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Sonbhadra: धान की फसल पर बर्बादी की मार, हफ्ते भर में दूसरी बार बारिश से निकले किसानों के आंसू, खासा नुकसान

Sonbhadra News: जिला कृषि अधिकारी डॉ. हरिकृष्ण मिश्र भी बारिश से धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचने की बात स्वीकार करते हैं। कहते हैं कि हालांकि इस बारिश से रबी की जिन फसलों की बुवाई हो गई थी उन्हें अच्छा फायदा पहुंचा है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 8 Dec 2023 1:58 PM GMT
Sonbhadra News
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धान की फसल पर बर्बादी की मार (Social Media)

Sonbhadra News: लगातार दूसरे साल बेमौसम बरसात ने किसानों को रुला दिया है। किसी की फसल खेत में कटकर पड़ी है तो किसी की खलिहान में। एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार बारिश ने किसानों की रही-सही उम्मीदों को भी खत्म कर दिया। एक तरफ सूखा, तो दूसरी तरफ बर्बादी की मार के बाद, किसानों के लिए अब फसल की लागत निकालना तक मुश्किल हो गया है। वहीं, बारिश की मार से बेजार हुए किसानों के सामने, आगे की खेती के साथ ही, परिवार के जीविकोपार्जन का संकट खड़ा हो गया है।

खरीफ की फसल बर्बाद, अब पिछड़ी रबी की बुआई

सदर ब्लॉक के महुआंव कला निवासी श्रीकांत विश्वकर्मा बताते हैं कि, 'धान कटकर खेत में पड़ा हुआ है। खेत की जुताई भी प्रभावित हुई है। खलिहान में भी रखी फसल बर्बाद हो रही है। कहा कि इस बारिश ने खरीफ की फसल तो बर्बाद की ही, रबी की फसल की बोवाई भी पिछड़ गई है'। इसी गांव के भोला दूबे कहते हैं कि, 'खेत में पड़े-पड़े ही धान भीगकर अंकुरित करने लगे हैं। कहा कि धान का भाव भी खत्म हो गया है। अब न तो इसके खरीदार मंडी मिलेंगे, न ही क्रय केंद्रों पर ही इस धान की खरीद हो पाएगी। कहा कि इस बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। गेहूं की बोवाई पिछड गई है। बारिश के चलते फूल झड़ने से अरहर की फसल को भी खासा नुकसान पहुंचा है।'

बारिश ने तोड़ दी कमर, लागत निकालना भी मुश्किल

रघुनाथपुर गांव निवासी हीरालाल जायसवाल कहते हैं कि 'उनकी फसल खलिहान में रखे-रखे भीग गई है। काफी नुकसान हुआ है। खेत में पानी जमा होने से गेहूं की बोवाई भी पिछड़ गई है। कहा कि इससे बचाव के लिए किसानों के पास कोई रास्ता भी नहीं बचा है'। सदर ब्लाक के तरावां गांव निवासी मिथिलेश देव बताते हैं कि 'एक सप्ताह में दूसरी बार मजे की बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। खेत में पडे-पड़े जहां आधी से अधिक फसल नष्ट हो चुकी है । वहीं, जो फसल अब हाथ आएगी भी तो मड़ाई के पहले धान के भीगने और उसमें अंकुरण की स्थिति बनने से, उसकी खरीदारी कहां होगी, समझ में नहीं आ रहा है। कहा कि जो हालत उसमें अगर किसी किसान की लागत निकल जाए तो यहीं बड़ी बात है।'

रबी की फसल के लिए फायदेमंद है बारिश- जिला कृषि अधिकारी

उधर, जिला कृषि अधिकारी डॉ. हरिकृष्ण मिश्र भी बारिश से धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचने की बात स्वीकार करते हैं। कहते हैं कि हालांकि इस बारिश से रबी की जिन फसलों की बुवाई हो गई थी उन्हें अच्छा फायदा पहुंचा है। उन्होंने संभावना जताई कि अब आगे मौसम अच्छा रहने वाला है। मौसम विभाग की तरफ से जो संकेत मिले हैं, उससे सोमवार से पूरी तरह धूप खिलने की उम्मीद है।

खेत-खलिहान में पड़ी हुई है 80 फीसद फसल

बता दें कि, अभी 80 फीसद से अधिक धान की फसल खेत-खलिहान में पडी हुई है। ऐसे में पड़ी बारिश ने जहां किसानों की जमा-पूंजी को बर्बादी की भेंट चढ़ा दिया है। वहीं, मड़ाई का कार्य शुरू होने में अभी एक सप्ताह का वक्त लगने की उम्मीद है। रबी की फसलों की बोवाई पिछड़ी सो अलग।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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