TRENDING TAGS :
लखनऊ मेट्रो: ‘गंगा’ से पहले निकलेगी ‘गोमती’, मार्च 2018 में तैयार हो जाएगी टनल
लखनऊ: लखनऊ मेट्रो में अंडरग्राउंड टनल का काम तेजी से किया जा रहा है। बुधवार (5 अप्रैल) को newstrack.com की टीम ने राजधानी में सचिवालय के सामने बन रहे अंडरग्रांउड मेट्रो स्टेशन का दौरा किया।
newstrack.com की टीम जैसे ही अंडरग्राउंड टनल बोरिंग मशीन के वर्किंग एरिया में पहुंची, बड़ी-बड़ी क्रेनें अंदर से निकल रही मिट्टी के टैंकरों को लेकर ऊपर आती दिखीं। इसके बाद अंदर जाने पर एक ट्रेन के जरिए ऐसे तीन से चार टैंकरों को एक साथ बाहर लाते हुए दिखाई दीं।
टनल में अंधेरा दूर करने के लिए रोशनी के अलावा ऑक्सीजन का लेवल मेंटेन करने के लिए पाइपों के जरिए ऑक्सीजन को पंप किया जाता है। टीम ने इस दौरान वहां टनल बोरिंग मशीनों (टीबीएम) के काम के बारे में तकनीकी जानकारी हासिल की।
ये बताया एलएमआरसी के अधिकारी ने
इस संबंध में एलएमआरसी के डायरेक्टर वर्क एंड इंफ्रास्ट्रक्चर दलजीत सिंह ने बताया, कि अंडरग्राउंड टनल की खुदाई के लिए दो टनल बोरिंग मशीनें लगाई गई हैं, इसमें एक का नाम 'गोमती' और दूसरे का 'गंगा' है। इनमें गोमती का काम गंगा से काफी आगे है। गोमती अपने लक्ष्य को पूरा कर हजरगंज में कपूर होटल के सामने 15 से 20 जून के आसपास बाहर आ जाएगी। जबकि गंगा को अपना टारगेट पूरा करने में जुलाई तक का समय लगेगा। इस चरण में टनल की कुल लंबाई 3.67 किलोमीटर आंकी गई है।
आगे की स्लाइड्स में पढ़ें पूरी खबर ...
सचिवालय स्टेशन से गंज तक टनल खोद रही गोमती
एलएमआरसी के डायरेक्टर वर्क एंड इंफ्रास्ट्रक्चर दलजीत सिंह ने बताया कि गोमती को अंडरग्राउंड अप लाइन की खुदाई के लिए लगाया गया है। इसे 811.503 मीटर की खुदाई का टारगेट पूरा करना है जिसमें से उसने 300 मीटर की खुदाई पूरी कर ली है। इसके अलावा गंगा को डाउन लाइन की खुदाई के लिए लगाया गया है और उसने अब तक 75 मीटर की खुदाई के काम को अंजाम दे दिया है। ये दोनों सचिवालय स्टेशन से हजरतगंज में कपूर होटल तक खुदाई कर रही हैं। गोमती, जहां जून मध्य में अपना ये टारगेट पूरा करेगी, वहीं गंगा जुलाई मध्य तक अपना काम पूरा कर पाएगी। एक बार बाहर आने के बाद दोनों मशीनों को दोबारा काम पर लगाने में एक महीने का समय लग जाएगा।
इस मैप को फॉलो कर रही टीबीएम मशीनें
डायरेक्टर दलजीत सिंह ने बताया कि टीबीएम मशीनों के काम के लिए एक ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है। इसके रोडमैप के हिसाब से ही काम किया जा रहा है। पहले फेज में जहां दोनों मशीनों से सचिवालय स्टेशन से हजरतगंज तक खुदाई की जा रही है। वहीं दूसरे चरण में सचिवालय स्टेशन के दूसरे सिरे से हुसैनगंज स्टेशन की तरफ खुदाई की जाएगी। इसके बाद चारबाग से हुसैनगंज की ओर खुदाई का काम लिया जाएगा। इस तरह तीन फेज में चारबाग से लेकर हजरतगंज तक अंडरग्राउंड टनल की खुदाई पूरी हो जाएगी। यह सारा काम मार्च 2018 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। हालांकि हमारी कोशिश है कि हम टारगेट समय से पहले काम को पूरा कर लें।
आगे की स्लाइड्स में देखें लखनऊ मेट्रो में चल रहे काम से जुड़ी अन्य तस्वीरें ...