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24 घंटे चलेंगे आक्सीजन प्लांट, सरकार का आदेश, अस्पतालों में न हो कोई कमी

कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए राज्य सरकार ने आक्सीजन प्लांटों को 24 घंटे चलाने को कहा है।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Shraddha
Published on: 16 April 2021 10:15 AM GMT
कोरोना अस्पतालों में 24 घंटे चलेंगे आक्सीजन प्लांट
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24 घंटे चलेंगे आक्सीजन प्लांट फोटो - सोशल मीडिया 

लखनऊ। कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए आक्सीजन सिलेंडरों की कमी न होने पाए इसके लिए राज्य सरकार ने इन प्लांटों को 24 घंटे चलाने को कहा है। साथ ही सरकार की तरफ से यह भी कहा गया है कि जो मरीज गंभीर हैं, उन्हें तत्काल हाॅस्पिटल में भर्ती कराया जाये, तथा इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न हो।

मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से कोविड-19 के सम्बन्ध में वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड चिकित्सालयों में रेमिडीसीवर इंजेक्शन और ऑक्सीजन पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी जनपद में आवश्यक दवाईयों के साथ-साथ ऑक्सीजन व बेड की कमी न होने पाये। हर जिले में कोविड मरीजों के लिए बेड, उपकरण, दवाओं तथा ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जनपदों से जो भी डिमाण्ड आ रही है, तत्काल उसे उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जाये, आपूर्ति हेतु समय से सभी ऑर्डर अवश्य प्लेस कर दिये जायें।

कोविड बेड की संख्या में बढ़ोत्तरी के लिए कार्यवाही

उन्होंने कहा कि कोविड बेड की संख्या में बढ़ोत्तरी के लिए तेजी से कार्यवाही सुनिश्चित कराते हुए उनके लिए आवश्यक चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ तथा जरूरी अन्य मानव संसाधन व मेडिकल उपकरण आदि की भी व्यवस्था पहले से कर ली जाये। उन्होंने कहा कि जो मरीज गंभीर हैं, उन्हें तत्काल हाॅस्पिटल में भर्ती कराया जाये, तथा इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न हो।

कोरोना मरीजों के लिए नहीं होंगे बेड कि कमी फोटो - सोशल मीडिया

चिकित्सालय में ऑक्सीजन की कमी न होने पाये

उन्होंने ऑक्सीजन प्लान्ट्स को भी 24ग7 संचालित कराने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिये ताकि किसी भी चिकित्सालय में ऑक्सीजन की कमी न होने पाये। उन्होंने कहा कि इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर 24ग7 सक्रिय रहे। एम्बुलेन्सों की गतिविधियों, कोविड चिकित्सालयों में बेड की उपलब्धता आदि को इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर से जोड़ा जाये। हर जनपद में जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों एवं पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में बैठक कर परिस्थितियों के अनुरूप रणनीति तय करें।

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