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छोटे-छोटे प्रयास ऊर्जा के क्षेत्र में देश को बना सकते हैं आत्मनिर्भर, एनर्जी संरक्षण से जुड़े कार्यक्रम में अपील

Sonbhadra News: वर्ष 2024 की ऊर्जा संरक्षण थीम पर चर्चा करते हुए मुख्य महाप्रबंधक ने कहा कि इस बार की थीम सामूहिक प्रयासों से स्थायी ऊर्जा की ओर.. रखा गया है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 14 Dec 2024 6:45 PM IST
Sonbhadra News
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छोटे-छोटे प्रयास ऊर्जा के क्षेत्र में देश को बना सकते हैं आत्मनिर्भर (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: ’ऊर्जा संरक्षण दिवस’ पर शनिवार को ओबरा परियोजना के ’ब’ ताप विद्युत गृह के सभा कक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अध्यक्षता कर रहे परियोजना के मुख्य महाप्रबन्धक इं. आरके अग्रवाल ने ऊर्जा संरक्षण के लिए परियोजना के अभियंताओं-सहकर्मियों से सामूहिक जिम्मेदारी निभाने की अपील करते हुए कहा कि छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव ला सकते हैं। जरूरत है ऊर्जा बचत/संरक्षण को लेकर लेकर ज्यादा से ज्यादा लेकर जागरूक करने और इसको लेकर छोटे से छोटे स्तर पर प्रयास करने की।

थर्मल पावर प्लांट परिवार पर है बड़ी जिम्मेदारीः सीजीएम

वर्ष 2024 की ऊर्जा संरक्षण थीम पर चर्चा करते हुए मुख्य महाप्रबंधक ने कहा कि इस बार की थीम सामूहिक प्रयासों से स्थायी ऊर्जा की ओर.. रखा गया है। यह हमें याद दिलाना है कि उद्योग हो, घर हो या सार्वजनिक परिवहन सभी जगह, ऊर्जा संरक्षण को लेकर सामूहिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। परियोजना कर्मियों, अभियंताओं से इसके लिए छोटे-छोटे प्रयास करने की अपील करते हुए कहा कि थर्मल प्लांट परिवार होने के नाते, हम सभी पर ऊर्जा संरक्षण की है ज्यादा जिम्मेदारी है। कहा कि इस मामले में थर्मल पावर प्लांट के रूप में हमारी भूमिका और जिम्मेदारी इसलिए और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि हम ऊर्जा उत्पादन में एक अहम स्थान रखते है।

ऊर्जा के संसाधनों का कुशल और जिम्मेदार तरीके से उपयोग करना होगा

सीजीएम ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऊर्जा के संसाधनों का कुशल और जिम्मेदार तरीके से उपयोग हो। हमारे पास ऊर्जा उत्पादन के लिए प्राकृतिक संसाधन जैसे कोयला, तेल और गैस सीमित मात्रा में हैं। इनका अत्यधिक दोहन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए संकट भी उत्पन्न कर सकता है। ऊर्जा उत्पादन के दौरान ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन होता है, जो ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन का मुख्य कारण है। ऊर्जा की बर्बादी रोककर हम उत्पादन लागत को कम कर सकते हैं और राज्य के साथ ही राष्ट्र को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकते हैं।

ऊर्जा दक्षता के उपायों ने दिलाया प्रशस्ति पत्र

उन्हांने कहा कि ओबरा तापीय परियोजना की टीम ने ऊर्जा दक्षता को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं जैसे उन्नत तकनीकों का उपयोग सौर और पवन ऊर्जा जैसे वैकल्पिक स्रोतों पर अधिक ध्यान दिया जाना..। इसी का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) के लिए ओबरा तापीय परियोजना को ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया है। सहकर्मियों से अपील की कि वह अपने कार्यक्षेत्र और व्यक्तिगत जीवन में ऊर्जा बचाने के लिए अनावश्यक उपकरणों को बंद रखने, बिजली के कुशल उपकरणों का उपयोग, वेस्ट हीट रिकवरी और रिसाइक्लिंग प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करने जैसे छोटे-छोटे प्रयास कर ऊर्जा संरक्षण अभियान को और प्रभावी बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। इस दौरान ओबरा परियोजना के मुख्य अभियंता प्रशासन इं. तुलसी दास, अधीक्षण अभियंता इं. डीके सिंह, इं. केएस सचान, इं. अजय उपाध्याय, इं. नेमी चंद सहित अन्य की मौजूदगी बनी रही।

Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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