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UP: गांवों में कोविड जांच अभियान में अब तक मिले 4 लाख कोरोना संक्रमित
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि गांवों में जाकर लोगों से उनका हालचाल ले रहे हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 97, 000 राजस्व ग्रामों में कोविड जांच अभियान के तहत अब तक 4 लाख से अधिक कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान की गयी है। योगी सरकार के इस अनूठे अभियान की सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की है। प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या में निरंतर कमी आने के बाद नये मामलों की संख्या में भी तेजी से कमी हो रही है। वहीं दूसरी तरफ आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए 14 मशीने खरीदी गयी हैं। इसके साथ ही प्रदेश में टीकाकरण के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया गया है।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि गांवों में जाकर लोगों से उनका हालचाल ले रहे हैं। उनके द्वारा गावों में लगी निगरानी समितियों को मार्गदर्शन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सर्विलान्स के माध्यम से घर-घर जा कर लोगों से कोविड के लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। सर्विलान्स के साथ-साथ 97 हजार राजस्व गांवों में लोगों से सम्पर्क करते हुए कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट तथा उन्हें मेडिकल किट प्रदान की जा रही है। गांव में निगरानी समितियों के द्वारा गांव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों की आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गांव में संक्रमणयुक्त लोगों को होमआइसोलेशन में रखने के लिए गांव में ही पंचायत भवनों स्कूलों और सरकारी इमारतों में आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है। जिससे टीकाकरण जल्दी से जल्दी कराया जा सके। सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए बेडों की संख्या दुगुनी की जा रही है। प्रत्येक सीएचसी में 20-20 आक्सीजन युक्त बेड बनाने का अभियान चल रहा है। सभी जनपदों में 4500 से अधिक आक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे गये हैं और 17000 से अधिक आक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि कल अस्पतालों में 1011 मीट्रिक टन आक्सीजन की सप्लाई की गयी है। मुख्यमंत्री जी द्वारा आक्सीजन आडिट का अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी को जिम्मेदारी दी गयी है कि सभी अस्पतालों में वेंटीलेटर, आईसीयू और आॅक्सीजन बेड्स निरन्तर कार्यशील रहें। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा पहली बार एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों एवं नर्सिग के छात्रों को उनकी कोविड महामारी में सेवा देने के लिए मानदेय दिया जायेगा। सहगल ने बताया कि प्रदेशव्यापी आंशिक कोरोना कर्फ्यू के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।आंशिक कोरोना कर्फ्यू में वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियों, मेडिकल सम्बन्धी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाएं यथावत जारी रहेंगी। आंशिक कोरोना कर्फ्यू की अवधि में पूरे प्रदेश के शहरों और गांवों में विशेष सफाई एवं फाॅगिंग अभियान चलाया जा रहा है।
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