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Rampur By Election Video: भावुक आज़म खान ने कहा, अब थक गया हूं, मुझे गोली मार दो
Rampur: सपा नेता आजम खान ने कहा,'' मेरी मौत चाहते हो मार दो मुझे, मार दो गोली मुझे यहां। खुदा की कसम वह मौत मेरी जिंदगी की तकलीफों से सस्ती होगी। मेरे पूरे घर को मार दो।
Rampur By Election: रामपुर में विधानसभा का उपचुनाव होने वाला है। इस उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ही आमने-सामने हैं। दोनों पार्टी यह सीट किसी भी कीमत पर जीतना चाहती हैं और इसलिए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसी क्रम में बीती शाम आजम खान ने एक जनसभा की जिसमे वो कई रूपों में नजर आये। आज़म कभी जनसभा में मौजूद जनता को डांटते नजर आये, थे तो कभी भावुक होकर उनको अपना दर्द बयां करते।
आज़म खान ने सभा को सम्बोधित करते ये कहा
आज़म ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा, ''24 घंटे नहीं बल्कि 24 मिनट के अंदर मेरी मेंबरशिप खारिज करके इलेक्शन कमीशन नये चुनाव का ऐलान कर देता है। 5 बजे अदालत का हुक्म होता है इस जुर्म की जो सबसे बड़ी सजा थी वह 3 बरस की थी अगर यह 30 बरस की भी होती तो शायद यह मुझे दी जाती, वह सजा दी गई और 5.10 पर इलेक्शन कमीशन ने एलान कर दिया कि रामपुर में बाई इलेक्शन होगा। रातों रात उत्तर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर ने विधानसभा 37 नहीं बल्कि हड़बड़ाहट में विधानसभा 38 की सीट को रिक्त घोषित कर दिया और अगले दिन चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई। इतनी जल्दी है मेरी बर्बादी की! क्यों आखिर, क्या गुनाह है मेरा? एक वोट ही तो मांगता हूं। वोट भी कभी नहीं मांगा आपसे। कभी नहीं कहा मुझे वोट दो। हमेशा कहा मेरा साथ दो।
आजम खान ने कहा,'' मैं एमपी नहीं रहा। मैंने सोचा था कि हुकूमत आ जाएगी और मैं उस अंधेरों को एक बार फिर उजाले में तब्दील करने की मौला के करम से कोशिश करूंगा। उम्मीद थी कि सरकार बनेगी, यकीन था सरकार बनेगी, ना उम्मीद पूरी हुई ना यकीन पूरा हुआ और सरकार नहीं बन सकी। पार्लियामेंट से इस्तीफा दे दिया मैंने। असेंबली का मेंबर हो गया। आसमान से जमीन पर आ गया। वे आसमान जो कभी मेरा था जमीन जो कभी मेरी थी। आपने ना आसमान का लिहाज किया और ना जमीन का लिहाज़ किया। मैं शिकायत करने आया हूं आपसे। इस खाना ए खुदा को हाजिर नाजिर जानकर आसिम राजा ने कहा है मेरी जेल की एक सांस का हिसाब नहीं चुकता कर सकते। आप मेरे एक आंसू का हिसाब नहीं दे सकते। सामने की बैरक में मेरी बीवी बंद थी और 8/11 की कोठरी में मेरे साथ मेरा बेटा बंद था। कोई है ऐसा जालिम बाप जो बाप 27 महीने तक अपनी औलाद के खून के आंसू अपने ही आंखों से देखता रहा है। मैं हूं वो जालिम बाप किसके लिए बच्चे का मुस्तकबिल खो दिया। किसके लिए बीमार बीवी एक तक एड़ियां रगड़ती रही कैद के अंदर प्रोफेसर से रिटायर होने वाली। किसके लिए सोने और चांदी के कंगन के लिए, किसी आलीशान कोठी या महल के लिए किसी जहाज हेलीकॉप्टर के लिए आजम खान ने कलम दिखाते हुए कहा इसके लिए पार्लियामेंट का चुनाव आया और आपने आसिम राजा को हरा दिया।''
सरकार ने आज हमें गधे का बच्चा कहा: आजम खान
पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान ने कहा,'' तुम एक ऐसी रियासत में रहते थे जिसका मालिक तुम्हें गधे का बच्चा कहता था। तुम्हारे पूर्वजों को गधे का बच्चा कहता था और जो गधे का बच्चा कहलाता था वह अपने घर जाकर कहता कि सरकार ने आज हमें गधे का बच्चा कहा। मैं तुम्हें इंसान बनाना चाहता था। मैं तुम्हें बेहतरीन शहरी बनाना चाहता था। मैं तुम्हें हिंदुस्तान का सबसे अच्छा शहरी बनाना चाहता था। मैं तुम्हारे बच्चों को कलेक्टर और एसपी की कुर्सी पर बैठाना चाहता था, तुम्हारे दिल और दिमाग के इलाज करने वाला डॉक्टर बनाना चाहता था, यह था मेरा गुनाह।''
मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों?: आजम खान
