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एल्बेंडाजोल गोली खाने के बाद दो दर्जन बच्चों की बिगड़ी हालत, मचा हड़कंप
Sonbhadra News: स्वास्थ्य विभाग की एक टीम दारुल उलूम कादरिया नूरिया मदरसे में पहुंची। वहां शिक्षकों के सामने ही, छात्र-छात्राओं को कृमिनाशक अल्बेंडाजोल गोली खिलाई गई।
Sonbhadra News: दुद्धी तहसील क्षेत्र के बघाड़ू गांव स्थित दारुल उलूम कादरिया नूरिया मदरसे में शनिवार को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने के बाद लगभग दो दर्जन बच्चों के बीमार होने के बाद हड़़कंप मच गया। लगातार उल्टी होने की शिकायत पर सभी बच्चों को एम्बुलेंस के जरिए सीएचसी दुद्धी पहुंचाया गया। अस्पताल पहुंचाए गए बच्चों में ज्यादातर की हालत सामान्य बताते हुए उन्हें छुट्टी दे दी गई। वहीं, तीन बच्चियों को एहतियातन चिकित्सकों की निगरानी में अस्पताल में ही रखा गया है।
बताते हैं कि जिले के अन्य विद्यालयों की तरह, शनिवार की सुबह स्वास्थ्य विभाग की एक टीम दारुल उलूम कादरिया नूरिया मदरसे में पहुंची। वहां शिक्षकों के सामने ही, छात्र-छात्राओं को कृमिनाशक अल्बेंडाजोल गोली खिलाई गई। गोली खाने के कुछ देर बाद ही लगभग दो दर्जन बच्चों की तबियत बिगड़ने की खबर ने हड़कंप मचा दिया। लगातार उल्टी की शिकायत पर एंबुलेंस के जरिए सभी बच्चे-बच्चियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी पहुंचाया गया। वहां, सीएचसी अधीक्षक डा. शाह आलम ने सभी बच्चों का चिकित्सकीय परीक्षण किया गया। ज्यादातर बच्चों की हालत सामान्य पाते हुए, कुछ देर के उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं, अल्फ़ी नाज 10 वर्ष , जिकरा फातिमा 11 वर्ष और समा परवीन 10 वर्ष की हालत कुछ गंभीर देखते हुए एहतियातन शाम तक के लिए चिकित्सकीय निगरानी रखा गया है। हालत सामान्य रहने के बाद उन्हें भी छुट्टी दे दी जाएगी।
पेड़ में कीड़े होने पर उल्टी होना सामान्य प्रक्रियाः डा. शाह
वहीं, सीएचसी अधीक्षक डा. शाह आलम के मुताबिक इसको लेकर घबड़ाने की जरूरत नहीं है। जिन बच्चों के पेट मे कीड़े होते हैं उनमें यह लक्षण आना स्वाभाविक होता है। सभी बच्चे ठीक हैं। बताते चलें कि पेड़ में कृमि की समस्या बच्चों के स्वास्थ्य पर असर न डालने पाए, इसके लिए प्रत्येक छह माह पर कृमिनाशक दवा खिलाने का अभियान चलाया जाता है। इसी कड़ी में इस बार भी यह अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में टीम शनिवार को संबंधित विद्यालय में बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने पहुंची हुई थी, जहां लगभग दो दर्जन बच्चे-बच्चियों की हालत दवा खाने के कुछ देर बाद ही बिगड़ गई। हालांकि चिकित्सकों ने पेट में कीड़े होने की दशा में इसे सामान्य प्रक्रिया बताया है।