Sonbhadra News: जरा संभलकर! इस हाइवे से गुजर रहे हैं तो पड़ेगी टोल टैक्स की दोहरी मार, शिकायत का भी नहीं निकल रहा नतीजा

Sonbhadra News: पिछले एक सप्ताह से वाहन संचालकों को दोहरे टैक्स की मार झेलनी पड़ रही है। शिकायत-एतराज का भी कोई खास नतीजा नहीं निकल रहा है। ऐसे में टोल शुल्क वसूली की आड़ में होती कथित लूट-वाहन चालकों/संचालकों को होती परेशानी का कोई हल निकल पाएगा?

Kaushlendra Pandey
Published on: 19 Oct 2024 12:34 PM GMT
Instead of three on Varanasi-Shaktinagar route , Toll plazas at four places
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वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर तीन की बजाय, चार जगहों पर टोल प्लाजा: Photo- Social Media

Sonbhadra News: वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर तीन की बजाय, चार जगहों पर टोल प्लाजा की स्थापना और अब फास्टैग व्यवस्था लागू होने के बाद दोहरे टैक्स की मार ने, वाहन चालकों-संचालकों के लिए, इस मार्ग पर शुल्क व्यवस्था को अबूझ पहेली बनाकर रख दिया है। हालत यह है कि पिछले एक सप्ताह से वाहन संचालकों को दोहरे टैक्स की मार झेलनी पड़ रही है। शिकायत-एतराज का भी कोई खास नतीजा नहीं निकल रहा है। ऐसे में टोल शुल्क वसूली की आड़ में होती कथित लूट-वाहन चालकों/संचालकों को होती परेशानी का कोई हल निकल पाएगा? यह मसला समझ से परे होता जा रहा है।

अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में निर्मित और निर्माण के समय ही चर्चित हो चुके इस हाइवे पर टोल टैक्स की वसूली वर्ष 2016 से हुई थी। भाजपा के लोगों की तरफ से इस मार्ग की कई जगहों पर गलत डिजाइन और टैक्स वसूली की व्यवस्था पर सवाल उठाए गए थे। सरकार बनने के बाद जांच और आम लोगों को बड़ी राहत का भरोसा दिया गया था। बावजूद जहां स्थितियां पूर्ववत परेशानी वाली बनी रहीं, वहीं साल दर साल टैक्स वसूली की दरों में बढ़ोत्तरी का क्रम जारी रहा। अब जब, खासी मशक्कत के बाद, इस हाइवे पर होने वाले टोल टैक्स वसूली में फास्टैग व्यवस्था लागू हुई है तो फास्टैग वाले वाहनों पर टैक्स वसूली की पड़ती दोहरी मार लोगों को हैरान-परेशान करके रख दिया है।



फत्तेपुर टोला प्लाजा पर दोहरे टैक्स की ढेरों शिकायतें

वाहन चालकों-संचालकों की तरफ से किए जा रहे दावे पर यकीन करें तो मिर्जापुर जिले के नरायपुर थाना क्षेत्र में स्थापित फत्तेपुर टोल प्लाजा पर फास्टैग वाले वाहनों से कैश लेने के साथ ही, फास्टैग से भी कटौती कर दी जा रही है। संबंधित को जब तक इस दोहरे टैक्स के मार की जानकारी मिल रही है, तब तक अच्छा-खासा सफर तय हो चुका होता है। अगर आप दूसरे टोल टैक्स पर पहुंचे होते हैं तो वसूली का मसला दूसरे टोल का बताकर पल्ला झाड़ लिया जाता है।

कुछ ऐसा ही मामला गत 13 अक्टूबर को राबटर्सगंज के रहने वाले एक वाहन स्वामी के साथ भी हुआ। वापसी में उन्होंने इसको लेकर एतराज भी जताया। पहले तो ऐसा होने की बात से ही इंकार कर दिया गया। काफी हील-हुज्जत के बाद कंट्रोल रूम से बात कराकर, कुछ दिन बाद मामले का हल निकलने की बात कहते हुए चलता कर दिया। पीड़ित वाहन स्वामी का दावा है कि इस तरह कथित लूट का खेल सिर्फ उनके साथ ही, नहीं सैकड़ों वाहन चालकों-संचालकों के साथ किया गया है। इसको लेकर की गई शिकायत का अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है।



यह ऐसा हाइवे जहां नहीं लागू होगी 20 किमी वाले प्रावधान

बताते चलें कि उपसा के स्वामित्व वाला वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग एक ऐसा हाइवे पर है, जिस पर टोल टैक्स वसूली में 20 किमी के प्रावधान भी लागू नहीं होते। एक तरफ केंद्रीय परिवहन मंत्रालय की तरफ से जल्द ही पूरे देश में हाइवे पर होने वाली टैक्स वसूली को लेकर सेटेलाइट सिस्टम लागू करने और इसमें 20 किमी तक का सफर खुद ब खुद फ्री होने की व्यवस्था लागू करने की कवायद चल रही है। वहीं, सोनभद्र में 111 किमी लंबे हाइवे पर वसूली के लिए स्थापित टोल प्लाजा न केवल 20 किमी के भीतर हैं बल्कि महज एक से दो किमी दूर रहने वालों को भी संबंधित टोल टैक्स से गंजरने पर टूैक्स की पूरी रकम अदा करनी पड़ रही है।

राहत पानी है! तो सीनियर मैनजर से जाकर करें संपर्क

इस मामले को लेकर टोल शुल्क वसूलने वाले एसीपी टोलवेज लिमिटेड के कंट्रोल रूम से संपर्क साधा गया तो कहा गया कि जिसके पास फास्टैग है, वह कैश में टैक्स अदा न करें। जिनसे कैश और फास्ट टैग दोनों शुल्क वसूले गए हैं? इस पर जवाब मिला कि संबंधित को राहत के लिए शुल्क कटौती वाले टोल प्लाजा जाकर सीनियर मैनेजर से मुलाकात करनी पड़ेगी। इसके लिए भी रविवार की बजाय दूसरे दिन के कार्यदिवस में जाना होगा।

Shashi kant gautam

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