सभा को सम्बोधित करते हुए भावुक आजम खान ने कहा,'' आखिर आपने मेरी मुस्कुराहट क्यों छीन ली? मेरी सांसे क्यों छीन ली आपने? 27 महीने की तन्हा कोठरी की कैद क्यों दी आपने, क्या गलती थी, हमारी क्या खता थी, हमारा गुनाह बताओ, हमारा क्यों हुआ जमाना दुश्मन, सरकार क्यों दुश्मन हुए हमारी, मेरी जान की दुश्मन क्यों हुई, मुझे जेल में क्यों जहर दिया गया बताओ मुझे क्यों जहर दिया गया? 2 दिन तक कोरोना के भयानक मरीज को जेल के बाहर क्यों जाने नहीं दिया गया, ताकि मैं मर जाऊं क्यों आखिर किया आपने यह मेरे साथ।''
हाथ उठाकर बताओ कितने लोगों ने जोहर यूनिवर्सिटी को चंदा दिया''
''आजम खान ने कहा हाथ उठाकर बताओ कितने लोगों ने जोहर यूनिवर्सिटी को चंदा दिया है। डूब कर मर जाऊं मैं शर्म से मैं तुम्हारे कल के लिए दर-दर की ठोकरें खाता फिरा, भीख मांगता फिरा, दामन फैलाता फिरा कि मेरे बच्चों के लिए तालीम का इदारा चाहिए। तुमने नहीं दिया मैं दुनिया भर से मांग कर लाया और आज ईडी की जांच चल रही है मेरे ऊपर। हथकड़ियां मेरा इंतजार कर रही है। इस उम्र में कैद की कोठरिया मेरा इंतजार कर रही हैं। तुम्हारे बच्चों के मुस्तक़बिल की खातिर यह दिया तुमने मुझे और क्या देना चाहते हो।
तुम पर ज़ुल्म करने वाली आवाज भी एक ही है और मीर जाफर भी एक ही था: खान
जनसभा के दौरान किसी ने आजम खान पर कुछ आवाज मार दी, जिस पर आजम खान ने कहा बेगैरत आवाज और क्या देना चाहता है तू इस जमाने के कैंसर ए जिल्लत और ख्वारी के नंबरदार बता इस शहर को और क्या देना चाहता है? ए बेगैरत आवाज बताओ और क्या देना चाहता है। अपनी मां की कोख से जन्म हुए बता क्या देना चाहता है। आज़म खान ने कहा आज भी यह आवाजें बाकी है तुम पर ज़ुल्म करने वाली आवाज भी एक ही है और मीर जाफर भी एक ही था।
मेरी मौत चाहते हो मार दो मुझे, मार दो गोली मुझे यहां: आजम
आजम खान ने कहा,'' मेरी मौत चाहते हो मार दो मुझे, मार दो गोली मुझे यहां। खुदा की कसम वह मौत मेरी जिंदगी की तकलीफों से सस्ती होगी। मेरे पूरे घर को मार दो। तुम्हें मालूम है जुल्म के कितने पहाड़ सह रहे हम। हंसो हम पर, कहकहे लगाओ हम पर, बेचो अपना जमीर, बिक जाओ एक एक टके के लिए और इत्तेला करो उन अफसरान को जो हमारी बर्बादी चाहते हैं। यह जलसा नहीं है, तुमसे इंसाफ लेने आया हूं। तुम से मौत मांगने आया हूं, थक गया हूं मैं इस जिंदगी से। अजहर खान जेल में बंद है उनकी पत्नी के आंसू मुझसे नहीं देखे जाते हैं जेल में बच्चे बंद है बेगुनाह किसी ने मशीन नहीं चुराई है किसी ने फर्नीचर नहीं चुराया है मैं लाता था कोलकाता से ट्रक के ट्रक भरकर फर्नीचर पुराने कबाड़ के उनकी मरम्मत कराता था उन्हें पॉलिश कराता था और तुम्हारी उस यूनिवर्सिटी में उसे सजाता था पुलिस उन्हें उठाकर ले गई हमें डाकू और चोर बना दिया आजम खान ने कहा जीना चाहूंगा ऐसे जिंदगी खुदकुशी हराम है इसलिए जिंदा हूं।
कुछ मत सोचना मेरे बारे में बहनों। मैं तो इंतजार इस बात का कर रहा हूं: आजम खान
आजम खान ने कहा,'' कुछ मत सोचना मेरे बारे में बहनों। मैं तो इंतजार इस बात का कर रहा हूं कि किस दिन मुझे देश निकाला मिलेगा क्योंकि अब एक ही ज़ुल्म बाकी रह गया कि मुझे हिंदुस्तान से निकाला जाए। मेरा वोट देने का अधिकार तक खत्म कर दिया। मेरे जीने का हक इसलिए बाकी है कि वह मुझे सीधे नहीं मारना चाहते। वे चाहते हैं कि यह एड़ियां रगड़ रगड़ कर मरे। सारा सारा दिन अदालत में खड़ा रहता हूं।''
''मैं उन सब से माफी मांगता हूं जो मेरी वजह से तकलीफ में हैं''
आजम खान ने कहा,'' मेरी बीवी और मेरे बच्चे फैसलों का इंतजार करते हैं, अब कौन सी जेल होगी कहां जाना होगा। मैंने तुम्हारी अच्छाई का सोच कर कितने लोगों को बर्बाद कर दिया। मैं उन सब से माफी मांगता हूं जो मेरी वजह से जेलों में है जिन्हें तकलीफ मेरी वजह से पहुंची है, मैं उनसे माफी मांगता हूं और अगर मुझसे कोई बदला लेना चाहता है तो मेरी जान हाजिर है। आओ मारो मुझे, पथराव करो मेरे ऊपर तमंचा निकालो।''
आजम खान ने कहा मैंने हर गुनहगारों हर जालिम को माफ कर दिया था। आपने मुझे किस बात की सजा दी। आजम खान ने एक शेर सुनाते हुए कहा, ''मुझको शाकिस्ते ए दिल का मजा याद आ गया, तुम क्यों उदास हो गए क्या याद आ गया। जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर कुछ यूँ बसर हुई, खुदा याद आ गया।''