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Sonbhadra News: आपदा से बचाव के लिए तैयार की गई शिक्षकों-ग्राम स्तरीय कर्मियों की टीम प्रत्येक गांव से चयनित किए गए आपदा मित्र, प्रशिक्षण शुरू
Sonbhadra News: सोनभद्र में आपदा से बचाव के लिए तैयार की गई शिक्षकों-ग्राम स्तरीय कर्मियों की टीम, प्रत्येक गांव से चयनित किए गए आपदा मित्र, पांच दिवसीय विशेष प्रशिक्षण का किया गया शुभारंभ।
Sobhadra News: सोनभद्र को दैवीय आपदा से बचाने को लेकर चल रही पहल तेज कर दी गई है। आपदा से बचाव के लिए जिले से गांव स्तर तक की टीम तैयार करने के साथ ही, प्रत्येक गांव से आपदा मित्रों को चयनित कर उन्हें प्रशिक्षित किए जाने का काम शुरू कर दिया गया है। मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित रिसोर्स सेंटर में पांच दिवसीय विशेष प्रशिक्षण की शुरूआत की गई। प्रदेश स्तर से चयनित मास्टर ट्रेनरों के साथ ही, जिले के आला अफसरों की तरफ से प्रशिक्षणार्थियों को जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीडीओ सौरभ गंगवार, एडीएम सहदेव मिश्र, डीडीओ शेषनाथ चौहान, जिला प्राबेशन अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी विशाल सिंह, उपायुक्त मनरेगा रमेश यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिला आपदा प्रबंधक एवं राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ पवन शुक्ल, साधना मिश्रा और शेषमणि दूबे की तरफ से प्रशिक्षण के उद्देश्य और इससे जुड़ी जरूरी जानकारियां उपलब्ध कराई गईं।
चयनित प्रशिक्षणार्थी आपदा गुरू-आपदा मित्र की निभाएंगे भूमिका
बताया गया कि यह प्रशिक्षण 30 दिसंबर तक चलेगा। प्रशिक्षण के लिए प्राथमिक से डिग्री कालेज तक के विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्य/प्राचार्य, शिक्षक‘-शिक्षिकाओं के साथ ही ग्राम स्तरीय कर्मी लेखपाल, कानूनगो, ग्राम पंचायत सचिव और पंचायत स्तरीय अधिकारी एडीओ पंचायत का चयन किया गया है। पहले बैच में विकास खंड म्योरपुर, बभनी और दुद्धी क्षेत्र के चयनित लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिक्षक जहां विद्यालय में आपदा गुरू की भूमिका निभाएंगे। वहीं ग्राम पंचायत कर्मियों की भूमिका गांवों में आपदा मित्र की होगी।
आपदा से बचाव और मदद की दी जाने वाली राशि के बारे में करें जागरूक: सीडीओ
मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार ने कहा कि 'करें प्रशिक्षित, रहें सुरक्षित..' थीम पर इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। इसमें नागरिकों को वज्रपात, सर्पदंश, शीतलहर, लू, आंधी-तूफान, भूकंप, बाढ़ जैसी आपदाओं से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक रखना है। कहा कि जागरूकता के जरिए आपदा से होने वाली जनहानि, पशु हानि को रोका जा सकेगा। उन्होंने जागरूकता के साथ ही, आपदा पीड़ितों को सरकार की तरफ से दी जाने वाली मदद के बारे में भी लोगों को जागरूक करने के लिए कहा। साथ ही इस बात की अपील भी की सर्पदंश जैसी आपदा में ज्यादातर लोग झाड़-फूंक के चक्कर में फसकर, समय से इलाज नहीं करा पाते हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है। ऐसे मामलों पर विशेष ध्यान के साथ ही, सर्पदंश पीड़ितों को समय से इलाज मिल जाए, इसका ख्याल रखा जाना जरूरी है।
शिक्षक-शिक्षिकाएं शिक्षण के साथ आपदा बचाव को लेकर भी निभाएं अहम भूमिका: एडीएम
एडीएम सहदेव कुमार मिश्र ने प्रशिक्षण के लिए आए शिक्षक-शिक्षिकाओं से अपील की कि वह स्कूल के बच्चों के साथ ही आस-पास के लोगों को प्रशिक्षित करते हुए आपदा की स्थिति में बचाव, सुरक्षा आदि उपायों की जानकारी दें। कहा कि आपदा के लिए जागरूकता और बचाव ही बड़ा हथियार है, इसका विशेष ख्याल रखें। उन्होंने दुद्धी क्षेत्र के 31 स्थानों पर लगाए गए बज्रपात सुरक्षा अलार्म सिस्टम और इसके चलते इस वर्ष बारिश के सीजन में वज्रपात से होने वाली मौतों में आई कमी का उल्लेख किया। कहा कि शिक्षक-शिक्षिकाएं शिक्षण के साथ आपदा को लेकर जागरूकता में भी अहम भूमिका निभाएं। निश्चित रूप से इससे आपदाजनित मौतों में कमी लाने में मदद मिलेगी।
इनकी-इनकी भी आयोजन में रही महत्वपूर्ण भूमिका
डीडीओ, जिला प्राबेशन अधिकारी, डीपीआरओ, उपायुक्त मनरेगा ने भी आपदा बचाव को लेकर जरूरी जानकारियां दी। संचालन साधना मिश्रा ने किया। चयनित आपदा मित्र राहुल यादव, ज्योति यादव, सविता, निखिल, निभा, विशाल आदि ने भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।