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Sonbhadra News: लापरवाही की हद: बगैर सही जांच महिला के पेट पर लगाया दिया चीरा, अस्पताल के एमडी पर जानलेवा कृत्य-धोखाधडी का केस
Sonbhadra News: राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के हिंदुआरी में संचालित एक बड़े अस्पताल को लेकर हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि यहां इलाज के लिए आई महिला के पेट की दिक्कत की सही तरीके से जांच किए बगैर ही, ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर पेट पर चीरा लगा दिया गया।
Sonbhadra News: राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के हिंदुआरी में संचालित एक बड़े अस्पताल को लेकर हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि यहां इलाज के लिए आई महिला के पेट की दिक्कत की सही तरीके से जांच किए बगैर ही, ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर पेट पर चीरा लगा दिया गया। मामला जब अनकंट्रोल हुआ तो पल्ला झाड़ दिया। कुछ दिन तक किए गए ऑपरेशन और मरीज के दिक्कत के उपचार का आश्वासन दिया जाता रहा। मसला ठंडा होते ही, उससे भी मुंह मोड़ लिया गया। चार साल पुराने इस मामले में अब जाकर कोर्ट के हस्तक्षेप पर राबटर्सगंज कोतवाली में अस्पताल के प्रबंध निदेशक के खिलाफ जानलेवा कृत्य, धोखाधड़ी सहित अन्य मामलों को लेकर केस दर्ज कर लिया गया है। अब लोगों की निगाहें, पुलिस की जांच के परिणाम पर टिकी हुई हैं।
पीड़ित का यह है दावा, इस बात को लेकर लगाए गए हैं आरोप
चंदौली जिले के चकरघट्टा थाना क्षेत्र के बरवाडीह गांव निवासी मशहूर आलम का आरोप है कि वह गत 25 अक्टूबर 2019 को पत्नी शहीबुन को लेकर हिंदुआरी स्थित होलिस्टिक हास्पीटल में, इलाज के लिए पहुंचे हुए थे। वहां अस्पताल के प्रबंध निदेशक/डाक्टर आरके पटेल से मुलाकात हुई। उन्होंने अस्पताल में ही अल्ट्रासाउंड और खून की जांच कराने के बाद कहा कि लीवर में सूजन और पित्त में पथरी है, मरीज को भर्ती करना होगा। 26 अक्टूबर को भर्ती कर उपचार किया गया और 10 दिन की दवा देकर छुट्टी दे दी गई। दोबारा 19 नवंबर 2019 को पहुंचा तो फिर से भर्ती कर लिया गया। कहा कि 21 नवंबर 2019 की शाम सात बजे ऑपरेशन किया जाएगा।
पेट में चीरा लगाने के बाद कहा: नहीं कर पाएंगे ऑपरेशन
आरोप है कि ऑपरेशन के लिए दिए गए समय पर मरीज के पेट में चीरा लगा दिया गया लेकिन आगे का ऑपरेशन यह कहते हुए करने से इंकार कर दिया गया कि अंदर लिवर और पित्थ की थैली आपस में चिपकी हुई है। इसके बाद पेट में लगाए गए चिरा में टांका लगा दिया गया। कहा गया कि टांका ठीक होने के बाद दोबारा ऑपरेशन किया जाएगा।
दवा और ऑपरेशन का खर्च वहन करने का किया गया था वायदा
पीड़ित का दावा है कि डॉक्टर ने कहा कि लापरवाही हो गई है। इसके दवा, ऑपरेशन का जो भी खर्च है, वह उसे स्वयं वहन करेंगे। फोन से तत्कालीन सीएमओ से बात कराई गई। उनकी तरफ से किसी चिकित्साधिकारी को भेजने का भरेासा दिया गया लेकिन कोई नहीं पहुंचा। 30 नवंबर 2019 को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद कोई मदद उपलब्ध नहीं कराई गई। अलबत्ता इस बीच उसके आयुष्मान कार्ड से दवा इलाज के नाम पर पेट में चीरा लगाने के अगली ही तिथि को 11 हजार जरूर निकाल लिए गए। धमकी दिए जाने का भी आरोप लगाया गया है।
इन-इन धाराओं के तहत दर्ज किया गया केस
मामले में न्यायालय से गुहार लगाई गई थी। अदालत की तरफ से पुलिस की तरफ से दी गई रिपोर्ट और पत्रावली में उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर मामला दर्ज करने का आदेश दिया गया जिसके क्रम में राबटर्सगंज कोतवाली में साईंनाथ होलेस्टिक हास्पीटल, एडवांस न्यू ट्रामा एवं आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र के एमडी डा. आरके पटेल के खिलाफ धारा 308, 419, 420 और 506 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।