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SP-SBSP Alliance: एक साथ हुंकार भरेंगे अखिलेश यादव और ओमप्रकाश राजभर, 27 को सपा से गठबन्धन पर लग सकेगी अंतिम मुहर
SP-SBSP Alliance: समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बीच होने वाले गठबन्धन (Samajwadi Party aur Suheldev Bharatiya Samaj Party ka gathbandhan) पर अंतिम मुहर लग सकेगी।
SP-SBSP Alliance: आगामी 27 अक्टूबर को मऊ में होने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की रैली (Suheldev Bharatiya Samaj Party rally) पर कई दलों की निगाहे लगी हुई हैं। रैली में पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) कोई बडी घोषणा कर सकते हैं। साथ ही समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बीच होने वाले गठबन्धन (Samajwadi Party gathbandhan Suheldev Bharatiya Samaj Party) पर अंतिम मुहर लग सकेगी। हांलाकि अभी तक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की तरफ से कुछ साफ नहीं कहा गया है जिसे लेकर अभी असंमजस की स्थिति बनी हुई है। लेकिन राजभर खेमे से रैली में अखिलेश यादव के शामिल होने के दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि सुभासपा की 27 अक्टूबर को मऊ में (27 october ko akhilesh yadav mau me) होने वाली रैली में सपा मुखिया अखिलेश यादव आ आएंगे पर सवाल यह उठता है कि यदि वह इस रैली में शामिल होते हैं तो भागीदारी संकल्प के किसी भी दल का झंडा लगेगा कि नहीं ? अथवा केवल सुभासपा के पीले झंडो का ही प्रयोग किया जाएगा।
यहां यह बताना जरूरी है कि राजभर समुदाय पूर्वांचल में एक महत्वपूर्ण वोट बैंक (up vidhan sabha chunav 2022) है। गाजीपुर, बलिया, मऊ, आजमगढ़, चंदौली, भदोही, वाराणसी व मिर्जापुर में इस बिरादरी की आबादी 12 लाख से अधिक है। इस बिरादरी के नेता के तौर पर ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar Today News) की अच्छी खासी पहचान है। वह कई सीटों पर समीकरण बदलने की ताकत रखते हैं। इन इलाकों में मुस्लिम मतों की संख्या भी अच्छी खासी है। भागीदारी संकल्प मोर्चा में ओवैसी के आने के बाद सपा और बसपा के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लग सकती है। इसलिए अखिलेश यादव भी मुस्लिम और पिछडा वोट बैंक को लेकर चिंतित हैं। भाजपा लगातार ओबीसी समाज के सम्मेलनों को आयोजित कर रही है जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर संगठन के बडे पदाधिकारी शामिल होकर पिछडों को पार्टी से जोडने की बात कर रहे हैं। इस समाज के वोट पर ओम प्रकाश राजभर का सबसे बड़ा दावा है। भाजपा ने अपने नेता और सरकार में शामिल मंत्री अनिल राजभर को इस बडे़ वोट बैंक को जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है । पर अब तक इस बिरादरी पर वह अपना कोई खास प्रभाव नहीं बना सके हैं।
उल्लेखनीय है कि ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar Today News) के नेतृत्व में भागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन किया जा चुका है , जिसमें सात दल अब तक शामिल हो चुके हैं। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Former cabinet minister Omprakash Rajbhar) के अलावा अपना दल कमरावादी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल, राष्ट्रीय भागीदारी पार्टी (पी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमचंद प्रजापति, राष्ट्र उदय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू रामपाल, जनता क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल सिंह चौहान, भारत माता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामसागर बिंद और भारतीय वंचित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम करण कश्यप ने मिलकर यह मोर्चा बनाया है। जिसमें असदुद्दीन ओवैसी भी जुड़ चुके हैं। ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि हम 2022 के चुनाव के प्रमुख मुद्दे जैसे उत्तर प्रदेश में घरेलू बिजली माफ, उत्तर प्रदेश में सामान्य अनिवार्य निशुल्क शिक्षा, गरीबों के लिए निशुल्क चिकित्सा ,और गरीब और पिछड़े समाज की मदद करके 2022 के चुनाव (up election 2022) को जीतेंगे।
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