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इन तरीकों से मिल सकती है कोरोना से आज़ादी, यह डॉ कर रहा है निःशुल्क इलाज
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए नज़र आ रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए नज़र आ रही है। रोज़ाना प्रदेश में बीस हजार के लगभग कोरोना संक्रमित लोग पाए जा रहे हैं। हालांकि, प्रदेश सरकार ने आदेश जारी कर कई प्राइवेट हॉस्पिटल्स को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में बनाने का निर्देश दिया है। डीआरडीओ की टीम भी लखनऊ में 250-250 बेड के अस्पताल बनाने में जुटी हुई है। मग़र, हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रतिदिन दिल को दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। सरकार ने हाईकोर्ट के लॉकडाउन वाले आदेश को भी नहीं माना और सिर्फ़ वीकेंड लॉकडाउन का ही निर्देश दिया है।
इन सारे मुद्दों को ध्यान में रखकर सपा प्रवक्ता, डॉ. आशुतोष वर्मा ने सरकार को कुछ सलाहें दी हैं। उनके मुताबिक, इन पर अमलकर सरकार मौजूदा परिस्थितियों से निपट सकती है।
इन तरीकों से मिलेगी आज़ादी
डा.आशुतोष वर्मा (चिकित्सक, समाजसेवी, प्रवक्ता-समाजवादी पार्टी) ने कहा कि लखनऊ में बद से बदतर होते हालात में मैं लखनऊ प्रशासन को कुछ सलाह देना चाहता हूं। उन्होंने बताया कि 'लखनऊ में तुरंत एक सप्ताह (7 days) का संपूर्ण लॉकडाउन लगाना चाहिए। जिससे चेन ट्रांसमिशन रुक जाए। किसी बड़े स्टेडियम, संस्थान को एक सप्ताह में L1 और L2 का कोविड सेंटर बनाया जाए। साथ ही सरकारी के अलावा प्राइवेट हेल्थ वर्कर्स को इच्छानुसार अनुबंधित करें और प्राइवेट डॉक्टर को भी उचित मानदेय के साथ इच्छानुसार प्रति दिन के हिसाब से अनुबंधित करें।'
डॉ. वर्मा ने यह भी बताया कि 'सभी हेल्थ केयर वर्कर और डॉक्टर्स को रोटेशन में ड्यूटी और आइसोलेशन करवाएं। ज़्यादातर बीमारी L1 और L2 स्तर की हैं, जो अस्पताल में डर की वजह से बेड नहीं छोड़ते हैं, जिससे सीरियस मरीज़ को बेड नहीं मिलता। स्ट्रेस और घबराने से मरीज़ की स्थिति और ख़राब हो जाती है। साथ ही ऑक्सीजन, दवाएं, जरूरी समानों की उचित मात्रा रखें और लोगों से ब्लैक में ना ख़रीदने की अपील करें।'
आमजनमानस की मदद के लिए हमेशा तैयार रहने वाले डॉ. आशुतोष वर्मा ने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि 'वरिष्ठ डॉक्टर को एडमिनिस्ट्रेटिव कमान दें और डॉक्टर एवं हेल्थ केयर वर्कर की ड्यूटी और मरीज़ की भर्ती वह देखेंगे। साथ ही IAS अधिकारी दवा, समान और लॉजिस्टिक देखें और संयम और प्लानिंग के साथ ही इस वैश्विक बीमारी से जीत सकते है।'
आपको बता दें कि इस नाजुक दौर में डॉ. आशुतोष वर्मा मरीज़ों का निःशुल्क इलाज कर अपने डॉक्टर होने का फ़र्ज़ अदा कर रहे हैं। वह हर वक़्त अपने मरीज़ों के साथ खड़े रहते हैं। मौजूदा समय की इन विकट परिस्थितियों में भी उन्होंने सबकी मदद करने का बीड़ा उठाया है। यदि किसी व्यक्ति को कोई भी परेशानी हो तो वह तुरंत उनसे मदद की गुहार लगा सकता है।
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