम कर दी गई है। छत्तीसगढ-मध्यप्रदेश की तरफ से पानी आने की स्थिति बने रहने के कारण, रिहंद और ओबरा जल विद्युत गुह की सभी नौ इकाइयों को पूरी क्षमता से चलाए जाने के साथ ही, समाचार दिए जाने तक दोनों बांधों से लगभग एक लाख 11 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने का क्रम जारी रहा। हालांकि, बारिश थमने के कारण, सोन नदी की स्थिति नियंत्रित होने के चलते, आपदा राहत विभाग जहां सुकून की स्थिति में है। वहीं, बारिश शुरू होने की दशा में कहीं आपात स्थिति न बनने पाए, इसको लेकर ओबरा-रिहंद बांध और सोन नदी तीनों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है।

869 फीट पर बना हुआ है रिहंद का जलस्तर:

सात फाटक खोले जाने के बाद रिहंद का जलस्तर 869 पर स्थिर हो गया है। हालांकि कैचमेंट एरिया में अभी भी पानी आने की स्थिति को देखते हुए, सात गेट के जरिए पानी बहाया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक जलाशय पर पानी का दबाव कुछ कम होने के बाद, खोले गए सात फाटकों में तीन को 10 से पांच फीट पर कर दिया गया है। वहीं, जल विद्युत गृह के माध्यम से भी पानी की निकासी जारी है। उधर, ओबरा में भी खोले गए सभी सात फाटकों को 10 से पांच फीट पर कर दिया गया है। हालात को देखते हुए सोन नदी में बाढ़ की आशंका जताई जा रही थी लेकिन ओबरा और रिहंद जलाशय में पानी की वृदिृध नियंत्रित होने और दो दिन से बारिश थमी होने के कारण, सोन नदी की भी स्थिति नियंत्रण में होने पर आपदा राहत विभाग ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि बाढ़ चौकियों के जरिए स्थिति पर अभी भी निगरानी बनी हुई है।

भेलाही बांध ओवरफ्लो, राबटर्सगंज-पन्नूगंज मार्ग पर पहुंचा पानीः

अच्छी बारिश का असर जिले के दूसरे बांधों पर भी पड़ा है। लंबे समय से अच्छे जलभराव का इंतजार कर रहे धंधैराल बांध में जलस्तर अधिकतम निशान के करीब धीरे-धीरे पहुंचता जा रहा है। वहीं, नगवां बांध का पानी अधिकतम स्तर पर पहुंचने के कारण, यहां से सिलहट और धंधरौल डैम के लिए लगातार पानी छोड़ने का क्रम जारी है। इसके अलावा जिला मुख्यालय क्षेत्र में पानी आपूर्ति के लिए स्थापित भेलाही बांध की भी लंबे समय से बनी प्यास बुझ गई है। यहां का पानी बुधवार की रात ओवरफ्लो होने के कारण, राबटर्सगंज-पन्नूगंज मार्ग पर बिजौली गांव के पास एक फीट पानी जमा हो गया। हालांकि बारिश न होने के कारण, बृहस्पतिवार को यहां भी स्थिति नियंत्रण में हो रही। उधर, बेलन नदी का पानी पिछले कई दिनों से करार से बाहर होने के कारण, तटवर्ती किसानों की नींद उड़ी हुई है। लगातार पानी जमाव के चलते नदी किनारे स्थित फसलों को खासा नुकसान भी बताया जा रहा है।

- तिरंगे कलर में बांध से गिरते पानी ने बिखेरी अद्भुत छटाः

उधर, रिहंद डैम पर रात में तिरंगे कलर की रोशनी में बांध से गिरता पानी अद्भुत छटा बिखेरता रहा। बुधवार और बृहस्पतिवार दोनों दिन लोग देर शाम से लेकर रात गहराने तक, मनमोहक नजारे को निहारने के लिए रिहंद बांध के सामने, एनएच स्थित पुल और सड़क किनारे जमा रहे। मौके पर मेले जैसा माहौल रहा। महिलाएं, बच्चे भी इस नजारे का खासा लुत्फ उठाते दिखाई दिए।



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Shalini Rai

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