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Sonbhadra News: शौचालय का सेफ्टी टैंक बना मासूमों के लिए काल, खेलते समय गिरने से दो बच्चों की दर्दनाक मौत
Sonbhadra News: हादसे को लेकर जहां परिजनों में कोहराम की स्थिति बनी हुई है। वहीं पुलिस बच्चों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुटी हुई है।
Sonbhadra News: विंढमगंज थाना क्षेत्र के केवाल गांव में दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां खेलते समय दो मासूमों की शौचालय के लिए बने सेफ्टी टैंक में गिरने से मौत हो गई। घटना बच्चों के खेलते समय टैंक पर रखी गई पटिया के टूटने से हुई। हादसे को लेकर जहां परिजनों में कोहराम की स्थिति बनी हुई है। वहीं पुलिस बच्चों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुटी हुई है।
खेलते समय सेफ्टी टैंक पर रखी पटिया टूटने से हादसा
बताया जा रहा है कि मंगलवार की शाम विंढमगंज थाना क्षेत्र के केवाल गांव में शौर्य कुमार 5 वर्ष पुत्र राधेश्याम, अंकित 5 वर्ष पुत्र भगवान दास घर के पास स्थित शौचालय के सेफ्टी टैंक पर बैठकर खेल रहे थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान अचानक से टैंक की पटिया टूट गई और दोनों बच्चे नीचे जा गिरे । टंकी चौड़ाई कम होने के कारण बच्चों को बाहर निकलने में ग्रामीणों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। किसी तरह दोनों बच्चों को बाहर निकालने के बाद उपचार के लिए दुद्धी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया।
घंटों ग्रामीण पोस्टमार्टम न कराने की पकड़े रहे जिद
हादसे से जहां परिजनों में कोहराम की स्थिति बनी रही। वहीं, परिवारी जन दोनों मासूमों के शव का पोस्टमार्टम न कराने की जिद पर अड़े रहे। पोस्टमार्टम न करने की बात करते हुए शवों को लेकर दुद्धी से वापस केवाल चले भी गए। घटना की जानकारी पाकर बुधवार की सुबह पहुंची पुलिस ने परिवार के लोगों को समझाया-बुझाया। इसके बाद वह पोस्टमार्टम के लिए तैयार हो गए।
मामले में की जा रही आवश्यक कार्रवाई : एएसपी
अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि घटना विंढमगंज थाना क्षेत्र के केवाल गांव की है। एक सेफ्टी टैंक जिसका ढक्कन पहले से टूटा हुआ था, के पास दोनों बच्चे खेल रहे थे। इस दौरान दोनों सेफ्टी टैंक में गिरने के कारण डूब गए। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकाला। उन्हें दुद्धी सीएचसी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रारंभ में परिजन पंचायतनामा, पोस्टमार्टम की कार्रवाई नहीं चाहते थे। बाद में पुलिस के समझाने बुझाने पर तैयार हो गए। अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।