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लखनऊ पहुंची फ़िल्म ख़ुदा हाफ़िज़-2 की स्टारकास्ट: एक्टर विद्युत जामवाल बोले- 'दूसरे पार्ट में दिखेगी बच्चे की कहानी'

लखनऊ पहुंची फ़िल्म ख़ुदा हाफ़िज़-2 की स्टारकास्ट: फ़िल्म के डायरेक्टर फारूक कबीर ने कहा कि ये सीजन सिर्फ़ 'पार्ट-2' के लिए है। 'ख़ुदा हाफ़िज़-2' की सफलता की उम्मीद है।

Shashwat Mishra
Published on: 29 Jun 2022 10:37 AM GMT
लखनऊ पहुंची फ़िल्म ख़ुदा हाफ़िज़-2 की स्टारकास्ट: एक्टर विद्युत जामवाल बोले- दूसरे पार्ट में दिखेगी बच्चे की कहानी
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Lucknow: बुधवार को राजधानी के एक होटल में फ़िल्म 'ख़ुदा हाफ़िज़-2' की स्टारकास्ट पहुंची। एक्टर विद्युत जामवाल (Actor Vidyut Jamwal) और एक्ट्रेस शिवालिका ओबेरॉय (Actress Shivaleeka Oberoi) अभिनीत इस फ़िल्म में एक्शन और रोमांस का कॉम्बो परोसने की तैयारी है। इस संबंध में आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विद्युत जामवाल ने फ़िल्म के बारे में बात करते हुए बताया, "इसके दूसरे पार्ट में एक बच्चे की कहानी को दिखाया जाएगा। जैसा कि ट्रेलर से ही पता चल रहा है कि फ़िल्म में एक्शन और रोमांस देखने को मिलेगा।" उन्होंने बताया कि फ़िल्म की शूटिंग भी लखनऊ में हुई है।

'विद्युत ने फ़िल्म के लिए बहुत मेहनत की'

अभिनेत्री शिवालिका ने बताया कि खुदा हाफ़िज़ का पहला पार्ट भी बहुत चैलेंजिंग था। मेरे बहुत आंसू निकले। मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। विद्युत ने फ़िल्म के लिये बहुत मेहनत की।


'यह सेशन सिर्फ़ पार्ट-2 के लिए'

फ़िल्म के डायरेक्टर फारूक कबीर (Film director Farooq Kabir) ने कहा कि ये सीजन सिर्फ़ 'पार्ट-2' के लिए है। केजीएफ-2 और भूलभुलैया-2 के बाद हम 'ख़ुदा हाफ़िज़-2' की भी सफलता की उम्मीद है। उन्होंने अपने और विद्दुत जामवाल के साथ में काम करने पर बात करते हुए कहा कि सुर और ताल पूरा करके ही संगीत बनता है। हर चीज़ एक जुगलबंदी है। जिसमें दो लोगों का होना ज़रूरी है।


उन्होंने अपने और विद्युत जामवाल की जुगलबंदी को लेकर कहा, "भरोसा बेशकीमती होता है। हम अपने काम को संजीदगी से लेते हैं। ज़िम्मेदार तरीके से काम करते हैं। हम जब शूटिंग सेट पर पहुंचते है, तब मंदिर, मस्जिद, चर्च के बाद जो धार्मिक स्थान होता है, तो वो फ़िल्म सेट होता है।"


'तब काम बेमिसाल होता है'

विद्युत जामवाल ने भी फिल्म के डायरेक्टर फारूक के बारे में बात करते हुए कहा कि आप कहीं भी काम कर रहे हैं, तो यदि आपको अपनी जाति (सोच की जाति) के लोग मिल जाएं, तब काम बेमिसाल होता है।

Shashi kant gautam

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