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युवजन सभा के जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी से भड़के सपाई, पुलिस पर लगाए आरोप

मंगलवार देर शाम पुलिस ने युवजन सभा के जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी किए जाने से सपाइयों में रोष है।

Ashiki
Published By AshikiReport Pravesh Chaturvedi
Published on: 6 April 2021 4:32 PM GMT
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फाइल फोटो 

औरैया: समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य चुनाव न लड़ सके, इसके लिए पुलिस प्रशासन भाजपा सरकार की एजेंट बनकर काम रही है। मंगलवार देर शाम पुलिस ने युवजन सभा के जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी किए जाने से सपाइयों में रोष है। सपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि उनके प्रत्याशी को षडयंत्र के तहत जिला बदर किया गया है। उन्हें इटावा से पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

आंदोलन करने के लिए विवश कर रही सरकार

सपा जिला उपाध्यक्ष अवधेश भदौरिया के आवास पर वार्ता करते हुए जिलाध्यक्ष राजवीर यादव ने कहा कि सरकार सपाइयों को आंदोलन करने के लिए विवश कर रही है। जिला पंचायत सदस्य पद के दावेदार युवजन सभा के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव को प्रशासन ने 25 मार्च को जिला बदर कर दिया था। वह नियमों का पालन कर रहे थे और इटावा में थे। बावजूद इसके स्वाट टीम ने इटावा से उन्हें गिरफ्तार किया है और जनपद के फफूंद थाना क्षेत्र में गिरफ्तार करना दिखाया है। जिला अध्यक्ष राजवीर सिंह यादव ने कहा कि सरकारी मशीनरी पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी के सारे पर कार्य कर रही है।


जिला उपाध्यक्ष अवधेश भदौरिया ने कहा कि जिला प्रशासन वर्तमान में सपाइयों को चुन-चुन कर प्रताड़ित करने का काम कर रहा है। लोकतंत्र की प्रक्रिया को दर किनार करके एक-एक करके परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन की ओर से ऐसे ही काम किया गया तो वह सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। वार्ता के दौरान पूर्व विधायक इंद्रपाल भदौरिया, ओमप्रकाश ओझा मौजूद रहे।

सपा जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी को पकड़ा, सपाइयों को खदेड़ा

दिबियापुर में मंगलवार की शाम स्वाट टीम ने सपा के जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी को पकड़कर दिबियापुर थाने ले आई। जैसे ही सपाइयों को जानकारी मिली तो सपा जिलाध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी दिबियापुर थाने में जमा हो गए। थाने में एएसपी, सीओ समेत कई थानों की पुलिस फोर्स पहुँच गया। बताते चलें कि दो दिन पहले सपा ने अपनी जिला पंचायत सदस्य पद की सूची में भाग्यनगर के चतुर्थ वार्ड से धर्मेंद्र यादव को जिला पंचायत सदस्य पद का प्रत्याशी घोषित किया गया था।

मंगलवार की शाम स्वाट टीम ने धर्मेंद्र यादव को पकड़ लिया। स्वाट टीम धर्मेंद्र को अपने साथ लेकर दिबियापुर थाने पहुँची।जैसे ही सपाइयों को इसकी भनक लगी तो जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह यादव समेत खासी संख्या में सपा नेता एवं पदाधिकारी दिबियापुर थाने के बाहर जमा हो गए। सीओ सुरेंद्र नाथ एवं अन्य फोर्स ने भीड़ को हटाया लेकिन भीड़ दोबारा जमा हो गई। इस बीच पहुँचे एएसपी शिष्यपाल सिंह थाना गेट पर जमा भीड़ को देखकर भड़क गए। उन्होंने भीड़ को काफी दूर तक खदेड़ दिया। निर्देश दिए कि सभी की वीडियोग्राफी करके कार्यवाई करें।

पुलिस फोर्स ने सभी को भगा दिया। हालांकि देर शाम तक पुलिस का कोई आला अधिकारी कुछ भी कहने से बचता रहा।थाने के बाहर कई थानों की फोर्स के साथ पीएसी भी पहुँच गई है। सपा जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह यादव ने आरोप लगाया कि धर्मेंद्र यादव की तारीख 31 मार्च को पड़ी थी। इस बीच 26 मार्च को जिला प्रशासन द्वारा धर्मेंद्र को जिला बदर कर दिया गया। कहा कि पुलिस प्रशासन चाहता है कि कोई भी सपाई जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव न लड़ पाए। आरोप लगाया कि स्वाट टीम ने धर्मेंद्र समेत दो अन्य को इटावा से पकड़ा है। धर्मेंद्र इससे पहले ऊमारसाना गांव प्रधान एवं सयुस जिलाध्यक्ष रह चुके है।

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