TRENDING TAGS :
एशियन गेम्स 2018: पिता ने जमीन गिरवी रखकर बेटे को बनाया गोल्ड मेडलिस्ट
अमृतसर: जकार्ता में चल रही एशियन गेम्स-2018 में ट्रिपल जंप में गोल्ड जीतने वाले अरपिंदर सिंह उर्फ बॉबी ने मैदान में उतरने से दो घंटे पहले पिता को फोन कर कह दिया था कि वह चिंता न करें, अगर वाहेगुरु का आर्शिवाद रहा तो उन्हें जल्द गुड न्यूज देगा।
इसके ठीक दो घंटे बाद, टीवी पर अरपिंदर के गोल्ड जीतने की खबर आ गई। अरपिंदर के लिए ये मुकाम हासिल करना आसान नहीं था। इसके लिए उसे तमाम मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा। घरवालों को जमीन तक गिरवीं रखनी पड़ गई तब जाकर उसे सफलता मिल पाई।
फौजी के घर में हुआ जन्म
अमृतसर के ऊंचा किला गांव के रहने वाले अरपिंदर सिंह के पिता जगबीर सिंह भारतीय फौज में हवलदार थे। 15 साल की सर्विस के बाद 1990 में वह रिटायर हुए। दो साल बाद, 31 दिसंबर 1992 को अरपिंदर का जन्म हुआ। अरपिंदर के अलावा जगबीर सिंह के बड़े बेटे का नाम जगरूप सिंह है।
बेटे के जन्म के समय ही ठान ली थी ये बात
जगबीर सिंह ने कहा, ‘अरपिंदर के जन्म के समय ही मैंने सोच लिया था कि इसे खिलाड़ी बनाना है। जब 5 साल का हुआ तो मैं उसे तड़के 3 बजे उठाकर ले जाता और पांच किलोमीटर की दौड़ लगवाता। मैं खुद साइकिल पर चलता और वो पीछे-पीछे दौड़ता। शुरू-शुरू में वह बहुत रोता था मगर धीरे-धीरे उसे आदत पड़ गई। जब पांचवीं कक्षा में हुआ तो गांव के ही स्कूल में खेलों में हिस्सा लेने लगा। उसके बाद उसने इतनी मेहनत की कि कभी मुड़ कर नहीं देखा। आठवीं पास करने के बाद मैंने उसे जालंधर स्पोर्ट्स स्कूल भेज दिया।’
ये भी पढ़ें...एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लक्ष्मणन ने जीता गोल्ड मेडल
कॉमनवेल्थ में जीत के बाद मिली प्रोत्साहन राशि से छुड़वाई जमीन
एशियन गेम्स के इस गोल्ड को जीतने के लिए न केवल अरपिंदर बल्कि उसके पूरे परिवार ने लंबा संघर्ष किया है। इस दौरान एक समय ऐसा भी आया जब परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना भी चुनौती बन गया, क्योंकि अरपिंदर की कोचिंग बहुत खर्चीली थी। जब कर्ज 4 लाख रुपए से अधिक हो गया तो पिता जगबीर सिंह को अपनी डेढ़ एकड़ जमीन तक गिरवी रखनी पड़ गई। 2017 में स्कॉटलैंड में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मैडल जीतने पर जो प्रोत्साहन राशि मिली, वो देकर जमीन छुड़वाई।
एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने वाले अमृतसर के पहले खिलाड़ी
एथलेटिक्स में अरपिंदर सिंह अमृतसर के ऐसे पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने एशियन गेम्स में गोल्ड जीता है। इससे पहले अमृतसर की खुशबीर कौर ने 2014 के एशियन गेम्स में ही 20 किलोमीटर रेस वॉक में सिल्वर और नवजीत कौर ने इसी साल गोल्ड-कोस्ट (ऑस्ट्रेलिया) में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी है।
गांव भर के लिए बने रोल मॉडल
अरपिंदर नशे के लिए दुनियाभर में बदनामी झेल रहे पंजाबियों के जुझारूपन का चेहरा बनकर उभरे हैं। बेटे के गोल्ड जीतने से पूरा परिवार बेहद खुश है। जैसे ही ये खबर फैली, पूरा गांव बधाइयां देने पहुंच गया। माता-पिता, भाभी, बहन और भतीजों नेढोल की थाप पर भांगड़ा डालकर और मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार किया। वह अपने गांव में एक रोल मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।
ये भी पढ़ें...एक हादसे में दोनों पैर गंवा चुकी ये लेडी आज हैं एथलीट, KBC में जीत चुकीं है 50 लाख