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Presidential election 2022: सपा विधायक शहजिल इस्लाम ने की क्रॉस वोटिंग, द्रौपदी मुर्मू को दिया वोट, शिवपाल से भी मिले
Presidential election 2022: राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है, इस बीच समाजवादी पार्टी के एक विधायक शहजिल इस्लाम (MLA Shahjil Islam) क्रॉस वोटिंग (cross voting) किया है।
Lucknow: राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है, इस बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के एक विधायक शहजिल इस्लाम (MLA Shahjil Islam) क्रॉस वोटिंग (cross voting) किया है। बरेली से भोजीपुरा से सपा विधायक शहजिल इस्लाम ने एनडीए (NDA) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना वोट दिया है। जबकि समाजवादी पार्टी ने यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को समर्थन किया है।
शहजिल इस्लाम ने क्रॉस वोटिंग कर सपा विधायक और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव से मुलाकात भी की है। शिवपाल ने भी द्रौपदी मुर्मू को अपना वोट दिया है। बता दें सीएम योगी के खिलाफ बयान देने वाले शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप पर बुलडोजर चला था।
शिवपाल यादव ने उठाए थे सवाल
बता दें इससे पहले शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने सपा प्रमुख को पत्र लिखकर विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को समर्थन करने पर सवाल उठाया था। उन्होंने अखिलेश यादव से कहा था कि जिस व्यक्ति ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को आईएसआई का एजेंट बताया था, उनका अपमान किया था ऐसे व्यक्ति को भला समाजवादी कैसे अपना समर्थन दे सकते हैं।
सपा से बढ़ी शहजिल इस्लाम की दूरी
गौरतलब है कि शहजिल इस्लाम अचानक ही क्रॉस वोटिंग का फैसला नहीं किया है। इससे पहले रमजान के महीने में बरेली में आयोजित समाजवादी पार्टी की रोजा इफ्तार पार्टी में भी वह शामिल नहीं हुए थे। उस दौरान भी यह काफी चर्चा का विषय बना था लेकिन सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद शिवपाल यादव से मिले अब एक बार फिर वह चर्चा में आ गए हैं।
दरअसल सपा विधायक शहजिल इस्लाम का पेट्रोल पंप टूटने के बाद 13 अप्रैल 2022 को उनके फार्म हाउस और मार्केट को भी बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने नोटिस चस्पा कर दिया था। इसके अलावा शहजिल के ईंट भट्ठे को भी नोटिस लगाया गया था। बीडीए ने शहनीला ब्रिक फील्ड को 17 दिसंबर 2019 को ध्वस्तीकरण का आदेश दिया था। साथ ही बरेली के पॉश एरिया सिविल लाइन्स में बनी विधायक और उनके रिश्तेदार की एक मार्केट को भी नोटिस जारी हुआ था। बरेली जिला प्रशासन की ताबड़तोड़ एक्शन से शहजिल इस्लाम सकते में आ गए थे और तभी से वह सपा से दूरी बनाना शुरू कर दिए थे।