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Sonbhadra News: प्लास्टिक मुक्ति अभियान के जरिए 62 ग्राम पंचायतें रचेंगी नई इबारत, प्रधान, पंचायत सहायक-सफाईकर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
Sonbhadra News: जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण ने जिला मुख्यालय स्थित सीआरसी सेंटर में मंगलवार को प्रशिक्षण की शुरूआत की।
Sonbhadra News: स्वच्छता को लेकर चलाई जा रही मुहिम को, बेहतर ढंग से प्रभावी बनाने के लिए 62 ग्राम पंचायतों में, विशेष अभियान चलाकर, प्लास्टिक मुक्त जनजीवन बनाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए जहां ब्लाकवार, विशेष अभियान चलाने के लिए ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर लिया गया है। वहीं, संबंधित ग्राम पंचायतों के प्रधान, पंचायत सहायक और सफाई कर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम शुरू किया गया है।
जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण ने जिला मुख्यालय स्थित सीआरसी सेंटर में मंगलवार को प्रशिक्षण की शुरूआत की। पहले दिन विकास खंड घोरावल, करमा, राबर्ट्सगंज, कोन, चतरा और नगवा के चयनित 35 ग्राम पंचायतों के प्रधान, पंचायत सहायक और सफाई कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। डीपीआरओ नमिता शरण ने बताया कि यह अभियान पूरे जिले मंे चलाया जाना है। प्रथम चरण में सीएचसी 10 ब्लाकों में कुल 62 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। इसके लिए ब्लाकवार स्थिति को देखते हुए कुछ ब्लाकों में पांच और कुछ ब्लाकों में सात ग्राम पंचायतें, चिन्हित की गई हैं।
प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायतों को मिलेगा पुरस्कार: डीपीआरओ
डीपीआरओ ने कहा कि जिन गांवों का जनजीवन प्लास्टिक फ्री होगा, उन गांवों का प्राथमिकता के आधार पर मुख्यमंत्री पुरस्कार योजना और पंचायत शसक्तीकरण योजना के तहत चयनित कर पुरस्कृत कराया जाएगा। प्लास्टिक के सही इस्तेमाल-निस्तारण करते हुए राजस्व अर्जित करने वाली ग्राम पंचायतें भी प्राथमिकता के आधार पर पुरस्कार का हकदार होंगी। प्रधानों की तरफ से मुहिम का समर्थन किया गया।
ग्राम पंचायतों को प्लास्टिक फ्री बनाकर करें नाम रोशन: अनिल केशरी
जिला समन्वयक अनिल केशरी ने कहा कि सभी गांवों में प्लास्टिक का कूड़ा बिखरा हुआ है। इससे जल, मृदा,, मानव, पशुओं के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव पड़ रहा है। प्रधानों से सहयोग की अपील करते हुए प्लास्टिक फ्री ग्राम पंचायत बनाना एक महान कार्य होगा। इससे न केवल ग्राम पंचायत का नाम प्रदेश और देश स्तर पर रोशन होगा बल्कि गांव के लोगों को स्वच्छ जीवन और बेहतर आबोहवा भी नसीब होगी।
कुछ इस तरह अभियान लेगा मूर्तरूप
ग्राम पंचायत को प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए पांच चरण में कार्य किए जाएंगे। प्रथम चरण में गांव के लोगों की बैठक कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। एक तिथि सुनिश्चित करते हुए, पूर्व से फैले प्लास्टिक को एक जगह एकत्रित किया जाएगा। दूसरे चरण में सभी घरों पर बोरी लगाकर लोगों से अपने घर में आने वाले प्लास्टिक को इसमें रखने की अपील की जाएगी। तीसरे चरण में ई-रिक्शा के माध्यम से प्लास्टिक भरी बोरियों को संकलित किया जाएगा। उन्हें लाकर आरआरसी पर रखा जाएगा। यहां से प्लास्टिक विकास खंड पर पहुंचेगा। वहां से उसे प्रासेसिंग के लिए वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट भेज दिया जाएगा।
प्रधानों ने किया प्रदूषण मुक्त साफ-सुथरा गांव का वायदा:
प्रशिक्षण लेने आए प्रधान सहित अन्य से वायदा लिया गया कि वह अपने गांव को प्रदूषण मुक्त, साफ सुथरा गांव बनाएंगे। डीपीआरओ ने बताया कि जो ग्राम पंचायतंे प्लास्टिक फ्री होनें की घोषणा करेंगी, उनकी जांच जिला स्तरीय टीम से कराई जाएगी। प्लास्टिक फ्री गांव होने की पुष्टि पर जनपद स्तर से पुरस्कृत कराया जाएगा। प्रशिक्षण में सबंधित विकास खंडों के सहायक विकास अधिकारी, अनूप कुमार पाल, डीसी किरन सिंह सहित अन्य की मौजूदगी बनी रही। शेष ग्राम पंचायतों के प्रधान सहित अन्य को बुधवार को प्रशिक्षण दिया जाएगा।