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SP BJP Twitter War: सपा-भाजपा की ट्विटर जंग, क्यों हुई अखिलेश के सिपाही को जेल, यहां जाने पूरा मामला
SP BJP Twitter War: ट्विटर संचालक मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी ने जनवरी के सर्द भरे मौसम में यूपी की सियासत को गरमा दिया है।
SP BJP Twitter War: समाजवादी पार्टी के ट्विटर संचालक मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी ने जनवरी के सर्द भरे मौसम में यूपी की सियासत को गरमा दिया है। रविवार सुबह लखनऊ स्थित हजरतगंज थाने की पुलिस ने जैसे ही अग्रवाल को गिरफ्तार किया सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव एक्टिव हो गए। सपा ने अपने नेता की गिरफ्तारी को शर्मनाक बताते हुए पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना – प्रदर्शन किया। पुलिस ने मनीष जगन को गिरफ्तार उस एफआईआर के आधार पर किया, जो 6 जनवरी को बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज डॉ. ऋचा राजपूत ने दर्ज करवाई थी।
समाजवादी पार्टी मीडिया सेल को ट्विटर पर सपा का आधिकारिक हैंडल माना जाता है। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव भी इसके ट्वीट्स को रीट्वीट्स करते रहते हैं। इस ट्विटर अकाउंट ने बीजेपी नेताओं के विरूद्ध हाल के दिनों में कई ऐसे ट्विट किए है, जिनका यहां उल्लेख भी नहीं किया जा सकता। इन ट्वीट्स की भाषा इतने डबल मिनिंग और निचले दर्जे की है, जिससे यह मानना मुश्किल है कि यह किसी बड़े सियासी दल का ट्विटर हैंडल है।
भाजपा नेताओं से गाली – गलौज
समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल @MediaCellSP से बीजेपी नेताओं के लिए काफी अनाप-शनाप लिखे गए। उन्हें दलाल औप पत्तलचट्टे जैसे शब्दों से संबोधित किया गया। इस वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, प्रवक्ता आलोक अवस्थी, मनीष शुक्ला और राकेश त्रिपाठी समेत कई नेताओं के विरूद्ध अभद्र टिप्पणी की गई। उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या के एक ट्वीट पर उन्हें तू-तड़ाक कर जवाब दिया गया। वहीं, बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज डॉ. ऋचा राजपूत के एक ट्वीट का जवाब सपा मीडिया सेल द्वारा डबल मिनिंग वाली भाषा में दिया गया। जो अब काफी वायरल हो रहा है।
रडार पर आ चुके थे मनीष जगन
सपा के मीडिया सेल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अपमानजनक बयानों की बारिश ने इसके संचालक मनीष जगन अग्रवाल को निशाने पर ला दिया। भाजपा नेत्री डॉ. ऋचा राजपूत के अलावा बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी भी मीडिया सेल के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करा चुके हैं। इससे पहले सपा मीडिया सेल के अकाउंट पर आरएसएस से जुड़े प्रमोद कुमार पांडे ने भी विभूति खंड थाने में केस दर्ज करवाया था। उन्होंने भी अभद्र भाषा का उपयोग करने का इल्जाम लगाया था। इसके अलावा मनीष जगन अग्रवाल ने खुद भी अपने पर्सनल ट्वीटर हैंडल से कई ऐसे आपत्तिजनक ट्वीट किए थे, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
अखिलेश पर हमलावर हुई बीजेपी
ट्वीटर पर गाली-गलौज और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ गजब की सक्रियता दिखाने वाले अखिलेश यादव पर बीजेपी हमलावर है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अग्रवाल की गिरफ्तारी का समर्थन करने हुए सपा सुप्रीमो पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सपा का मीडिया सेल ऐसे शब्दों का प्रयोग करता है, जिन्हें दोहराया भी नहीं जा सकता। ऐसे गंदे लोगों के खिलाफ हुई कार्रवाई का स्वागत किया जाना चाहिए। अगर अखिलेश यादव ऐसे लोगों का समर्थन करते हैं तो ये उनकी सोच का परिचायक है।
वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी अखिलेश यादव के पुलिस मुख्यालय जाने को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, वैचारिक मतभेदों को इतने निचले स्तर तक ले जाएं कि माताओं-बहनों-बच्चों के बारे में गंदे शब्दों का प्रयोग करने लगें, ये कहां से उचित है। उन्हें इस बारे में विचार करने की आवश्यकता है।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अखिलेश के चाय में जहर वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा, उन्होंने आतंकवादियों पर भरोसा किया और उन्हें रिहा कर दिया मगर यूपी पुलिस पर संदेह करते हैं। अखिलेश अलकायदा के आतंकियों का बचाव करते हैं लेकिन यूपी पुलिस पर शंका करते हैं।
कौन है मनीष जगन अग्रवाल
मनीष सीतापुर जिले के बीसवां कस्बे के रहने वाले हैं। बताया जाता है कि मनीष जगन अग्रवाल का परिवार दशकों से राजनीति में सक्रिय था। उनके दादा जगन जगन्नाथ प्रसाद स्वतंत्रता सेनानी थे। इसके अलावा वह तीन बार विधायक और दो बार सांसद भी रहे।