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Sonbhadra News: 200 विद्यालयों में होगा तम्बाकू उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम, उदासीनता पर फटकार

Sonbhadra News: सीएमओ ने पाया कि अभी तक आरबीएसके टीम द्वारा रेफरेक्टीव एरर वाले स्कूली बच्चों को मुफ्त चश्मा वितरण के लिए मात्र 876 की सूची उपलब्ध कराई गई है।

Kaushlendra Pandey
Published on: 21 Dec 2024 7:45 PM IST
Sonbhadra News ( Photo- Newstrack )
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Sonbhadra News ( Photo- Newstrack )

Sonbhadra News: जिले के 200 सरकारी और निजी विद्यालयों में तंबाकू उन्मूलन को लेकर विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। शनिवार को सीएमओ डॉ. अश्वनी कुमार की तरफ से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम-राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत की गई समीक्षा बैठक और राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत हेल्थ प्रोफेशनल के एक दिवसीय जिलास्तरीय प्रशिक्षण के दौरान दी गई।

प्रत्येक टीम हर माह चार बच्चों को एनआरसी में कराएगी भर्ती

सीएमओ सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएमओ ने पाया कि एनआरसी में सैम यानी कुपोषित बच्चों की भर्ती अत्यधिक कम एवं निराशाजनक है। इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने आरबीएसके टीम को निर्देशित किया कि प्रत्येक टीम प्रति माह कम से कम चार बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराएगी।

अधिक से अधिक बच्चों का करें नेत्र परीक्षण: सीएमओ

सीएमओ ने पाया कि अभी तक आरबीएसके टीम द्वारा रेफरेक्टीव एरर वाले स्कूली बच्चों को मुफ्त चश्मा वितरण के लिए मात्र 876 की सूची उपलब्ध कराई गई है। इसको देखते हुए निर्देशित किया गया कि जिस ब्लाक में आरबीएसके के अंतर्गत नेत्र सहायक के पद रिक्त हैं। वहां पर नजदीक वाले ब्लाक में कार्यरत नेत्र सहायक की 15 दिन ड्यूटी लगाई जाए। ताकि अधिक से अधिक स्कूली बच्चों का नेत्र परीक्षण किया जा सके।

शत-प्रतिशत बच्चों की हिमोग्लोबीन जांच करें सुनिश्चित

स्कूलों और आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों के हिमोग्लोबिन के जांच एवं ई-कवच पर रिर्पाेटिंग की स्थिति पर भी नाराजगी जताते हुए सीएमओ ने सभी आरबीएसके टीम को निर्देशित किया कि रोस्टर के अनुसार सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों का भ्रमण किया जाए और इस दौरान उपस्थित पाए गए बच्चों का शत-प्रतिशत हिमोग्लोबिन जांच करते हुए रिपोर्ट ई-कवच पोर्टल पर अपडेट किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

जन्मजात दोषयुक्त बच्चों की जांच में तेजी लाने के निर्देश

समीक्षा के दौरान पाया गया कि जन्मजात दोष युक्त बच्चों का चिन्हाकंन एवं संदर्भन में भी आरबीएसके टीम शिथिलता बरत रही है। स्थिति में सुधार न होने पर संबंधितों को कार्रवाई के लिए चेताते हुए सीएमओ ने कहा कि प्रत्येक टीम अपने-अपने ब्लाक मे जन्माजात दोष युक्त बच्चों की सूची तैयार कर एक सप्ताह भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। साथ ही निर्देशित किया कि सभी टीम प्रसव केंद्रों का तथा आशा के जरिए एचबीएनसी भ्रमण सुनिश्चित करते हुए जन्मजात दोष युक्त बच्चों की पहचान की जाए और उनकी गहनता से निगरानी की जाए।

प्रत्येक स्कूल में जांचें आयरन-एल्बेंडाजोल की उपलब्धता

सीएमओ ने आरबीएसके टीम को निर्देशित किया कि भ्रमण के दौरान प्रत्येक स्कूलों मे जाकर आयरनऔर एल्बेण्डाजॉल की गोली का स्टॉक जांच जाए। इस दौरान यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक बच्चें को आयरन की गोली खिलाई जाए और उसकी रिपोर्टिंग विफ्स रजिस्टर पर की जाए। किसी स्कूल में अतिरिक्त स्टॉक मिलता है तो तत्काल उसे नजदीकी सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मगांकर नियमानुसार वितरण सुनिश्चित किया जाए।



Shalini singh

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