Sonbhadra News: 10 रुपये के स्टांप पर बनाते थे 500 के जाली नोट, यूट्यूब से सीखी थी जानकारी, दो गिरफ्तार, जाली नोट-उपकरण बरामद

Sonbhadra News: एएसपी ने बताया कि करेंसी नोटों के बाद स्टांप पेपर की गुणवत्ता सबसे अच्छी होती है। इन कागजों का उपयोग करके तैयार किए गए नकली नोटों की रात में आसानी से पहचान नहीं हो पाती, जब तक कि सामने वाले को नोट से संबंधित सभी विशेषताएं पता न हों।

Kaushlendra Pandey
Published on: 8 Nov 2024 12:17 PM GMT
Sonbhadra News: 10 रुपये के स्टांप पर बनाते थे 500 के जाली नोट, यूट्यूब से सीखी थी जानकारी, दो गिरफ्तार, जाली नोट-उपकरण बरामद
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Sonbhadra News (Pic- Newstrack)

Sonbhadra News: यूट्यूब से नकली नोट बनाने की प्रक्रिया सीखकर 10 रुपये के स्टांप का इस्तेमाल कर 500-500 रुपये के नकली नोट बनाकर बाजार में चलाने का खुलासा होने से हड़कंप मच गया है। इस मामले में गिरोह के मास्टरमाइंड दो दोस्तों को 10 हजार रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से नकली नोट, 10 रुपये के स्टांप और नकली नोट बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद किए गए हैं। पूछताछ के बाद शुक्रवार दोपहर पकड़े गए दोनों आरोपियों का भादंसं की धारा 178, 179, 180, 181 के तहत चालान कर दिया गया।

दुकान पर खरीदारी करते समय दबोचे गए दोनों आरोपी

अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने पुलिस लाइन में दोपहर बाद इस सफलता का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि एसपी अशोक कुमार मीना ने अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। इसी सिलसिले में सात नवंबर (गुरुवार) की रात दस बजे प्रभारी निरीक्षक गोपाल जी गुप्ता के नेतृत्व में कोन थाने की पुलिस टीम छठ पूजा पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर रामगढ़ स्थित इंडियन बैंक के पास मौजूद थी। तभी सूचना मिली कि क्षेत्र में जाली नोटों का कारोबार करने वाला गिरोह तेजी से सक्रिय है। इसी गिरोह से जुड़े दो लोग बिना नंबर प्लेट की कार से तेलगुड़वा की तरफ जा रहे हैं। पीछा करते हुए कार सवार लोग सड़क किनारे एक दुकान पर कुछ सामान खरीदने के लिए रुके, तभी उन्हें पकड़ लिया गया।

मिर्जापुर से खरीदते थे स्टांप, एक ही सीरियल नंबर से छापते थे कई नोट

तलाशी लेने पर उनके पास से 500 रुपये के 20 नकली नोट एक ही सीरियल नंबर के बरामद किए गए। कार की डिग्गी से नोट छापने वाला प्रिन्टर, लैपटाप और 10 रुपये के 27 स्टांप रखे पाए गए। मामले की जानकारी अधिकारियों को देने के बाद पकड़े गए प्रमोद मिश्रा पुत्र स्व. प्रभुनारायण मिश्रा निवासी वार्ड चार चुर्क बाजार, थाना रॉबर्ट्सगंज और सतीश राय पुत्र स्व. परमहंस राय निवासी नौगरहा, पचौरा, थाना कोतवाली चुनार, जिला मीरजापुर को थाने ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ के बाद धारा 178, 179, 180, 181 बीएनएस के तहत मामला दर्ज करते हुए शुक्रवार को चालान कर दिया गया। एएसपी कालू सिंह ने बताया कि आरोपियों द्वारा जहां अब तक 30 हजार के नकली नोट बाजार में खपाए जा चुके हैं। वहीं, मिर्जापुर से स्टांप की खरीदारी सामने आई है। स्टांप खरीदने वाले से इनका क्या संबंध है और इस गिरोह से और कौन-कौन लोग जुड़े हैं, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।

मिनरल वाटर का ऐड छापने की कर रहे थे पै्रक्टिस, बनाने लगे नकली नोट

पुलिस को पूछताछ में मिली जानकारी के मुताबिक पकडे़ गए दोनों आरोपी यूट्यूब के जरिए मिनरल वाटर का एड छापने की प्रैक्टिस कर रहे थे। इसी बीच उन्हंे यूट्यूब पर सामने आए एक वीडियो के जरिए एक नकली नोट छापने का विचार आया और दोनों ने अपने लैपटाप तथा प्रिंटर की मदद से 500-500 रुपये के असली नोटों को स्कैन कर स्टांप पेपर पर नकली नोट तैयार करने का काम शुरू कर दिया।

स्टांप पेपर पर जाली नोट की छपाई रात में नहीं होती आसान

एएसपी ने बताया कि नोटों के पेपर के बाद स्टांप पेेपर की क्वालिटी सबसे अच्छी होती है। इन पेपरों के जरिए तैयार जाली नोटों को रात में तब तक आसानी से नहीं पहचाना जा सकता, जब तक सामने वाले को नोट से जुड़े सभी फीचर न पता हों। उन्होंने इसको लेकर लोगों से जागरूक रहने की अपील भी की। खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक के अलावा एसआई धर्मदेव यादव, हेड कांस्टेबल मुकेश भारती, चालक मुकेश कुमार कांस्टेबल रुपेश कुमार, दीपक कुमार की भी भूमिका अहम रही।

Ragini Sinha

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