TRENDING TAGS :
Lucknow: 1 से 15 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान, डेंगू-मलेरिया से बचने के लिए अपनाएं ये तरीके
लखनऊ में 01 से 15 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान, 15 से 31 जुलाई 2022 तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। उन्हीं तैयारियों को लेकर DM सूर्यपाल गंगवार की अध्यक्षता में बैठक हुई।
Lucknow News : विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह (Special Communicable Disease Control Month) के तहत जिले में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके तहत एक से 15 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और 15 से 31 जुलाई 2022 तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। उन्हीं तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ((DM Surya Pal Gangwar, Lucknow)) की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स (District Task Force) की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार (Collectorate Auditorium, Lucknow) में हुई। डीएम ने कोविड- 19 की समीक्षा करते हुए टेस्टिंग और ट्रेसिंग (Corona Testing and Tracing) बढ़ाने पर भी जोर दिया।
मच्छर के अधिक प्रजनन वाले स्थानों की बनेगी सूची
डीएम सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि, जिले के जिन क्षेत्रों में मच्छर का सामान्य से अधिक प्रजनन पाया जाए, ऐसे क्षेत्रों की सूची अंतर्विभागीय सहयोग से मच्छर नियंत्रण गतिविधियां संपादित करने के लिए नगर विकास, ग्रामीण विकास, पंचायती राज आदि संबंधित विभागों को उपलब्ध कराई जाए। साथ ही, जिलाधिकारी ने सहयोगी विभाग के अधिकारियों से कहा, कि वह स्वयं अपनी देखरेख में माइक्रो प्लान के अनुसार नोडल( स्वास्थ्य) विभाग के समन्वय से अपने विभाग के कार्यों को संपादित कराएंगे।
ये विभाग मिलकर करेंगे काम
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया, कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग नोडल विभाग है। इसके अलावा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, शिक्षा, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, दिव्य जन कल्याण, पशुपालन, कृषि, नगर विकास, चिकित्सा शिक्षा एवं सूचना विभाग भी सहयोग करेंगे। सभी विभागों के परस्पर सक्रिय सहयोग से ही अभियान की सफलता निश्चित है।
16 जुलाई से घर-घर जाएंगी आंगनबाड़ी कार्यकत्री
बैठक में ज़िलाधिकारी ने कहा कि, 16 जुलाई से शुरू होने वाले दस्तक अभियान के तहत आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस के रोगियों, क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों एवं कुपोषित बच्चों की सूची बनाएंगी। इसके साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची भी बनायेंगी, जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया है। इसके साथ ही संचारी रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा स्कूलों, ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी), मातृ समिति की बैठक में लोगों को जागरूक किया जाएगा।
आशा कार्यकर्ता लोगों को इस बारे में जागरूक करें एवं यह जरूर सुनिश्चित करें कि बुखार होने पर स्वयं से इलाज न करें बल्कि नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बुखार की जांच कराएं। बैठक में नोडल अधिकारी ने ज़िलाधिकारी को बताया कि सभी विभागों का माइक्रोप्लान उन्हें मिल चुका है।
संचारी रोगों (Communicable Diseases) से बचाव के लिए क्या करें?
- पूरी बांह के कपड़े पहनें।
- मच्छररोधी क्रीम लगाएं, क्वायल या रेपलेंट का उपयोग करें।
- घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जाली का प्रयोग करें।
क्या न करें -
1) घर और उसके आस-पास पानी न इकट्ठा न होने दें।
2) डेंगू का मच्छर साफ ठहरे पानी में पनपता है। जैसे कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों व पशुओं के पीने के पानी के बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलदान, नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन टायर, डिस्पोजेबल बर्तन, गिलास आदि। इसलिए इन जगहों पर पानी नियमित रूप से बदलते रहें।
3) यदि पानी इकट्ठा है, तो वहां पर जला हुआ मोबिल ऑयल या मिट्टी का ते डाल दें।
4) पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियों को ढक कर रखें, प्रत्येक सप्ताह कूलर को खाली करके सूखा करके ही उपयोग में लाएं।