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Sonbhadra: मिर्चाधुरी में त्रिवेणी एक्सप्रेस के ठहराव का शुभारंभ, रेलवे की तरफ से आदिवासियों को मिली बड़ी सौगात
Sonbhadra News: त्रिवेणी एक्सप्रेस के परिचालन से दशकों से बेहतर आवागमन की सुविधा से अछूते आदिवासियों का राजधानी लखनऊ से सीधा संपर्क स्थापित हो गया। इसे लेकर इस क्षेत्र के लोगों खासकर आदिवासी तबके में खासा उत्साह देखने को मिला।
Sonbhadra News: आजादी के समय से ही आवागमन की सुविधा से अछूते भाठ क्षेत्र के बाशिंदों को रेलवे की तरफ से मंगलवार (21 नवंबर) की शाम बड़ी सौगात दी गई। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी (Union Minister Hardeep Puri) के प्रतिनिधि एवं राष्ट्रीय रेल परामर्शदात्री समिति के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम और राबटर्सगंज सांसद पकौड़ीलाल कोल ने यहां ठहराव के शुभारंभ के साथ, ही यहां रूकी त्रिवेणी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई।
इस परिचालन से दशकों से बेहतर आवागमन की सुविधा से अछूते आदिवासियों का राजधानी लखनऊ से सीधा संपर्क स्थापित हो गया। इसे लेकर इस क्षेत्र के लोगों खासकर आदिवासी तबके में खासा उत्साह देखने को मिला। सड़क मार्ग से भी आवागमन की भी सीधा सुविधा उपलब्ध हो जाए, इसके लिए मिर्जाधुरी में ओवरब्रिज या रेलवे अंडर ब्रिज के साथ ही ओबरा से अनपरा के बीच सीधे रास्ते के निर्माण की भी मांग उठाई गई जिस पर सांसद सहित अन्य ने समुचित पहल का भरोसा दिया।
हाल के वर्षों में पहुंची विकास की धारा
बताते चलें कि 'पावर कैपिटल' का दर्जा रखने वाले ओबरा और अनपरा के बीच की 30 से 40 किमी एरिया ऐसी है जहां वर्ष 2023 में अत्याधुनिक सुविधाओं की बात कौन कहे, बेसिक सुविधाएं भी मुकम्मल होने की बात कहना बेमानी है। हाल के वर्षों में इस इलाके की भी तस्वीर सुधरी है। सड़क-पुलिया का खासा निर्माण हुआ है। विद्यालय भी खोले गए हैं लेकिन पानी में नाइट्रेट की बहुलता रखने वाले इस इलाके के लिए शुद्ध पेयजल की उपलब्धता अभी भी जहां हर घर नल को लेकर जगी उम्मीदों के भरोसे हैं।
खरवार और गोंड़ आदिवासियों की बहुलता
वहीं, सड़क मार्ग से सुगम आवागमन के लिए ओबरा या अनपरा तक 15 से 20 किमी दूरी पैदल या निजी साधन से तय करने की मजबूरी बनी हुई है। खरवार और गोंड़ बहुल इस आदिवासी इलाके में आवागमन के नाम पर अब तक मिर्चाधुरी रेलवे स्टेशन की सुविधा थी लेकिन उस पर भी एकमात्र पैसेंजर ट्रेन चोपन-कटनी पैसेंजर का ही ठहराव हो पा रहा था। इस रास्ते से गुजरती त्रिवेणी एक्सप्रेस (Triveni Express) का ठहराव अब तक यहां के लोगों के लिए एक ख्वाब बना हुआ है। त्रिवेणी एक्सप्रेस को पकड़ने के लिए यहां के लोगों को पैदल या निजी साधन से ओबरा पहुंचना पड़़ता था। वहां से वह चोपन पहुंचते थे। लेकिन, अब ये समस्या भी दूर हो गई।
जल्द मिलेगी ओवर ब्रिज-अंडर ब्रिज सुविधा
मंगलवार से यहां शुरू हुए इस ठहराव ने जहां त्रिवेणी एक्सप्रेस को लेकर यहां लोगों के मन में पल रहे ख्वाब को हकीकत में बदल दिया है। वहीं, इस एरिया के लोगों को त्रिवेणी एक्सप्रेस के जरिए सीधे प्रदेश के राजधानी पहुंचने के लिए आवागमन की अच्छी सुविधा उपलब्ध हो गई है। राष्ट्रीय रेल परामर्शदात्री समिति के सदस्य एसके गौतम का कहना है कि अब यहां के लोगों के लिए रेलवे लाइन को सुगमता से क्रॉस करने के लिए ओवर ब्रिज या अंडरब्रिज की जरूरत है। इसकी भी सौगात यहां के लोगों को जल्द मिले, इसकी पहल की जाएगी।
सालभर से जारी था संघर्ष, अब पूरा हुआ सपना
मिर्चाधुरी के प्रधान पति बबुंदर ने newstrack.com को फोन पर बताया कि, 'मिर्चाधुरी में त्रिवेणी एक्सप्रेस के ठहराव को लेकर एक साल से आवाज उठाई जा रही थी। कोरोना काल के समय चोपन-कटनी पैसेंजर के बंद होने से, वह सुविधा से यहां छिन गई थी। त्रिवेणी एक्सप्रेस के ठहराव से यहां के लोगों का एक बड़ा सपना पूरा हुआ है लेकिन अभी सप्ताह में तीन ही ठहराव मिला। सप्ताह में सातों दिन ठहराव मिले, बंद पड़ी चोपन-कटनी पैसेंजर का संचालन शुरू हो और सिंगरौली-शक्तिनगर से वाराणसी के लिए जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस का भी यहां ठहराव सुनिश्चित हो, इसके लिए आवाज उठाने का क्रम जारी रहेगा।'