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Annual Function of Spring Dale College: स्प्रिंग डेल कालेज में आयोजित हुआ वार्षिक उत्सव

Lucknow News: प्रतिदिन नई ऊर्जा से उगता सूर्य, ऋतुओं का सुन्दर चक्र निर्बाध गति से बहती हुई नदियों घड़ी की टिक टिक, ये सब हमें आगे बढ़ना सिखाते हैं अजेय रहना सिखाते है।

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Newstrack Network
Published on: 5 Dec 2022 2:50 PM GMT
Annual Festival 2022 23 organized in Spring Dale College Lucknow
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Annual Festival 2022 23 organized in Spring Dale College Lucknow (Newstrack)

Annual Function of Spring Dale College: The unstoppables अर्थात्, अविरल, अबाध सदैव अग्रसरित ये मात्र शब्द नहीं हैं बल्कि प्रत्येक स्प्रिंग डेलियन की अभिवृत्ति या दृष्टिकोण है। प्रकृति हर रूप में हमारे लिये प्रेरणा का सबसे बड़ा श्रोत है। प्रतिदिन नई ऊर्जा से उगता सूर्य, ऋतुओं का सुन्दर चक्र निर्बाध गति से बहती हुई नदियों घड़ी की टिक टिक, ये सब हमें आगे बढ़ना सिखाते हैं अजेय रहना सिखाते है। वर्ष 2022-2023 के वार्षिक समारोह के लिये यही हमारी थीम थी - अजेय, अडिग, अद्वितीय अग्रसर कै. डी. सिंह बाबू स्टेडियम में इस भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ परम ऊर्जावान सूर्यदेव की वंदना के साथ हुआ। सूर्य ही हमारे जीवनदाता हैं। तत्पश्चात् ऋतुओं के बदलते चक को समन्धिन अभ्यासों द्वारा दर्शाया गया।

ग्रीष्मकाल का प्रतिनिधित्व फूलों ने किया तो वर्षा ऋतु का छतरियों ने सांता क्लाज के जिंगल के साथ लाल और सफेद रंग में मनमोहक ड्रिल ने एक और नये वर्ष का आगमन और उसकी निरंतरता को दर्शाया। "हिमाद्रि तुंग भृंग' तथा 'तेरी मिट्टी में मिल जावों के माध्यम से सैनिकों के शौर्य और अदम्य साहस को दर्शाया गया।

जीवन में लीभवर्क सहयोग, तालमेल की उपादेयता को भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया। बच्चों द्वारा बनाया गया खूबसूरत पिरामिड इस बात का घोतक था कि समय कभी किसी के लिये नहीं रूकता और इसीलिये हम भी सदैव आगे बढ़ने लिये तैयार रहते हैं।

हमारी विषय वस्तु (थीम) की प्रशंसा करने के लिये कलात्मक शब्दों से परिपूर्ण गीत को उत्साही नृत्य के रूप में बच्चों ने शानदार तरीके से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के बीच बीच में बच्चों की उत्साहजनक दौड़ों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। तालियों की गड़गडाहट ने बच्चों की हौसला अफजाई की।

राकेश कुमार पाण्डये ने मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई। रीता सिंह तथा अजय सेठी ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और बच्चों का प्रेरक शब्दों द्वारा मार्गदर्शन किया। आत्म प्रकाश मिश्रा ने अपनी उपस्थिति से हमारा मान बढ़ाया।

अन्त में पुनः इन्हीं शब्दों से समापन

मैं उन्मुक्त, स्वच्छंद, अविरल

मेरा ध्येय अनंत, मेरी दिशा अनंत।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

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