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Sonbhadra News: जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष को ’लाइब्रेरी’ से गायब मिला ’संविधान’, दिखा गंदगी-कचरे का ढेर
Sonbhadra News: लाइब्रेरी, किचन से लेकर बच्चों के रहन-सहन तक एक के बाद एक मिलती कई खामियों से उपाध्यक्ष का पारा खासा चढ़ा रहा। उन्होंने अधीक्षक को एक सप्ताह के भीतर खामियों को दुरूस्त करने का निर्देश दिया।
Sonbhadra News: बेहतरी के दावों के बीच समाज कल्याण विभाग की ओर से दुद्धी मुख्यालय पर संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय में बुधवार को अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष जीत सिंह खरवार के निरीक्षण में ऐसी गड़बड़ियां मिली कि साथ गए लोगों की आंखें हैरत से फटी रह गई। सियासत में वार-पलटवार का केंद्रबिंदु बन चुकी संविधान की पुस्तक जहां लाइब्रेरी से नदारद मिली। वहीं, जगह-जगह गंदगी-कचरे के ढेर हैरत में डालते रहे। बच्चों के परोसे जाने वाले भोजन में गड़बड़ियां बरते जाने की शिकायत के साथ ही, दी जाने वाली सुविधाओं की खराब स्थिति भी उपाध्यक्ष के साथ ही अन्य लोगों को चौंकाने वाला रही।
गड़बड़ियों पर चढ़ा पारा, जमकर लगाई फटकार
लाइब्रेरी, किचन से लेकर बच्चों के रहन-सहन तक एक के बाद एक मिलती कई खामियों से उपाध्यक्ष का पारा खासा चढ़ा रहा। उन्होंने अधीक्षक को एक सप्ताह के भीतर खामियों को दुरूस्त करने का निर्देश दिया। लाइब्रेरी से संविधान की पुस्तक नदारद होने को लेकर भी उन्होंने खासी नाराजगी जताई। कहा कि जिस तरह से लोगों को संविधान के नाम का झांसा देकर बरगलाया जा रहा है। उसको देखते जुए प्रत्येक घर में संविधान की जरूरत है। यहां लाइब्रेरी में संविधान की पुस्तक न होना गंभीर मसला है। कहा कि इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
लोवर टी शर्ट में आएंगे तो नही रहेगी खैर
एक के बाद एक सामने आई खामियांे से उपाध्यक्ष का पारा इस कदर चढ़ा कि उन्होंने संबंधितों को बरती जा रही गड़बड़ियों को लेकर डांट तो लगाई ही। चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यह मत समझिए कि लोगों के साथ पूरी वेशभूषा में ही निरीक्षण करने आऊंगा। किसी भी समय लोअर-टीशर्ट में भी निरीक्षण करने आ सकता हूं। उस समय गड़बड़ियां मिली तो खैर नहीं होगी।
बच्चों ने शुरू की एक के बाद एक शिकायतें तो चौंक उठे लोग
खरवार ने सामूहिक रूप से बच्चों को परिसर में एकत्रित कर उनसे यहां मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी तो सामने आए शिकायतों के अंबार ने लोगांें को चौंका कर रख दिया। बच्चों का कहना था कि रात में जब वह पढ़ने बैठते हैं तो पता चलता है कि लाइट ही नहीं है। दाल में दाल कम पानी की मात्रा ज्यादा होती है। चावल में धान का भूसा, कभी-कभी पूरा धान खाने को मिलता है। सामान्य सब्जी में भी हर सब्जी की मात्रा, कम आलू ज्यादा हाती है। पनीर के बनने वाली सब्जी में नाम मात्र का पनीर डालकर पानी जैसी सब्जी परोस दी जाती है। चाय में भी चाय की मात्रा काफी कम, पानी ज्यादा हाता है।
क्यों ले रहे हैं बद्दुआ, नहीं मिल पाया जवाब
बच्चों द्वारा भोजन में बरती जाने वाली गड़बड़ी के दौरान मौजूद लोगों ने अधीक्षक से कहा कि क्यों बद्दुआ ले रहें है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बच्चों में शौचालय में पानी न आने, बाल्टी तक न होने की शिकायत की। कुछ बच्चों ने कहा कि बड़े बच्चे बाल्टी तोड़ देते हैं। कक्षा 10 और कक्षा सात के बच्चों की तरफ से भी यहीं शिकायत सामने आई।
ज्यादातर बच्चे नहीं बता पाए राष्ट्रपति, पीएम-सीएम का नाम
बच्चों में सामान्य ज्ञान का भी स्तर पर काफी खराब मिला। निरीक्षण के दौरान बच्चों से पीएम, सीएम, राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति का नाम पूछा गया लेकिन कुछ ही बच्चे इसका जवाब दे पाए। इस पर अधीक्षक को बच्चों को जनरल नॉलेज की सही तरीके से जानकारी देने की हिदायत दी गई।
कैंटीन में थूका मिला गुटखा, बिछौने की भी स्थिति मिली खरा
बताते हैं कि अजजा आयोग के उपाध्यक्ष के निरीक्षण के दौरान जहां कैंटीन में गुटखा थूका मिला। वहीं, बच्चों के बिछौने की भी स्थिति खराब पाई गई। किचन में प्रयुक्त होने वाली रिफाइन, सरसो तेल, चाय की गुणवत्ता खराब मिली। चाय बनाने वाले बर्तन की भी स्थिति खराब दिखी। शौचालय से बदबू आ रही थी। फर्श गंदा पड़ा था। रफ मैटरियल कचरे के रूप में पड़कर सड़ रहा था। छत के उपर घास जमी हुई थी।
एक सप्ताह में खामी सुधारने के दिए गए हैं निर्देश
पत्रकारों से बात करते हुए उपाध्यक्ष जीत सिंह खरवार ने कहा कि अधीक्षक को एक सप्ताह के भीतर खामियों को दूर करने के निर्देश दिए गए है। ऐसा न किए जाने पर कडा एक्शन लिया जाएगा। इस दौरान श्रवण सिंह गोंड, चेयरमैन कमलेश मोहन, ब्रजेश कुशवाहा सहित अन्य की मौजूदगी बनी रही।